राजधानी में अब बायोमीट्रिक हाजिरी लगाएंगे सफाई कर्मी
संस्था संचालकों का प्रभाव यहां तक था कि नगर निगम सफाई कर्मचारियों के भुगतान को बैंक से नहीं कर पा रहा था, लेकिन अब यह खेल भी खत्म होगा।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। शहर में नया वर्ष कुछ खास उम्मीदें लेकर आएगा। अगर सब कुछ सही रहा तो शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर दिखेगी। सफाई कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित होगी और सफाई कर्मचारी की जगह दूसरे काम करते नहीं नजर आएंगे।
बायोमीट्रिक हाजिरी से सफाई कर्मचारियों को काम पर आना होगा। इस नई व्यवस्था से घर बैठे वेतन लेने वाले सफाई कर्मचारियों को झाड़ू पकड़नी होगी तो कार्यदायी संस्था से आपूर्ति होने वाले सफाई कर्मचारियों का काकस टूटेगा। हर दिन नगर निगम कार्यदायी संस्था को करीब पांच लाख का भुगतान शहर की सफाई के लिए कर रहा है, लेकिन नगर निगम में मिलीभगत से संस्था के संचालक सफाई कराने के बजाय नगर निगम से भुगतान ले रहे हैं।
संस्था संचालकों का प्रभाव यहां तक था कि नगर निगम सफाई कर्मचारियों के भुगतान को बैंक से नहीं कर पा रहा था, लेकिन अब यह खेल भी खत्म होगा। अब बायोमीट्रिक हाजिरी और आधार से जुड़ जाने से हर सफाई कर्मचारियों का चेहरा सामने होगा।
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वेंडिंग जोन को मिलेगी गति: पटरी दुकानदारों को स्थाई ठिकाना मिलेगा, वहीं शहरवासियों को जाम से कुछ राहत मिलेगी। अभी तक पटरी दुकानदारों को जब तब हटा दिया जाता और पुलिस से लेकर नगर निगम के शोषण का शिकार भी बनते हैं। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव कहते हैं कि उम्मीद है कि शहर को नए वर्ष में वेंडिंग व नॉन वेंडिंग जोन मिल जाएगा।
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