कौशांबी में युवक की हत्या, बोरे में शव भरकर गांव के सामने फेंककर भाग निकले बदमाश, घटनास्थल पर मिली बाइक
कौशांबी जिले के सरायअकिल क्षेत्र में एक युवक की हत्या कर दी गई। बदमाशों ने शव को बोरे में भरकर मवई गांव के सामने फेंक दिया। राहगीरों द्वारा पुलिस को स ...और पढ़ें

कौशांबी के सरायअकिल इलाके में एक युवक का बोरे में शव मिलने के बाद जांच-पड़ताल करती पुलिस व जुटे लोग। जागरण
जागरण संवाददाता़, कौशांबी। सरायअकिल के मवई गांव के समीप रविवार सुबह एक युवक का बंद बोरे में शव मिला। कातिलों ने उसके सिर पर प्रहार कर मौत के घाट उतारा था। घटनास्थल से करीब 200 मीटर की दूरी पर युवक की बाइक भी मिली।
पहचान पत्र से हुई शिनाख्त
राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक की तलाशी ली तो कपड़े में मिले पहचान पत्र से शिनाख्त हुई। वारदात के पीछे असल कारण का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सऊदी अरब से तीन माह पूर्व लौटा था
सरायअकिल कोतवाली के कूरा बसुहार निवासी धर्मपाल राजगीर हैं। उनके तीन बेटों में मझला 30 वर्षीय बेटा सुरेंद्र सऊदी अरब में वेल्डिंग का काम करता था। तीन महीने पहले ही वह गांव आया था। इन दिनों सुरेंद्र की पत्नी आशा देवी अपने दो बच्चों के साथ मायके कौशांबी थानाक्षेत्र के मढ़ी गांव में थी।
पैसा ससुरालीजन नहीं कर रहे थे वापस
धर्मपाल ने बताया कि सुरेंद्र ने एक साल पहले अपने साले की शादी में डेढ़ लाख रुपये सास को उधार दिया था। यह पैसा ससुरालीजन वापस नहीं कर रहे थे। इसे लेकर बेटा काफी परेशान था। शुक्रवार रात करीब दो बजे सुरेंद्र बिना किसी से कुछ बताए बाइक लेकर घर से निकल गया। शनिवार सुबह तक सुरेंद्र नहीं लौटा तो वह लोग खोजबीन करने लगे।
बोरे में शव व पास पड़ी थी युवक की माइक
रविवार सुबह पुलिस से सूचना मिली कि सुरेंद्र का शव मवई गांव के समीप नहर के किनारे पड़ा है। शव बोरे में बंद है व घटनास्थल के समीप ही उसकी बाइक मिली है। घटना की जानकारी होने के बाद एसपी राजेश कमार, एएसपी राजेश कुमार सिंह, सीओ चायल अभिषेक सिंह ने फारेसिंक टीम के साथ घटना स्थल की छानबीन कर साक्ष्य संकलित किए।
सुरेंद्र के रूप में हुई पहचान
सीओ चायल ने बताया कि रविवार सुबह नौ बजे मवई गांव के प्रधान ने सूचना दी कि कनैली से होकर बाला ब्लाक जाने वाले मार्ग पर नहर के किनारे बोरे में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। इससे करीब 200 मीटर की दूरी पर प्लेटिना बाइक भी खड़ी है। मौके पर पहुंच कर मृतक के कपड़ों की तलाशी ली गई तो उसमें पर्स मिला। पर्स से एक आइडी बरामद हुई, जिससे मृतक की पहचान सुरेंद्र के रूप में हुई।
भाई से हुई थी मारपीट
सीओ के अनुसार प्रारंभिक जानकारी में मृतक के पिता धर्मपाल ने बताया कि सुरेंद्र की उसके बड़े भाई राजेंद्र से मारपीट हुई थी। इसके बाद सुरेंद्र बाइक लेकर घर से निकल गया था। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल खोलेगा सुरेंद्र की मर्डर मिस्ट्री
मृतक के पिता धर्मपपाल के बयान पर गौर करें तो शुक्रवार रात जब बेटा सुरेंद्र घर से निकला था तो उसने अपने मोबाइल से डायल-112 को फोन किया। रविवार को जब शव मिला तो बेटे का मोबाइल पास में नहीं था। माना जा रहा है कि कातिल ने अपनी पहचान छिपाने के लिए मोबाइल गायब कर दिया होगा। फिलहाल पुलिस भी दबी जुबान से स्वीकार करती है कि काल डिटेल व लोकेशन ट्रेस होने के बाद ही जल्द से जल्द घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।
आखिर डायल-112 को फोन करके सुरेंद्र ने क्या दी थी सूचना?
