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    सीएम मेगा सिटी के तहत कानपुर में बनेंगे चार नए औद्योगिक क्षेत्र, इन गांवों में होगा जमीन अधिग्रहण

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 06:07 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश सरकार कानपुर को मेगा सिटी बनाने के लिए चार नए औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करेगी। इसके लिए गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य रोजगार बढ़ाना और कानपुर को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाना है। सरकार किसानों को उचित मुआवजा देगी और कानपुर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेगा सिटी में स्वीकृत चार औद्योगिक क्षेत्र के लिए केडीए को जमीन चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गयी है। केडीए तीन औद्योगिक क्षेत्र डिफेंस कारिडोर भीमसेन के पास बसाने की तैयारी कर रहा है। चौथा औद्योगिक क्षेत्र नानकारी में बसाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 13 गांव चिह्नित किए गए है। सीमा का चिन्हांकन होना बाकी है।

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    वहीं, ग्रेटर कानपुर तीन हजार एकड़ में लाया जाएगा। इसके लिए जमीन तय की जा रही है। फिलहाल केडीए के नगर नियोजन विभाग को सीमा का चिन्हाकन करना है कि कहां से कहा तक जगह होगी। उसके आधार पर जगह तय होगी। वहीं मास्टर प्लान 2031 अभी तक स्वीकृत नहीं होने के कराण जमीन व्यावसायिक, आवासीय या कृषि है। मास्टर प्लान तय होने के बाद ही पता चलेगा। मास्टर प्लान पर शासन को मुहर लगानी है।

     

    ये 13 गांव होंगे शामिल


    केडीए सौ एकड़ में मेडिसिन सिटी, पांच सौ एकड़, ईवी पार्क पांच सौ एकड़ और मेगा एमएसएमई पार्क सौ एकड़ में विकसित किया जाएगा। यह सभी डिफेंस कारिडोर भीमसेन के पास विकसित होगा। वहीं नालेज पार्क नानकारी में 359 एकड़ जमीन में बनेगा। इसके लिए ग्राम गोपालपुर, गंभीरपुर, पतेहरीपुर, सेन पश्चिम पारा, सेन पूरब पारा, इटारा, कैध समेत 13 गांव चिह्नित किए गए है।
    इस बाबत दो विशेष कार्याधिकारी रवि प्रताप सिंह और अजय कुमार को लगाया गया है।

     

    सीमा तय की जा रही


    विशेष कार्याधिकारी रवि प्रताप सिंह ने बताया कि जमीन चिह्नित की जा रही है। नगर नियोजक विभाग को औद्योगिक क्षेत्र कितनी सीमा तक रखा जाना है इसके लिए जगह तय करनी है। सीमा का चिन्हाकन करना है। वहीं ग्रेटर कानपुर के लिए भी जगह चिह्नित की जा रही है।

     


    यह बनने है औद्योगिक क्षेत्र

    मेडिसिन सिटी

    • विकसित होगी - डिफेंस कारिडोर भीमसेन के पास
    • क्षेत्र - 100 एकड़
    • लागत - 360 करोड़
    • निर्माण एजेंसी होगी - केडीए
    • विकास होगा -पीपीपी माडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप ) के तहत
    • यह होगा- मल्टीस्पेशलिट अस्पताल, चिकित्सक उपकरण, दवाई मार्केट (शहर से हटायी जाएगी)

     


    नालेज पार्क
    विकसित होगी - आइआइटी के पास नारामऊ में

     

    • क्षेत्र - 359 एकड़
    • लागत - 880 करोड़
    • निर्माण एजेंसी होगी - केडीए
    • विकास होगा -पीपीपी माडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप ) के तहत
    • यह होगा- बच्चों की पढ़ाई के लिए पूरा हब बनाया जाएगा। एक ही जगह स्कूल व कालेज, दुकानों और पढ़ाई के लिए कोचिंग सेंटर होगे।

     

     

    मेगा एमएसएमई पार्क
    विकसित होगी - डिफेंस कारिडोर भीमसेन के पास

     

    • क्षेत्र - 100 एकड़
    • लागत - 294 करोड़
    • निर्माण एजेंसी होगी - यूपीसीडा
    • विकास होगा -पीपीपी माडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप ) के तहत
    • यह होगा- मेगा फूड पार्क, टेक्टाइल पार्क, प्लास्टिक पार्क, समेत अन्य इकाईयां होगी। छोटे-छोटे उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा।

     

     


    ईवी पार्क
    विकसित होगी - डिफेंस कारिडोर भीमसेन के पास

     

    • क्षेत्र - 500 एकड़
    • लागत - 700 करोड़
    • निर्माण एजेंसी होगी - यूपीसीडा
    • विकास होगा -पीपीपी माडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप ) के तहत
    • यह होगा- इलेक्ट्रिक वाहनों से जुड़े उद्योग को यहां पर विकसित किया जाएगा। उपकरण से लेकर ई -वाहनों की बिक्री की व्यवस्था होगा।

     

     

    यह भी बसेगी

     

    • योजना -ऐरो सिटी
    • क्षेत्र- 300 एकड़
    • लागत 360 करोड़ रुपये
    • स्थान - न्यू चकेरी एयरपोर्ट
    • निर्मांण एजेंसी - केडीए
    • बसेगी - पीपीपी माडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप ) के तहत
    • योजना का प्रकार - आवासीय और व्यावसायिक
    • लाभ मिलेगा- चकेरी एयरपोर्ट के आसपास योजना बसने से बाहरी उद्यमियों को आने जाने में दिक्कत नहीं होगी। इससे आय के साथ ही रोजगार बढ़ेगा।
    • विवाद- नगर निगम व केडीए की बीच जमीन विवाद के चलते मामला शासन में है। जमीन विवाद हल होने के बाद कार्य होगा।

     


    संजय वन चेतना केंद्र का होगा निर्माण

    • स्थान- संजय वन किदवईनगर
    • क्षेत्र - 10 हेक्टेयर
    • लागत -55 करोड़
    • निर्माण एजेंसी- केडीए

     


    बाटनिकल गार्डन का विकास

    • स्थान - गंगा बैराज के पास स्थित बाटनिकल गार्डन
    • क्षेत्र - 50 एकड़
    • लागत - 40 करोड़ रुपये
    • निर्माण एंजेंसी - केडीए

     

     


    नालेज सिटी अरबन पार्क

    • स्थान - नालेज पार्क नारामऊ
    • क्षेत्र - 30 एकड़
    • लागत -120 करोड़ रुपये
    • निर्माण एजेंसी - केडीए

     

     


    यूपी हाट बाजार

    • स्थान - न्यू कानपुर सिटी
    • क्षेत्र - 8 एकड़
    • लागत - 20 करोड़ रुपये
    • निर्माण एजेंसी - केडीए

     


    यहां मल्टीलेवल पार्किंग बनाने के लिए चिह्नित हो रही जगह

    • गुमटी नंबर पांच, घंटाघर, नयागंज, कौशलपुरी समेत कई स्थान चिह्नित हो रहे।
    • मैनावती मार्ग से सिंहपुर तक सड़क को फोरलेन - 40 करोड़
    • मैनावती मार्ग से गंगा बैराज जोड़ने वाले दो मार्ग - 40 करोड़ रुपये

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