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    UP News: महाराष्ट्र से छुड़वाये बंधुआ श्रमिकों से मिले डीएम, सुनी समस्यायें; 34 की हुई घर वापसी

    Updated: Sun, 09 Feb 2025 09:09 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से 34 लोगों को महाराष्ट्र के उसमानाबाद जिले से बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया गया है। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने मुक्त कराए गए श्रमिकों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। सभी श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने और जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। घर वापसी पर श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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    अवमुक्त कराये श्रमिकों से चर्चा करते डीएम। जागरण

     जागरण संवाददाता, ललितपुर। महाराष्ट्र के जि़ला उसमानाबाद (धाराशिव) में बंधक बनाकर जबरन मजदूरी करा रहे जनपद के 19 बन्धुआ श्रमिकों समेत 34 व्यक्तियों की सकुशल घर वापसी कराने में जि़ला प्रशासन को बड़ी कामयाबी मिली है। अवमुक्त कराये गये सभी श्रमिक विकासखण्ड मड़ावरा के ग्राम पिसरानी व सकरा के रहने वाले हैं। बंधुआ श्रमिकों की सकुशल घर वापसी में जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की भूमिका बेहद अहम रही है। उन्होंने अवमुक्त कराये श्रमिकों से चचा कर उनकी समस्यायें भी सुनीं। घर वापसी पर श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

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    विगत 27 जनवरी को रामकिशन पुत्र गनेश निवासी ग्राम पिसनारी पोस्ट सीरोन थाना मड़ावरा द्वारा शिकायत दर्ज करायी गई कि लगभग 45 दिन पूर्व माखन निवासी ग्राम बिजपुरी सागर (मध्यप्रदेश) जनपद ललितपुर के 34 श्रमिकों को महाराष्ट्र प्रदेश स्थित ग्राम माण्डवा ब्लॉक वाशी जिला उसमानाबाद (धाराशिव) महाराष्ट्र गन्ने के खेत में कार्य करने के लिये गये हैं।

    शिकायत में कहा गया कि कार्यस्थल पर मालिक अनिल जाधव द्वारा जबरन मजदूरी करायी जा रही है। जनपद के श्रमिकों को 45 दिन से कोई मजदूरी नहीं दी गयी है और लोगों के साथ मारपीट भी की जा रही है एवं बंधुआ श्रमिक के रूप में जबरन मजदूरी करायी जा रही है। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुये श्रम विभाग को तत्काल आदेशित किया कि जनपद के बंधुआ श्रमिकों को तत्काल अवमुक्त कराया जाये और उन्हें सकुशल वापस ललितपुर लाया जाये।

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    इतना ही नहीं जिलाधिकारी द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुये तत्काल जिलाधिकारी उस्मानाबाद (धाराशिव) महाराष्ट्र से समन्वय स्थापित कर मामले को गंभीरता से लेने की बात कही। इसके बाद जिला समन्वयक जनसाहस (एनजीओ) से राजेश व धीरेंद्र टीम सहित महाराष्ट्र पहुंचे।

    जिलाधिकारी द्वारा तत्काल महाराष्ट्र प्रशासन से संपर्क कर आवश्यक पुलिस बल एवं शासकीय अधिकारियों की सहायता ली गयी जिससे कार्यस्थल पर पहुंचकर ललितपुर की टीम द्वारा जनपद के ग्राम पिसनारी व ग्राम सकरा ब्लाक मड़ावरा के श्रमिकों को सकुशल अवमुक्त कराया और जिलाधिकारी से निरन्तर संपर्क में रहे।

    ललितपुर पहुंचे बंधुआ मुक्त श्रमिक। जागरण


    जिलाधिकारी ललितपुर द्वारा लगातार निगरानी व आवश्यक दिशा निर्देश टीम को दिये गये जिससे सकुशल 34 लोगों को वापस ललितपुर लाया जाना संभव हुआ। वापस लौटे श्रमिकों द्वारा जिलाधिकारी का आभार प्रकट करते हुये कहा कि शासन द्वारा भरपूर मदद की गयी और इस कार्य में जनसाहस के जिला समन्वयक श्री राजेश एवं श्रम प्रवर्तन अधिकारी ललितपुर डीपी अग्रहरि द्वारा सतर्कता से कार्य किया गया।

    ठेकेदार समेत 2 के खिलाफ मामला दर्ज

    श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस द्वारा ग्राम मांडवा ब्लाक वाशी जिला उसमानाबाद (धाराशिव) कार्यस्थल पर सेवायोजक, ठेकेदार अनिल जाधव एवं माखन निवासी ग्राम बिजपुरी सागर (मध्यप्रदेश) के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 126(2), 351(2), 351(3), 3(5) एवं श्रम अधिनियमों के तहत कार्यवाही की जा रही है।

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    श्रमिकों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ : डीएम

    जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के विशेष प्रयासों का नतीजा है कि महाराष्ट्र से 34 श्रमिकों की घर वापसी हुई है। अवमुक्त होकर जनपद लौटे श्रमिकों से जिलाधिकारी ने मुलाकात की और उनकी समस्यायें सुनीं। साथ ही एसडीएम मड़ावरा, खण्ड विकास अधिकारी मड़ावरा व श्रम प्रवर्तन अधिकारी को निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से अवमुक्त श्रमिकों को आच्छादित किया जाये और जनपद में ही उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाये ताकि जनपद के मजदूरों को पलायन से रोका जा सके।

    34 व्यक्तियों में 15 बच्चे शामिल

    महाराष्ट्र से छुड़वाये गये 34 व्यक्तियों में 15 बच्चे भी शामिल हैं जिन्हें प्रोबेशन विभाग के सहयोग से घर वापस बुलाया गया। इस दौरान प्रोबेशन विभाग से बाल संरक्षण अधिकारी जय राम, चाइल्ड हेल्पलाइन से अतुल कुमार, अजय कुशवाहा, शुभम अहिरवार, जनसंदेश एनजीओ से राहुल, राजेश, प्रतिभा सहित अन्य मौजूद रहे।