CRB ने ली लखनऊ सहित 68 DRM की क्लास ली, पूछा- आउटर पर कब तक खड़ी रहेंगी ट्रेनें
सीआरबी ने पढ़ाया सवा नौ घंटे लखनऊ सहित सभी डीआरएम को पाठ। लखनऊ में आउटर पर खड़ी होने वाली ट्रेनों की समस्या को दूर करने को कहा।
लखनऊ, जेएनएन। भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद यादव ने रविवार को छुट्टी के दिन देश के 68 डीआरएम की क्लास ली। लखनऊ में आलमनगर, मानकनगर और दिलकुशा आउटर पर खड़ी होने वाली ट्रेनों को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई। कहा कि जब रेलवे सेवा शुरू की थी तब से लखनऊ में ट्रेनों के आउटर पर खड़े होने की समस्या बनी हुई है। इसे लेकर क्या उपाए किए जा रहे हैं। सीआरबी ने यह भी पूछा कि आखिर कब तक लखनऊ में आउटर पर ठहरने वाली ट्रेनों की संख्या खत्म हो जाएगी।
सुबह 10 बजे शुरू हुई बैठक शाम 7:15 बजे तक चली। सीआरबी ने कहा कि चारबाग स्टेशन पर ट्रेनों की संख्या तो बढ़ी लेकिन एप्रोच लाइन नहीं बन सकी। जिसके चलते आउटर पर ट्रेनें थम रही हैं। डीआरएम सतीश कुमार ने कहा कि अभी दो लाइन ही दिलकुशा से चारबाग तक आ रही हैं। जिसमें एक अप व दूसरी डाउन दिशा की है। ऐसे में इसको चार लेन बनाने का काम चल रहा है। सीआरबी ने आलमनगर, मानकनगर छोर पर भी ट्रेनों के आउटर पर रोके जाने की समस्या को जल्द दूर करने के आदेश दिए। साथ ही अब भविष्य में रेल लाइनों की क्षमता को दोगुना या तिगुना करने से पहले यार्ड रीमॉडलिंग करके स्टेशन पर भी विस्तार होगा। सीआरबी ने चारबाग रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की योजना को समय से पूरा करने के आदेश दिए।
यह है वर्तमान स्थिति
चारबाग स्टेशन के सात मेन और दो साइड प्लेटफार्मों से प्रतिदिन करीब 300 ट्रेनें गुजरती हैं। दिलकुशा में गोरखपुर, फैजाबाद, इलाहाबाद, वाराणसी और सुलतानपुर रूट की ट्रेनें आकर केवल एक लाइन से ही चारबाग तक प्रवेश करती हैं। इसी तरह चारबाग स्टेशन से एक लाइन पर ही ट्रेनें साउथ लाइन से निकलकर दिलकुशा से अलग-अलग दिशाओं में गुजरती हैं। ऐसे में सुबह छह से आठ और शाम को छह से रात 12 बजे तक करीब 40 प्रतिशत ट्रेनें आउटर पर खड़ी रहती हैं। इसी तरह मुरादाबाद और कानपुर रूट से आने वाली टे्रनें भी आलमनगर, मानकनगर में रोक दी जाती हैं।
जूनियर अफसरों से भी जानी समस्या
सीआरबी ने सभी डीआरएम को जहां लीडरशिप के गुर सिखाए, वहीं जूनियर ग्रेड के अफसरों के साथ भी बैठक की। जल्द इन जूनियर अधिकारियों को रेलवे बोर्ड बुलाया जाएगा। जनसंपर्क विभाग को भी अपग्रेड करने की बात कही।
चार्जशीट न दें, निखारें कौशल
चेयरमैन ने कर्मचारियों को छोटी की चूक पर चार्जशीट न देने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनका कौशल निखारने की जरूरत है। ऐसे में अधिकारियों को भी अपनी लीडरशिप को बेहतर करना होगा।