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    अगले महीने से और कम हो जाएगा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव, अगस्त में पूरा होगा वैकल्पिक मार्ग

    Updated: Sun, 27 Jul 2025 07:24 PM (IST)

    अगले महीने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक कम होने की उम्मीद है क्योंकि द्वारका एक्सप्रेसवे टनल के ऊपर बनी सड़क पूरी तरह से चालू हो जाएगी। इससे प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख वाहनों के गुजरने का अनुमान है। द्वारका एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट तक का रूट पहले से ही चालू है। धौलाकुआं जाने के लिए टनल के ऊपर छह लेन की सड़क बन रही है।

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    अगले महीने से और कम हो जाएगा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव।

    आदित्य राज, गुरुग्राम। अगले महीने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव और कम हो जाएगा। यह यशोभूमि के नजदीक से महिपालपुर तक द्वारका एक्सप्रेसवे टनल के ऊपर बनाई जा रही सड़क के पूरी तरह उपयोग से संभव होगा। इस सड़क काे महिपालपुर में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम केवल बाकी रह गया है। अगस्त में काम पूरा हो जाएगा।

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    इस कार्य के पूरा होते ही सड़क का सौ फीसद उपयोग शुरू हो जाएगा। अनुमान है कि प्रतिदिन औसतन डेढ़ लाख से अधिक वाहन इस रूट से गुजरेंगे। इसका सीधा असर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे के ऊपर दिखाई देगा।

    द्वारका एक्सप्रेसवे से सीधे एयरपोर्ट तक जाने का रूट चालू हो चुका है। यशोभूमि से एयरपोर्ट के नजदीक तक बनाई गई टनल से प्रतिदिन औसतन एक लाख से अधिक वाहन निकलने लगे हैं। फिलहाल द्वारका एक्सप्रेसवे से सीधे एयरपोर्ट की तरफ एवं दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर गुरुग्राम की तरफ निकल सकते हैं।

    धौलाकुआं की तरफ जाने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे से वाहन महिपालपुर में दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर सीधे पहुंच जाएं, इसके लिए टनल के ऊपर छह लेन की सड़क का निर्माण अंतिम चरण में है। दोनाें तरफ दो लेन की सर्विस लेन भी है। निर्माणाधीन सड़क से वाहन निकल रहे हैं लेकिन कई बार ट्रैफिक का भारी दबाव बढ़ जाता है।

    इससे अधिकतर वाहन चालक इस सड़क से निकलना पसंद नहीं करते। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद सड़क का सौ फीसद उपयोग शुरू हो जाएगा। अनुमान है कि कम से कम 50 हजार वाहन इस सड़क से गुजरेंगे। इससे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव और कम हो जाएगा। द्वारका एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले लगभग 80 प्रतिशत वही वाहन हैं जो दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से निकलते थे।

    खेड़कीदाैला से राजीव चौक तक दिखता है असर

    द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण से खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक से राजीव चौक तक दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का दबाव काफी कम हुआ है। राजीव चौक तक के इलाके के काफी लोग द्वारका एक्सप्रेसवे का उपयोग करने लगे हैं। राजीव चौक से लेकर महिपालपुर तक खासकर सिरहौल बार्डर से लेकर महिपालपुर तक अधिक असर नहीं दिख रहा है क्योंकि इस इलाके में रहने वाले या काम करने वाले बहुत ही कम लोग धौलाकुआं या एयरपोर्ट की तरफ जाने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे का उपयोग करते हैं।

    जानकारों का मानना है कि यदि गुरुग्राम की तरफ से महिपालपुर से लेकर एयरपोर्ट तक भी टनल का निर्माण हो जाता तो सिरहौल बार्डर से महिपालपुर तक ट्रैफिक का दबाव काफी कम हो जाता। डीएलएफ फेज-तीन निवासी इंजीनियर रमेश वर्मा कहते हैं कि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर शुरू से ही सबसे अधिक ट्रैफिक का दबाव सिरहौल बार्डर से लेकर महिपालपुर तक है। इसी इलाके को राहत देने के बारे में एनएचएआइ ने चिंता नहीं की। यदि चिंता करता तो गुरुग्राम की तरफ से महिपालपुर से लेकर एयरपोर्ट तक भी टनल का निर्माण किया जाता।

    यशोभूमि से महिपालपुर तक टनल के ऊपर से बनाई जा रही सड़क का लाभ दक्षिण गुरुग्राम इलाके को मिलेगा। सिरहौल बार्डर के आसपास के इलाके के लोगों को राहत देने के बारे में भी विचार करना चाहिए। इसके लिए कम से कम सिरहौल बार्डर से लेकर धौलाकुआं के नजदीक तक के भाग को तत्काल प्रभाव से एलिवेटेड करना होगा। इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। जितनी देरी होगी, उतनी परेशानी बढ़ेगी। - जेएस सुहाग, पूर्व तकनीकी सलाहकार, एनएचएआई