Delhi Stampede: 'मौत का सच छुपाने का पाप न करें', अखिलेश बोले- शवों को सम्मान के साथ घर पहुंचाए सरकार
Delhi Stampede नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात को हुए भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई। घटना रात लगभग 10 बजे हुई। महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ के बाद स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति बनी। देखते ही देखते स्टेशन पर भगदड़ मच गई। इस बीच रेलवे ने घटना पर मुआवजे का एलान किया है।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। महाकुंभ में संगम स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से शनिवार की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। जबकि 25 से अधिक घायल हुए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटना का जायजा लिया था।
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के स्वजनों के प्रति संवेदना जताई है। इसके अलावा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। इस घटना पर सपा प्रमुख ने भी दुख जताया है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर तंज भी कसा है।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
समाजवादी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- ''दिल्ली में महाकुंभ के श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हृदयविदारक है। सरकार में बैठे लोगों को राजनीतिज्ञ नहीं एक उस परिवारवाले की तरह सोचना होगा जिसने अपने मां-बाप, भाई-बहन, बच्चे और नाते-रिश्तेदार खोए हैं।''
घायलों को मिले हर संभव इलाज
इसके अलावा अखिलेश यादव ने लिखा कि ''सरकार से अनुरोध है कि मृतकों के शवों को सम्मान क साथ उनके परिजनों तक पहुंचाने का ईमानदारी से इंतजाम किया जाए। घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए।'' पार्टी पर तंज कसते हुए ये भी लिखा कि ''भाजपा सरकार मौत का सच छुपाने का पाप न करे।''
सीएम योगी ने जताया दुख
भगदड़ में 18 लोगों की मौत पर सीएम योगी ने भी संवेदनाएं जताईं हैं। उन्हाेंने ट्वीट कर लिखा- ''नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति, शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुख सहन करने की शक्ति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।''
रात में आठ बजे मची भगदड़
आपको बता दें कि दिल्ली में रेलवे स्टेशन पर घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14/15 पर रात करीब साढ़े आठ बजे उस समय हुई, जब यहां प्रयागराज की ओर जाने वाली दो ट्रेनों का यात्री इंतजार कर रहे थे। लेकिन ये ट्रेनें नहीं पहुंचीं, जिससे प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की भीड़ एकत्रित हो गई।
इंतजाम न होने से शुरू हो गई धक्का मुक्की
वहीं वाराणसी जाने वाली शिवगंगा एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर खड़ी होने से उसके यात्री भी प्लेटफॉर्म पर पहुंचने शुरू हो गए। ऐसे में भीड़ बढ़ती चली गई और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई इंतजाम न होने के कारण धक्का-मुक्की होने लगी। अचानक भगदड़ मच गई। इससे कुछ लोग गिर पड़े और भीड़ में कुचल गए।
कंट्रोल नहीं हो पाई भीड़
भगदड़ की सूचना पर पुलिस और एंबुलेंस के साथ दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं थीं, लेकिन घायलों की संख्या इतनी अधिक थी कि एंबुलेंस नहीं मिल पा रही थीं। ऐसे में कुछ लोग ऑटो से भी अपने स्वजन को लेकर अस्पताल की ओर भागे थे।
18 लोगों की हुई मौत
लोकनायक अस्पताल प्रशासन ने देर रात 10 महिलाओं सहित 15 लोगों की मौत की पुष्टि की थी, जबकि तीन लोगों की मौत लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में हुई। इन अस्पतालों में कई घायल भर्ती हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतकों और घायलों के स्वजन अस्पतालों में बिलख रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।