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लखनऊ में भी सिलेंगी राष्ट्रपति की पोशाकें!

नुरूल बताते हैं कि सौम्य कोविंद जब भी कपड़ा सिलवाने आते, उनका पहला सवाल यही होता कि 'मास्टरजी कैसा चल रहा सब।'

By amal chowdhuryEdited By: Published: Wed, 19 Jul 2017 10:39 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jul 2017 10:39 AM (IST)
लखनऊ में भी सिलेंगी राष्ट्रपति की पोशाकें!
लखनऊ में भी सिलेंगी राष्ट्रपति की पोशाकें!

लखनऊ (राजन परिहार)। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव का औपचारिक परिणाम आने में अभी कुछ दिन शेष हैं और मीरा कुमार भी मैदान में हैं, बावजूद इसके राजधानी में रहने वाले नूरुल हक ने तो मानो रामनाथ कोविंद को अपना राष्ट्रपति मान ही लिया है। राजाजीपुरम में दुकान चलाने वाले नूरुल कोविंद के पसंदीदा दर्जी (टेलर) हैं और उनके लिए कई सालों से परिधान तैयार कर रहे हैं।

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उनकी यह ख्वाहिश परवान चढ़ी तो वह न केवल मिठाई बांटेंगे, बल्कि देश के प्रथम नागरिक को शपथ ग्रहण में पहनने के लिए अपने हाथों से सिली हुई लखनवी पोशाक भी भेंट करेंगे। यही नहीं भावी राष्ट्रपति की पोशाक लखनऊ में भी सिला करेगी।

नूरुल बताते हैं कि वह करीब पांच-छह साल से रामनाथ कोविंद के लिए कपड़े सिल रहे हैं। पहली बार राजाजीपुरम में ही भाजपा नेता दिवाकर सेठ ने अपने घर पर 'सरजी' के कपड़ों की नाप लेने के लिए बुलाया था। जी, हां, नूरुल कोविंद को 'सरजी' कहते हैं।

बताते हैं कि सौम्य कोविंद जब भी कपड़ा सिलवाने आते, उनका पहला सवाल यही होता कि 'मास्टरजी कैसा चल रहा सब।' पहली बार सदरी के साथ कुर्ता-पायजामा सिला तो उन्हें खूब पसंद आया। इसी के बाद से कोविंद के पसंदीदा कपड़ा सिलने वालों में वह शामिल हो गए।

पैंटकट पायजामा है पसंद: नूरुल के अनुसार 'सरजी' को कुर्ते के साथ पैंटकट पायजामा पसंद है। बिहार के राज्यपाल बनने के बाद भी वह उसे नहीं भूले। करीब दो महीने पहले लखनऊ दौरे के दौरान कोविंद ने राजभवन में नूरुल को बुलवाया था। उस समय दो सूट, दो सदरी और दस कुर्ते-पायजामों की नाप दी थी, जो कि उन्होंने बाद में सिलकर भेज दिए थे।

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बकौल नूरुल, उन्हें 'सरजी' उनके नाम से नहीं बल्कि 'मास्टरजी' के नाम से पुकारते हैं। इधर, जब भाजपा ने कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया तो उनके 'मास्टरजी' की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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