Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP Flood: गंगा का बढ़ता जलस्तर, वज्रपात से हाहाकार, चार की मौत, नौ झुलसे

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 09:59 PM (IST)

    UP Flood उत्तर प्रदेश में गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों में एक बार फिर से बाढ़ का संकट गहराया। फर्रुखाबाद व उरई में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत और नौ लोग झुलस गए। 30 से अधिक पशु भी मारे गए। वहीं तेज बारिध और आंधी की वजह से कई जिलों में संपर्क मार्ग टूटे और बिजली आपूर्ति ठप रही।

    Hero Image
    भाऊपुर चौरासी संपर्क मार्ग पर बाढ़ के पानी की धार में साइकिल से चारा लेकर जाते ग्रामीण। जागरण

    जागरण टीम, कानपुर। उत्तर प्रदेश में नदियों के बढ़ते जलस्तर ने फिर से चिंता में डाल दिया है। वहीं रविवार को हुई बारिश और वज्रपात ने चार लोगों की जान ले ली। वज्रपात से चार लोगों की मौत हो गई जबकि नौ लोग झुलस गए। साथ ही 30 से ज्यादा पशुओं की भी झुलसने से मौत हो गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नरौरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। फर्रुखाबाद, उन्नाव, कन्नौज, फतेहपुर में तटवर्ती गांवों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। यमुना व उसकी सहायक नदियों का जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। फर्रुखाबाद व उरई में अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई।

    उन्नाव में गंगा का जलस्तर बीते 20 घंटे में दो सेंटीमीटर बढ़ा है। फर्रुखाबाद में तटवर्ती गांव के घरों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। बाढ़ के पानी की तेज धार में कई गांवों के संपर्क मार्ग कट गए हैं। सड़कों पर तीन फीट ऊपर से पानी बह रहा है। इससे ग्रामीणों के सामने आवागमन का संकट हो गया है। कन्नौज में गंगा का जलस्तर स्थिर है। फतेहपुर में गंगा कटरी के गांव में बाढ़ का पानी अब कम होने लगा है। हमीरपुर में यमुना व बेतवा का जलस्तर लगातार घट रहा है।

    बांदा में केन व यमुना का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। उरई के ग्राम रगौली निवासी 53 वर्षीय कमलेश पाल साथी जगत सिंह के साथ जानवर चराने के लिए गए थे। कमलेश पाल के ऊपर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। एट थाना क्षेत्र के ग्राम पिंडारी निवासी 38 वर्षीय राजेश राजपूत रविवार की दोपहर चराने खेत गया था। दोपहर में बारिश होने लगी और बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। चुर्खी थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरी रहमानपुर निवासी 46 वर्षीय राजेश सिंह खेत से घर लौट रहे थे तो रास्ते में बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। फर्रुखाबाद में वर्षा के दौरान बिजली गिरने से मोहम्मदाबाद के गांव नगला समई में युवक की मौत हो गई, जबकि नौ लोग झुलस गए।

    UP Flood Farrukhabad

    नरायनपुर गढ़िया जरारी मार्ग पर टूटे पेड़ से क्षतिग्रस्त तार व अवरुद्ध मार्ग। जागरण

    फर्रुखाबाद में तेज हवा और वर्षा में टूटे खंभे, बिजली आपूर्ति ठप

    रविवार शाम को तेज हवा के साथ वर्षा हुई। इससे पेड़ की डाल टूटने से उसकी चपेट में आए 33 व 11 केवी के तार कई जगह टूट गए। इससे शहर में 20 मुहल्लों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। नारायनपुर गढ़िया से जरारी मार्ग पर टूटे खंभा से आवागमन अवरूद्ध हो गया। शमसाबाद क्षेत्र में तेज हवा और वर्षा से 33 केवी लाइन के तार टूटने से शमसाबाद व हजियापुर उपकेंद्र ठप हो गए। इससे 110 गांवों की बिजली गुल हो गई। देर रात तक फाल्ट ठीक न होने से बिजली चालू नहीं हो सकी। अधिशासी अभियंता नगरीय बृजभान सिंह ने बताया कि वर्षा में आए फाल्टों को ठीक कराकर बिजली चालू करा दी गई है। एसडीओ रवि पांडेय ने बताया कि फाल्टों को ठीक कराकर बिजली चालू की जाएगी।

