Good News for Farmers : किसानों की सहुलियत के लिए पैक्स की नगद ऋण सीमा 15 लाख होगी
UP Cooperative Department Gifts to Farmers धनराशि पर लगने वाले ब्याज का भार प्रदेश सरकार उठाती है जिसकी वजह से पैक्स को यह ऋण ब्याजमुक्त मिल जाता है। इस धनराशि से पैक्स खाद बीज कीटनाशक आदि की खरीद करके सदस्य किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित दर पर मुहैया कराते हैं। इससे किसानों को घर के पास गांव में ही खाद बीज समय से मिल जाता है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : प्रदेश के किसानों को खाद, बीज व कीटनाशक पर्याप्त मात्रा में आसानी से मिल सके इसके लिए प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) की नगद ऋण (कैश क्रेडिट) सीमा बढ़ाकर पंद्रह लाख रुपये की जाएगी। इस आशय का प्रस्ताव सहकारिता विभाग ने तैयार किया है। जिस पर मुख्यमंत्री का अनुमोदन लिया जा रहा है। पैक्स की कैश क्रेडिट सीमा बढ़ने का सबसे अधिक लाभ किसानों को होगा।
प्रदेश में प्राथमिक कृषि ऋण समितियों की कैश क्रेडिट सीमा अभी दस लाख रुपये है। यह धनराशि जिला सहकारी बैंक से पैक्स से मिलती है। धनराशि पर लगने वाले ब्याज का भार प्रदेश सरकार उठाती है जिसकी वजह से पैक्स को यह ऋण ब्याजमुक्त मिल जाता है।
इस धनराशि से पैक्स खाद, बीज, कीटनाशक आदि की खरीद करके सदस्य किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित दर पर मुहैया कराते हैं। इससे किसानों को घर के पास गांव में ही खाद, बीज समय से मिल जाता है।
प्रदेश के सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने बताया है कि प्रदेश में इस समय 8134 पैक्स हैं। जिनमें से 6861 पैक्स सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। इन पैक्स से किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक उपलब्ध कराया जा रहा है। अन्य पैक्स को भी सक्रिय किया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि पैक्स की कैश क्रेडिट सीमा बढ़ाकर 15 लाख रुपये किए जाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री की सहमति है। जल्द ही प्रस्ताव मुख्यमंत्री से अनुमोदित कराया जाएगा।
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कैश क्रेडिट सीमा बढ़ने से पैक्स और अधिक मात्रा में खाद, बीज, कीटनाशक तथा अन्य उत्पाद खरीद कर बेच सकेंगे। इसके जहां किसानों व ग्रामीणों को सहुलियत होगी वहीं पैक्स की कमाई भी बढ़ेगी। पैक्स आत्मनिर्भर बनेंगे।
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