भैंसहा गेज पर लाल निशान के करीब पहुंची नारायणी
वाल्मीकिनगर बैराज से सोमवार की रात दो बजे तीन लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर भैसहा गेज पर खतरे के निशान 96 मीटर के करीब पहुंच गया। इससे नदी पार शिवपुर हरिहरपुर नारायणपुर बसंतपुर मरिचहवा व शाहपुर के निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी भर गया है।
कुशीनगर: वाल्मीकिनगर बैराज से सोमवार की रात दो बजे तीन लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद नदी का जलस्तर भैसहा गेज पर खतरे के निशान 96 मीटर के करीब पहुंच गया। इससे नदी पार शिवपुर, हरिहरपुर, नारायणपुर, बसंतपुर, मरिचहवा व शाहपुर के निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी भर गया है। हालांकि मंगलवार की सुबह डिस्चार्ज में कमी दर्ज की गई। शाम तीन बजे डिस्चार्ज 80 हजार क्यूसेक कम होकर दो लाख 40 हजार हो गया।
नारायणी उस पार दियारा में बसे गांव राहत व बचाव के लिए नायब तहसीलदार रवि यादव के साथ राजस्व व एसडीआरएफ की टीम बाढ़ग्रस्त गांवों में पहुंच गई है। ग्रामीणों के आने-जाने के लिए प्रशासन ने नाव की व्यवस्था पहले से कर रखी है। एसडीओ राजेंद्र पासवान ने बताया कि डिस्चार्ज में कमी के बाद जलस्तर तेजी से घट रहा है, लेकिन बांध व ठोकर सुरक्षित हैं।
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सालिकपुर गांव में घुसा बाढ़ का पानी
पनियहवा: सोमवार की रात भर मूसलधार बारिश से छितौनी बाजार के प्रमुख मार्गों पर जलभराव हो गया है। नारायणी के उफनाने से बुलहवा, करमहवा, गेठिहवा, महदेवा, सालिकपुर, टेगरहां चक नंबर-5 मौजा में बाढ़ का पानी घुस गया है। सीमावर्ती प्रांत बिहार के वाल्मीकिनगर व्याघ्र परियोजना से सट कर बहने वाली नदी के पानी की वजह से महदेवा व कमरहवा गांव के दर्जनों किसानों की लहलहाती गन्ने व धान की फसल समेत करीब 25 एकड़ कृषि योग्य भूमि कट गई है। पानी से घिरे रामपुर जंगल गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने सांसद विजय कुमार दूबे से दूरभाष पर वार्ता कर हनुमानगंज थाने में तहरीर सौंप पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि गांव के समीप स्थित पुलिया को विभाग ने बंद कर दिया है। इससे जलनिकासी ठप हो गई है। दक्षिण टोला के चार घरों की दीवारों में दरार आ गई है। एसडीएम कोमल यादव ने कहा कि नदी के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। किसानों की क्षति का आंकलन के लिए राजस्वकर्मियों को लगाया गया है।
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जलस्तर बढ़ने से एपी बांध पर दबाव
सेवरही: एपी बांध के पिपराघाट में लगे गेज पर सोमवार की अपेक्षा मंगलवार को जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की बढ़त दर्ज की गई। नदी खतरे के निशान 76.20 मीटर से महज 30 सेमी नीचे बह रही है। बांध के कई प्वाइंट्स पर नदी का दबाव बढ़ गया है। नदी के रुख से ग्रामीण भयभीत हैं। एपी बांध के किमी 0.800 जंगली पट्टी के सामने, किमी 1300.00 बाघाचौर व किमी 1400.00 अहिरौलीदान में दबाव के चलते स्थिति संवेदनशील है। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता एसके प्रियदर्शी ने कहा कि संवेदनशील प्वाइंटों पर बचाव कार्य जारी है। बांध पूरी तरह सुरक्षित है।
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बारिश से रेल ट्रैक पर हुआ रेनकट
पनियहवा: बारिश की वजह से गोरखपुर-नकटियागंज रेलखंड के पनियहवा स्टेशन व छितौनी-बगहां पुल के बीच ट्रैक पर रेनकट हो गया है। सूचना मिलने पर रेलवे के इंजीनियरिग विभाग के कर्मचारी व गैंगमैन की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया। इंजीनियरिग विभाग के सहायक विवेकानंद मंडल ने बताया कि रेनकट भरने के लिए टीम लगाई गई है।