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    CM याेगी आदित्यनाथ ने की शिक्षा माफिया काे खत्म करने की तैयारी, बताया प्रशांत कुमार की नियुक्ति का राज

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 07:10 PM (IST)

    UP Vidhansabha Winter Session: हमने उत्तर प्रदेश में अब शिक्षा माफिया की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है। इसके लिए हमने रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार का ...और पढ़ें

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    रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊः उत्तर प्रदेश में भू माफिया और कई गैंग्सटर काे बड़ी आर्थिक चाेट देकर उनके काले काराेबार काे ढहाने वाले मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ की रडार पर अब शिक्षा माफिया हैं। मुख्यमंत्री ने अपने इरादे काे जाहिर भी कर दिया है।

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    विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दाे टूक कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में अब शिक्षा माफिया की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है। इसके लिए हमने रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार काे यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग अध्यक्ष को बनाया है।

    उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में नकल माफिया पर हमने लगाम कस ली है। बाेर्ड परीक्षाओं में सख्त निगरानी के कारण अब नकल पहले से काफी कम हाे गई है और नकलची परीक्षार्थी इम्तिहान ही नहीं दे रहे हैं। अब शिक्षकाें की भर्ती में हाेने वाली धांधली काे समाप्त किया जाएगा। हम शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

    शिक्षा आयोग में भी उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार काे इसी कारण यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष बनाया है। उनकाे अध्यक्ष बनाने का मकसद शिक्षा माफिया की कमर तोड़ना है।

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    रिटायर्ड डीजीपी प्रशांत कुमार ने सेवा के साथ-साथ उच्च शिक्षा को भी प्राथमिकता दी। उन्होंने अप्लाइड जूलॉजी में एमएससी, डिजास्टर मैनेजमेंट में एमबीए और डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज में एमफिल की डिग्रियां हासिल की हैं।

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    प्रशांत कुमार का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। प्रशांत कुमार उच्च और माध्यमिक अयोग के अध्यक्ष होंगे। यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग ही यूपी में माध्यमिक और उच्च शिक्षा के टीचरों की भर्ती करता है।