अगस्त से गोरखपुुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर वसूला जाएगा टोल शुल्क, बुंदेलखंड, आगरा-लखनऊ व पूर्वांचल से कम होंगी दरें
उत्तर प्रदेश सरकार 1 अगस्त से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स लगाएगी। यूपीडा ने टोल दरें तय कर दी हैं जो अन्य एक्सप्रेसवे से कम हैं। 91.35 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 7283.28 करोड़ रुपये लगे हैं। इससे गोरखपुर और आसपास के जिलों के लोगों को सुविधा होगी। आधुनिक तकनीक से बने इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 20 जून को हुआ था।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) पहली अगस्त से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल शुल्क वसूलेगा। यूपीडा ने टोल दर निर्धारित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा था, जिसे स्वीकृत कर दिया गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल दरें आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तुलना में आधे से भी कम रखी गई हैं।
91.35 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 7283.28 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा के लिए 16 अंडरपास, 50 छोटे अंडरपास और 35 नियमित अंडरपास बनाए गए हैं। इसका निर्माण पूरा होने के बाद गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर व आजमगढ़ के नागरिकों की राह आसान हुई है।
प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेसवे का निर्माण आधुनिक तकनीक से किया गया है, जिससे इस एक्सप्रेसवे पर ड्राइविंग में वाहन चालकों को परेशानी नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन पिछली 20 जून को किया था।
इसके बाद यूपीडा ने इस पर टोल शुल्क लेने की तैयारी शुरू की थी। यूपीडा की कोशिश है कि इसके निर्माण पर आए खर्च को 15 वर्षों में टोल शुल्क के जरिए पूरा कर लिया जाए। वाहन चालकों की सुविधा के लिए मासिक पास भी बनाए जाएंगे। यूपीडा के एसीईओ हरिप्रसाद शाही ने बताया कि प्रति किलोमीटर की यात्रा के हिसाब से टोल शुल्क का निर्धारण किया गया है। निर्धारित शुल्क के हिसाब से पहली अगस्त से टोल वसूला जाएगा।
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