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    लखनऊ में लव जिहाद की पीड़िता को छात्रावास में रहने का आदेश, मिली सुरक्षा

    Updated: Thu, 25 Dec 2025 08:45 AM (IST)

    लखनऊ में लव जिहाद पीड़िता को अदालत के आदेश के बाद छात्रावास में रहने की अनुमति मिल गई है। पीड़िता को सुरक्षा भी प्रदान की गई है। यह फैसला पीड़िता की स ...और पढ़ें

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में लव जिहाद की पीड़िता जूनियर रेजिडेंट को अनिवार्य रूप से छात्रावास में रहने का आदेश दिया गया है। उनकी सुरक्षा में एक महिला सुरक्षा गार्ड को तैनात किया गया है। वह छात्रावास से विभाग तक आने-जाने के दौरान पीड़िता के साथ रहेगी। केजीएमयू के चीफ प्राक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने इस संबंध में पीड़िता को पत्र जारी किया है।

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    पीड़िता महिला रेजिडेंट ठाकुरगंज में किराये के घर में रहती है। वहां से केजीएमयू आने-जाने में उनके साथ कोई अनहोनी न हो, इसके दृष्टिगत विश्वविद्यालय प्रशासन सजग हुआ है। चीफ प्राक्टर ने इस संबंध में पीड़िता के साथ कुलसचिव, विशाखा समिति अध्यक्ष व कुलपति के निजी सचिव व सुरक्षा गार्ड को भी पत्र की प्रतिलिपि भेज दी है।

    केजीएमयू के प्रवक्ता केके सिंह ने बताया कि विशाखा समिति की जांच चल रही है। आरोपित को निलंबित किया जा चुका है। उसको बिना अनुमति विश्वविद्यालय परिसर में आने पर प्रतिबंधित किया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    पुलिस ने शुरू की विवेचना

    इस मामले में पीड़िता की मां ने मंगलवार को चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इसकी विवेचना शुरू की है। इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए जाएंगे। साथ ही मेडिकल परीक्षण भी कराया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। केजीएमयू से मामले को लेकर विस्तृत जानकारी मांगी गई है।

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    यह था पूरा मामला

    पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी केजीएमयू में जूनियर रेजिडेंट है। 2025 की जुलाई से वह केजीएमयू में तैनात रेजिडेंट डाक्टर आरोपित रमीज मलिक (केजीएमयू के अभिलेखाें में नाम- रमीज उद्दीन नायक) के संपर्क में आई थी। रमीज ने उसे बातों में फंसाकर शारीरिक शोषण किया। इसके बाद शादी का झांसा देकर मतांतरण का दबाव बनाया।

    पीड़िता को पता चला कि रमीज पूर्व में भी एक हिंदू लड़की का मतांतरण करा कर उससे शादी कर चुका है। इस पर पीड़िता ने रमीज से शादी करने से इन्कार कर दिया। रमीज ने पीड़िता को ब्लैकमेल किया था। जूनियर रेजिडेंट ने परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया था।

    यह मामला प्रकाश में आने के बाद महिला आयोग ने संज्ञान लिया था। आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने पीड़िता की मुख्यमंत्री से बात कराई थी। हिंदू संगठनों ने भी कार्रवाई की मांग करते हुए केजीएमयू परिसर में प्रदर्शन किया था।