मृतक के पिता धर्मपाल ने बताया कि उनके तीन बेटों में सुरेंद्र मझला था। वर्ष 2015 में उसकी शादी कौशांबी थाना क्षेत्र के मढ़ी निवासी आशा देवी के साथ हुई थी। दंपती के दो बच्चे हैं। करीब 15 दिन पहले आशा अपने बच्चों के साथ मायके गई थी। धर्मपाल के मुताबिक सुरेंद्र शुक्रवार की रात करीब दो बजे घर से बिना किसी से कुछ बताए अपनी प्लेटिना बाइक लेकर निकला था। घर से निकलने के पहले उसने उसने डायल-112 में फोन भी किया। फोन पर उसने क्या बात किया? इसकी जानकारी नहीं है। रविवार सुबह बेटे का शव मवई गांव के समीप नहर के किनारे बोरे में भरा होने की सूचना मिली।
कोट:
मृतक के पिता ने बेटे के साले और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर मुकदमा कायम कराया जाएगा। हत्यारोपियों की तलाश कराई जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही हत्या का सही कारण पता लगेगा।
- अभिषेक सिंह, डीएसपी चायल।
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युवक की हत्या कर बोरे में बंदकर फेंका शव
- शुक्रवार रात घर से बाइक लेकर निकला था मृतक सुरेंद्र, तीन महीने पहले ही सऊदी से कमाकर लौटा था घर
फोटो, 20, 21, 36, 38
जागरण संवाददाता़, कौशांबी : सरायअकिल के मवई गांव के समीप रविवार सुबह एक युवक का बंद बोरे में शव मिला। कातिलों ने उसके सिर पर प्रहार कर मौत के घाट उतारा था। घटनास्थल से करीब 200 मीटर की दूरी पर युवक की बाइक भी मिली। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की तलाशी ली तो कपड़े में मिले पहचान पत्र से शिनाख्त हुई। वारदात के पीछे असल कारण का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सरायअकिल कोतवाली के कूरा बसुहार निवासी धर्मपाल राजगीर हैं। उनके तीन बेटों में मझला 30 वर्षीय बेटा सुरेंद्र सऊदी अर में वेल्डिंग का काम करता था। तीन महीने पहले ही वह गांव आया था। इन दिनों सुरेंद्र की पत्नी आशा देवी अपने दो बच्चों के साथ मायके कौशांबी थानाक्षेत्र के मढ़ी गांव में थी। धर्मपाल ने बताया कि सुरेंद्र ने एक साल पहले अपने साले की शादी में डेढ़ लाख रुपये सास को उधार दिया था। यह पैसा ससुरालीजन वापस नहीं कर रहे थे। इसे लेकर बेटा काफी परेशान था। शुक्रवार रात करीब दो बजे सुरेंद्र बिना किसी से कुछ बताए बाइक लेकर घर से निकल गया। शनिवार सुबह तक सुरेंद्र नहीं लौटा तो वह लोग खोजबीन करने लगे। इस दौरान रविवार सुबह पुलिस से सूचना मिली कि सुरेंद्र का शव मवई गांव के समीप नहर के किनारे पड़ा है। शव बोरे में बंद है व घटनास्थल के समीप ही उसकी बाइक मिली है। घटना की जानकारी होने के बाद एसपी राजेश कमार, एएसपी राजेश कुमार सिंह, सीओ चायल अभिषेक सिंह ने फारेसिंक टीम के साथ घटना स्थल की छानबीन कर साक्ष्य संकलित किए। सीओ चायल ने बताया कि रविवार की सुबह नौ बजे मवई गांव के प्रधान ने सूचना दिया कि कनैली से होकर बाला ब्लाक जाने वाले मार्ग पर नहर के किनारे बोरे में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। इससे करीब 200 मीटर की दूरी पर प्लेटिना बाइक भी खड़ी है। मौके पर पहुंच कर मृतक के कपड़ों की तलाशी ली गई तो उसमें पर्स मिला। पर्स से एक आइडी बरामद हुई, जिससे मृतक की पहचान सुरेंद्र के रूप में हुई। प्रारंभिक जानकारी में मृतक के पिता धर्मपाल ने बताया कि सुरेंद्र की उसके बड़े भाई राजेंद्र से मारपीट हुई थी। इसके बाद सुरेंद्र बाइक लेकर घर से निकल गया था। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल खोलेगा सुरेंद्र की मर्डर मिस्ट्री
मृतक के पिता धर्मपपाल के बयान पर गौर करें तो शुक्रवार रात जब बेटा सुरेंद्र घर से निकला था तो उसने अपने मोबाइल से डायल-112 को फोन किया। रविवार को जब शव मिला तो बेटे का मोबाइल पास में नहीं था। माना जा रहा है कि कातिल ने अपनी पहचान छिपाने के लिए मोबाइल गायब कर दिया होगा। फिलहाल पुलिस भी दबी जुबान से स्वीकार करती है कि काल डिटेल व लोकेशन ट्रेस होने के बाद ही जल्द से जल्द घटना का राजफाश कर दिया जाएगा।
आखिर डायल-112 को फोन करके सुरेंद्र ने क्या दी थी सूचना?
मृतक के पिता धर्मपाल ने बताया कि उनके तीन बेटों में सुरेंद्र मझला था। वर्ष 2015 में उसकी शादी कौशांबी थाना क्षेत्र के मढ़ी निवासी आशा देवी के साथ हुई थी। दंपती के दो बच्चे हैं। करीब 15 दिन पहले आशा अपने बच्चों के साथ मायके गई थी। धर्मपाल के मुताबिक सुरेंद्र शुक्रवार की रात करीब दो बजे घर से बिना किसी से कुछ बताए अपनी प्लेटिना बाइक लेकर निकला था। घर से निकलने के पहले उसने उसने डायल-112 में फोन भी किया। फोन पर उसने क्या बात किया? इसकी जानकारी नहीं है। रविवार सुबह बेटे का शव मवई गांव के समीप नहर के किनारे बोरे में भरा होने की सूचना मिली।
कोट:
मृतक के पिता ने बेटे के साले और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर मुकदमा कायम कराया जाएगा। हत्यारोपियों की तलाश कराई जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही हत्या का सही कारण पता लगेगा।
- अभिषेक सिंह, डीएसपी चायल।

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