Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    कानपुर रेल नेटवर्क का होगा कायाकल्प, विजन 2030 के तहत 150 अतिरिक्त ट्रेनें

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 08:39 PM (IST)

    भारतीय रेलवे ने विजन-2030 के तहत कानपुर को 48 प्रमुख शहरों में शामिल किया है। यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए अगले पांच वर्षों में कानपुर के रेल ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, कानपुर। भारतीय रेलवे ने विजन 2030 के तहत 48 शहरों में रेल नेटवर्क को मजबूत करने का निर्णय लिया है। इसमें कानपुर को भी शामिल किया गया है। कानपुर में यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए यहां के बुनियादी ढांचे को अगले पांच वर्षों में बदला जाएगा। यहां से 150 अतिरिक्त ट्रेनें गुजरेंगी। अभी यहां से 300 ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। अगले पांच वर्षों में यहां से होकर 450 ट्रेनें गुजरने लगेंगी। कानपुर में में दिल्ली, प्रयागराज, लखनऊ, बांदा, झांसी व फर्रुखाबाद छह अलग-अलग दिशाओं से ट्रेनों का आवागमन होता है। इसको देखते हुए यहां रेलवे टर्मिनल क्षमता का विस्तार किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

    कानपुर से 26 की बजाय चलेंगी 40 ट्रेनें

    कानपुर से वर्तमान समय में 26 ट्रेनों की ओरिजिनेटिंग यानी शुरुआत होती है। क्षमता वृद्धि के बाद इनकी संख्या बढ़कर 40 हो जाएगी। कानपुर में मेगा कोचिंग कांप्लेक्स का निर्माण भी किया जाएगा, इससे यहां से नई लंबी दूरी की ट्रेनें भी शुरू हो सकेंगी।

     

    अगले पांच वर्षों में इस तरह होगा बदलाव

    • कानपुर सेंट्रल, गोविंदपुरी और पनकी धाम का कायाकल्प किया जा रहा है। कानपुर सेंट्रल का पुनर्विकास किया जा रहा है। गोविंदपुरी और पनकी धाम को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत सैटेलाइट टर्मिनल के रूप में विकसित हो रहे है। इससे कानपुर सेंट्रल में भीड़ का दबाव कम होगा।
    • स्टेशनों की क्षमता को दोगुणा करने के लिए अतिरिक्त प्लेटफार्म, नई स्टेबलिंग लाइन, अत्याधुनिक पिट लाइन और पर्याप्त शंटिंग सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
    • क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न रेल खंडों पर तीसरी और चौथी लाइन का काम तेज किया जा रहा है। साथ ही आधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली के माध्यम से ट्रेनों के बीच के अंतराल को कम किया जाएगा।
    • ट्रेनों के बेहतर रखरखाव के लिए कानपुर क्षेत्र में विकसित नए कोचिंग कांप्लेक्स के साथ कोचिंग अनुरक्षण क्षमता वृद्धि के कार्य किए जाएंगे ।


    तीन चरणों में किया जाएगा कार्य

    योजना को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। परिचालन संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए तत्काल मौजूदा यार्डों मे सुधार किया जाएगा। अगले दो से तीन वर्षों में अतिरिक्त प्लेटफार्म व लूप लाइनों का निर्माण किया जाएग। वर्ष 2030 तक सभी प्रस्तावित प्रोजेक्टों व नए टर्मिनलों का संचालन किया जाएगा।

     

    विजन-2030 योजना के माध्यम से भारतीय रेलवे कानपुर की टर्मिनल क्षमता बढ़ाएगा, भविष्य की औद्योगिक मांग और बढ़ते यात्री भार को संभालने के लिए एक मजबूत रेल तंत्र स्थापित करेगा।
    -अमित सिंह, जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल