हार्ट अटैक आने पर मरीज को खिलाएं डिस्प्रिन, टलेगा मौत का खतरा; यहां जानें हर सवालों के जवाब
हमारे शरीर के सबसे नाजुक अंग हृदय का ख्याल रखने में भागदौड़ भरी जीवनशैली बड़ी चुनौती बन रहा है। ऐसे में लंबे समय तक दिल की अनदेखी करना जीवन पर भारी पड़ सकता है। सीने में दर्द सांस फूलना और चक्कर आना जैसे लक्षण कमजोर दिल की स्थिति है। यह किसी भी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता प्रभावित कर सकती है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। दैनिक जागरण का अभियान 'हृदय की बात' लोगों को खूब पसंद आ रहा है। इसी क्रम में बुधवार को गाेमती नगर विस्तार स्थित एक होटल में कार्डियोपलमोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस दौरान लोहिया संस्थान में कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष भुवन चंद्र तिवारी ने स्थानीय लोगों व अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों को सीपीआर के समय बरती जाने वाली सावधानियाें के बारे में बताया। इसके अलावा सीपीआर कैसे देना है, उसकी जानकारी के साथ ही इससे कैसे बच सकते हैं, ऐसी तमाम जानकारियां लोगों से साझा की।
उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक आने पर डिस्प्रिन थोड़ी मददगार साबित हो सकती है। जब तक आप मरीज को अस्पताल तक लेकर जाएंगे, उतने समय में डिस्प्रिन देकर थोड़ी राहत प्रदान की जा सकती है। इसे चबाकर तुरंत खाना चाहिए। इस दौरान डॉक्टर भुवन चंद्र तिवारी से कई लोगों ने प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाएं भी शांत की।
प्रश्न- खाने के तेल का प्रयोग कितना करना चाहिए, जिससे हृदय गति की संभावना कम से कम हो। नीलम त्रिपाठी
उत्तर- खाने में उतने ही तेल का प्रयोग करे, जिससे बर्तन में खाद्य पदार्थ जले नहीं। ऊपर से देसी घी व अन्य चिकनाई का प्रयोग करने से बचें।
प्रश्न- हृदय गति से बचने के लिए क्या बचाव करने चाहिए? सुरेश छबलानी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल महानगर
उत्तर- इसके लिए मधुमेह, रक्तचाप, धूम्रपान व कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करना होगा। जरूरत पड़े तो दवा जरूर लें। कम से कम सात घंटे सोना चाहिए, दस हजार कदम नियमित चलें। बेल्ट का साइज न बढ़ने दें।
प्रश्न- कैसे जानें कि छाती में दर्द हृदय गति ही है, अचानक ब्लॉकेज कैसे हो जाता है? नरेंद्र नाथ त्रिपाठी व मुकेश कुमार, व्यापारी
उत्तर- चलने में सांस फूल रही है, छाती में दर्द है और रुकना पड़ रहा है, तो यह लक्ष्ण हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल जमा न होने दें। छह किमी. नियमित चलें। इस दौरान डॉक्टर से भी मिलें।
प्रश्न- लहसुन का रस व चटनी, अदरक क्या फायदेमंद है। पनीर खाना चाहिए? लाइफ स्टाइल अच्छी है फिर भी हार्ट अटैक पड़ रहा है? नेहा त्रिपाठी, सदस्य जिला पंचायत कनौज, ऊषा अग्रवाल
उत्तर- हृदय गति के दौरान लहसुन व रस कारगर नहीं है। हां घर का बना है तो दिनचर्या में प्रयोग करें, फायदेमंद है। पनीर घर का सीमित मात्रा में कभी कभी खा सकते हैं, लेकिन फिर चलें जरूर। लाइफ स्टाइल हृदय गति से बचा सकती है।
हृदय रोग के लक्षण
- सांस लेने में परेशानी होना।
- शारीरिक गतिविधि कम होना।
- साइनोसिस- त्वचा, होंठ और नाखूनों का नीले रंग का दिखाई देना।
- भूख का न लगना।
- सांस का तेज होना।
- बार-बार फेफड़ों में संक्रमण होना।
- वजन में अप्राकृतिक वृद्धि।
- पैर या पेट में सूजन।
- चक्कर आना, सामान्य थकान।
- त्वरित और अनियमित दिल की धड़कन।
चेतावनी संकेत
- बेहोश या चक्कर जैसा महसूस होना।
- उल्टी या मतली।
- छाती या शरीर के ऊपरी हिस्से में बेचैनी, जो बांह या जबड़े तक फैल सकती है।
- ठंड लगना या फिर ठंड में भी पसीना आना।
- छाती में दबाव, जैसा दर्द या बेचैनी।
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