मुख्यमंत्री के मेहमान को पहुंचाने वाले रिक्शाचालक मनीराम की मन गई दीवाली
दीपावली से पहले रिक्शा चालक 'मनीराम पर लक्ष्मी मेहरबान हो गईं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे नया रिक्शा, कुछ सौ रुपये दिये बल्कि ई-रिक्शा व लोहिया आवास भी देने का वादा किया।
लखनऊ ( जेएनएन)...यह आम जन धारणा है कि लक्ष्मी किसी भी समय और किसी पर मेहरबान हो सकती हैं, दीपावली से दो दिन पहले रिक्शा चालक 'मनीराम पर मेहरबान हो गईं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उसे अपने सरकारी आवास पर बुलाकर न सिर्फ नया रिक्शा, कुछ सौ रुपये दिये बल्कि ई-रिक्शा व लोहिया आवास भी देने का वादा किया। इससे हतप्रभ मनीराम ने कहा कि 'लक्ष्मी जी सदा सहाय और मुख्यमंत्री के लिए ढेरों दुआएं।
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हुआ यूं कि मोबाइल बैंकिंग के क्षेत्र में 'पेटीएम का अभिनव प्रयोग करने वाले विजय शेखर शर्मा कल शाम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने उनके सरकारी आवास जा रहे थे, जाम में फंसने पर कार से उतर कर एक रिक्शा लिया, उसी से वह सीधे पांच कालिदास मार्ग के अंदर पहुंच गए। इस बात की जानकारी मिलने पर बाहर निकले अखिलेश यादव ने रिक्शा चालक से सवाल किया कहां आ गए हो? वह क्षेत्रीय भाषा में बोला-'ई साहब लइ कै आएं हैं। उसने अपना नाम मनीराम बताया और कहा कि वह कालिदास मार्ग पर रात में रहता है। रिक्शे पर ही सोता है।
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के जंगलाट गांव के निवासी व अनुसूचित जाति के मनीराम ने बताया कि उसके पांच बच्चे हैं? मुख्यमंत्री ने इतने बच्चों के बारे में पूछा तो उसने बाल सुलभ अंदाज जो जवाब दिया, वह व्यवस्था और सरकारी तंत्र पर ढेरों सवाल खड़े करता था। उसने यह भी बताया कि मार्टिनपुरवा के किसी व्यक्ति से 40 रुपये प्रतिदिन के किराये पर उसने रिक्शा ले रखा है। बात करते-करते मनीराम रिक्शे पर सवार हो गया और मुड़कर जाने को हुआ, तब मुख्यमंत्री ने उसे रोका और सचिव प्रांजल यादव को उसे नया रिक्शा दिलाने को कहा।
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मुख्यमंत्री उसके बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने व लोहिया आवास आवंटिक करने का निर्देश दिया। बाद में मुख्यमंत्री के सचिव प्रांजल यादव ने कहा कि जल्द ही मनीराम को ई-रिक्शा उपलब्ध करा दिया जाएगा। रिक्शा चालकों को ठहरने के लिए कोई रैन बसेरा बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा। पेटीएम के मालिक ने भी रिक्शा चालक को एक हजार रुपये की मदद मुहैया करायी।
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