न मर्यादा का उल्लंघन, न सफलता के लिए शार्टकट... UP के स्कूलों में पढ़ाए जा रहे हैं भगवान राम के मैंनेजमेंट स्किल
भगवान राम के प्रबंधन गुर अभी तक मैनेजमेंट के छात्रों को ही पढ़ाए और सिखाए जाते थे। इसी से सबक लेते हुए कौशांबी में यूपी बोर्ड के स्कूलों ने भी यह प्रयोग शुरू कर दिया गया है। सरायअकिल क्षेत्र के चौधरी हाजी रहमान इंटर कालेज और लक्ष्मी देवी इंटर कालेज में अलग तरह से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य उन्हें टापर की सूची में शामिल कराना है।

हिमांशु भट्ट, कौशांबी । दोआबा में संचालित यूपी बोर्ड के स्कूलों ने अनूठी पहल की है। टापर बनाने के लिए वह मेधावियों को आराध्य राम का मैनेजमेंट पढ़ा रहे हैं। छात्र-छात्राओं को परम सत्ता के जीवन से उदाहरण लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्हें लक्ष्य निर्धारण, रणनीति, सहयोग और समय प्रबंधन के फार्मूले सिखाए जा रहे हैं।
भगवान राम के प्रबंधन गुर अभी तक मैनेजमेंट के छात्रों को ही पढ़ाए और सिखाए जाते थे। इसी से सबक लेते हुए कौशांबी में यूपी बोर्ड के स्कूलों ने भी यह प्रयोग शुरू कर दिया गया है।
सरायअकिल क्षेत्र के उस्मानपुर बिगहरा गांव स्थित चौधरी हाजी रहमान इंटर कालेज और करारी क्षेत्र के फैजीपुर स्थित लक्ष्मी देवी इंटर कालेज में बच्चों को अलग तरह से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य उन्हें टापर की सूची में शामिल कराना है।
यह भी पढ़ें: Ayodhya Airport: राम मंदिर की तरह भव्य होगा अयोध्या का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, रन-वे भी बनकर हुआ तैयार
बाकायदा विशेष क्लास चलती है। इसमें श्रीराम के प्रबंधन के गुर अहम विषय होते हैं। जिले की टापर सूची में हर वर्ष स्थान बनाने वाले केन कनवार गांव के धर्मा देवी इंटर कालेज में भी अगले सत्र से यह व्यवस्था होगी।
वहां के प्रधानाचार्य डा. रामकिरन त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के लिहाज से अब तक हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को तैयारी कराई जाती थी। अब श्रीराम जैसे मैंनेजमेंट भी पढ़ाया, समझाया जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले समय में कई और कालेज इस ओर कदम बढ़ाएंगे।
यह भी पढ़ें: 22 जनवरी को रामलला मंदिर में होंगे विराजमान! भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बैठक
कुशल था श्री राम का प्रबंधन
माता-पिता या गुरु की आज्ञा का पालन हो, वानर सेना का गठन किया जाना हो, रावण से युद्ध हो अथवा राज्य संचालन...। प्रभु श्रीराम ने सभी प्रबंधन बेहद सफलता से किए। कहीं न तो मर्यादा का उल्लंघन हुआ और न ही सफलता के लिए किसी शार्टकट का सहारा लिया। विशेष प्रशिक्षण में इन्हीं उदाहरणों को शामिल किया गया है।
चयनित किए गए हैं मेधावी छात्र
चौधरी हाजी रहमान इंटर कालेज के उप प्रधानाध्यापक शाहफहद इकबाल ने बताया कि श्रीराम जैसा मैंनेजमेंट पढ़ाने के लिए उन छात्र-छात्राओं को चयनित किया गया है, जो मेधावी हैं और उनसे हाईस्कूल या इंटरमीडिएट की बोर्ड में टाप करने की उम्मीद है। छात्रों को भगवान राम से जुड़े विश्वास, प्रोत्साहन और पारदर्शिता की जानकारी दी जा रही है।
पड़ रहा है सकारात्मक असर
लक्ष्मी देवी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह कहते हैं कि भगवान राम का जीवन सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उनके माध्यम से कोई उदाहरण देने पर छात्र उसे गंभीरता से लेते हैं। आत्मसात भी करते हैं। मेधावी छात्रों को विशेष रूप से भगवान राम के मैनेजमेंट के गुर सिखाने का सकारात्मक असर भी हो रहा है।
लक्ष्य प्राप्ति को सटीक रणनीति
छात्रों को भगवान राम के जीवन से उदाहरण लेकर यह सिखाया जा रहा है कि सबसे पहले लक्ष्य निर्धारण करना आवश्यक है। इसके बाद इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सटीक रणनीति की जरूरत है। एक बार रणनीति बन जाए तो अच्छे लोगों के सहयोग और समय प्रबंधन से सफलता प्राप्त की जा सकती है। जैसे कि भगवान राम ने माता सीता की खोज और फिर रावण को युद्ध में परास्त करने के लिए किया था।
कौशांबी में संचालित यूपी बोर्ड के स्कूलों ने यह अच्छी पहल की है। निश्चित तौर पर इसका सकारात्मक परिणाम बोर्ड परीक्षा में देखने को मिला था। यूपी टापरों की सूची में जिले के मेधावियों ने स्थान बनाया है। पूरा भरोसा है कि उत्तर प्रदेश टाप भी करेंगे। -डा. सच्चिदानंद यादव, डीआईओएस
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।