'लाशों पर राजनीती करने वालों को महाकुंभ और राम मंदिर रास नहीं आ रहा', अखिलेश यादव पर ब्रजेश पाठक ने कसा तंज
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कुंठित हो चुके हैं। विधानसभा उपचुनाव में 10 में से आठ सीटों पर वे बुरी तरह से पराजित हुए हैं। वे हार के सदमे में हैं। यही कारण है कि महाकुंभ में उमड़ा जनज्वार उन्हें भा नहीं रहा है। अखिलेश भाजपा का विरोध करते करते सनातन धर्म का विरोध करने लगे हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। ब्रजेश पाठक ने अखिलेश पर तंज हुए कहा कि वे कुंठित हो चुके हैं। विधानसभा उपचुनाव में 10 में से आठ सीटों पर वे बुरी तरह से पराजित हुए हैं।
वे हार के सदमे में हैं। यही कारण है कि महाकुंभ में उमड़ा जनज्वार उन्हें भा नहीं रहा है। उनके मित्र राहुल गांधी इंडियन स्टेट से लड़ने की बात कर रहे हैं जबकि अखिलेश भाजपा का विरोध करते करते सनातन धर्म का विरोध करने लगे हैं।
लाशों पर राजनीति करने वाले लोग हैं अखिलेश
उप मुख्यमंत्री ने शनिवार को सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लाशों पर राजनीति करने वाले लोग हैं। इन्हें प्रभु रामलला की जन्मभूमि पर बना भव्य मंदिर और महाकुंभ भा नहीं रहा है।
सनातन भारतीय संस्कृति का दर्शन कर रहा विश्व
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि भारत जब अपनी सांस्कृतिक चेतना को तेजी के साथ दुनिया भर में पसारने का काम कर रहा है तो इन्हें अच्छा नहीं लग रहा है। विश्व सनातन भारतीय संस्कृति और परंपराओं का दर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुंभ पहले भी आयोजित होते रहे, लेकिन कभी किसी भी सरकार ने इतना ध्यान नहीं दिया।
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लगातार सियासी हार से परेशान हैं अखिलेश
वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने महाकुंभ में अव्यवस्था का आरोप लगाकर राज्य सरकार को लगातार घेर रहे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अब तक 50 करोड़ से अधिक सनातनियों ने त्रिवेणी संगम में पावन स्नान किया है।
लगातार मिल रही सियासी हार और छिटकते वोटबैंक से सपा प्रमुख परेशान हैं। इसलिए वह महाकुंंभ को लेकर अनर्गल बातें कर रहे हैं। महाकुंभ विरासत के सम्मान का श्रेष्ठ उदाहरण है। महाकुंभ में प्रदेश सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं की देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग प्रशंसा कर रहे हैं। लेकिन सपा प्रमुख को सनातन के इस बढ़ते गौरव से पीड़ा हो रही है।
यूपी की जनता जान चुकी है अखिलेश यादव का सच
उनकी पीड़ा को प्रदेश की जनता बखूबी समझ चुकी है। यही वजह है कि एक के बाद एक चुनावों में अखिलेश व उनके साथी-बाराती सब जनता द्वारा धूल में मिलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र ने बीते आठ वर्षाें में विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है।
सपा, बसपा व कांग्रेस के पंजे से निकालकर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में अद्वितीय कार्य हुए हैं। उप्र अब उद्योग प्रदेश बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। कहा कि अखिलेश यादव निवेश पर सवाल उठाते हैं। जबकि उन्हें खुश होना चाहिए कि प्रदेश में 40 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश आ रहा है।

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