    गंगापार क्षेत्र में दो दिन से बिजली संकट

    गंगापार क्षेत्र अमृतपुर व राजेपुर में अधिकांश गांव बाढ़ से प्रभावित है। करीब 15 गांवों में बाढ़ का पानी नहीं हैं। इनमें दो दिन से बिजली संकट बना हुआ है। शनिवार को कस्बा अमृतपुर में सुबह नौ बजे केबल जल गया था। जिसे सही कराकर 11:30 बजे बिजली दी गई। कुछ देर बाद 33 केवी लाइन में फाल्ट आने से बिजली फिर बंद हो गई। इससे रात भर ग्रामीणों को बिजली नहीं मिली। रविवार को दिन में फाल्ट ठीक कराने का काम कराया गया, लेकिन शाम को तेज हवा के साथ वर्षा होने से फिर 33 केवी लाइन में फाल्ट आ गया। इससे दूसरे दिन भी ग्रामीणों को बिजली नहीं मिली। एसडीओ विनोद कुमार ने बताया कि 33 केवी लाइन में फाल्ट से बिजली समस्या हुई है। सोमवार को बिजली दी जा रही है।

    वर्षा से तीन मकान गिरे, बाल-बाल बचे स्वजन

    जहानगंज के गांव दानमंडी में रविवार शाम करीब पांच बजे तेज वर्षा के दौरान हरिशंकर दुबे व धर्मवीर दुबे के कच्चे मकान भर भराकर गिर गए। दोनों परिवारों के लोग बाल-बाल बच गए। दोनों घरों का सामान दबकर नष्ट हो गया। प्रधान राखी दीक्षित के पति अजय दीक्षित पहुंच गए। पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कंपिल क्षेत्र के गांव नूरपुर गढ़िया निवासी तकी अली के घर का लिंटर शाम अचानक भर भराकर गिर गया। हालांकि गांव में भरे बाढ़ के पानी के कारण स्वजन दूसरे घर में रह रहे थे। जिससे बच गए। पीड़ित ने मामले की सूचना तहसील प्रशासन को दी। इसी गांव के बहार अली के घर के पीछे कई दिनों से बाढ़ का पानी भरा था। जिससे दीवार में दरार पड़ गई। रविवार को वर्षा के कारण दीवार गिर गई। हालांकि स्वजन दूसरे घर में मौजूद थे।

    बिजली गिरने से युवक की मौत, नौ झुलसे

    वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से मोहम्मदाबाद के गांव नगला समई में युवक की मौत हो गई। नवाबगंज के गांव कांधेमई में चार लोग, कंपिल के गांव कमरुद्दीनगर में तीन लोग, कमालगंज के गांव अमानाबाद में एक और कायमगंज के गांव मद्दूपुर में एक युवती झुलस गई। वहीं, बिजली गिरने से गांव गनेशपुर में 30 बकरियां मर गईं। वहीं गांव अजमतपुर में दो भैंस और गांव मूसाखिरिया में एक घोड़ा मर गया। इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई।

    यह भी पढ़ें- प्रेम विवाह का दुखद अंत, पति डिलीवरी देने गया पत्नी की हो गई मौत, आने वाला था नन्हा मेहमान

    उरई में अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली गिरने से तीन किसानों की मौत

    खेतों में जानवर चराने गए अलग-अलग क्षेत्र में तीन किसानों के ऊपर बिजली गिरने से मौत हो गई। ग्राम रगौली निवासी 53 वर्षीय कमलेश पाल शनिवार की शाम को अपने साथी जगत सिंह के साथ खेतों पर जानवर चराने के लिए गए थे। कमलेश पाल के ऊपर बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। एट थाना क्षेत्र के ग्राम पिंडारी निवासी 38 वर्षीय राजेश राजपूत रविवार की दोपहर भैंसों को चराने खेतों की तरफ गया था। दोपहर के समय अचानक से बारिश होने लगी और बिजली गिरने से उसकी मौत हो गई। उधर चुर्खी थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरी रहमानपुर निवासी 46 वर्षीय राजेश सिंह रविवार की शाम को अपना खेत देखकर घर वापस आ रहे थे तो रास्ते में बारिश होने के दौरान बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

    शुक्लागंज में बाढ़ का पानी भरा होने व गंदगी से परेशानी

    गंगा नदी का जलस्तर दो सेंटीमीटर बढ़कर 112.570 मीटर पर बीते 15 घंटे से स्थिर है। बीते शनिवार को शाम 6 बजे गंगा नदी का जलस्तर 112.550 मीटर रिकार्ड किया गया था। जो कि रविवार को शाम 6 बजे 112.570 मीटर पर रात तीन बजे से स्थिर है। कई मुहल्लों में बाढ़ का पानी कम जरूर हुआ है। लेकिन पश्चिमी गंगाघाट के मोहम्मदनगर, गोताखोर समेत कई मुहल्लों में दूर तक पानी भरा होने से लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी 20 नावें लगी हैं। जहां पानी कम हुआ है वहां कीचड़ व गंदगी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। लोगों को आवागमन में घोर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ प्रभावित रहे मुहल्लों में जलभराव क गंदगी से मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि लोग बीमार हो रहे हैं।