मां की पुकार...जल्दी आ जाइए, बेटा जान दे रहा...Dial-112 ने पांच मिनट में पहुंच फंदे से उतार बचाई जिंदगी
कानपुर के चकेरी में एक युवक ने घरेलू झगड़े के बाद आत्महत्या का प्रयास किया। उसने पहले चाकू से नस काटने की कोशिश की और फिर पंखे से लटक गया। माँ की सूचना पर पुलिस तुरंत पहुंची और दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से नीचे उतारा। बेहोश युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उसकी जान बच गई।

जागरण संवाददाता, कानपुर। चकेरी के गांधीग्राम विनोबा नगर में घरेलू विवाद के चलते गुरुवार रात आत्महत्या का प्रयास किया। इस दौरान उसने पहले चाकू से हाथ की नस काटने का प्रयास किया। यह देख उसकी मां ने किसी तरह से चाकू छीन लिया। फिर, कमरे में जाकर पंखे पर फंदे पर लटक गया। इसपर हिम्मत जुटाकर मां ने डायल 112 पर पुलिस को फोन किया। इसके महज पांच मिनट बाद ही घर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर युवक को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर उपचार के लिए अस्पताल भेजा।
चकेरी के विनोबा नगर निवासी पल्लवी जायसवाल का 20 वर्षीय बेटा अमन जायसवाल प्राइवेट कर्मी है। पुलिस के अनुसार बीते गुरुवार की रात को अमन का अपनी मां से किसी बात पर अनबन हो गई। इसपर आक्रोशित अमन ने घर से चाकू से हाथ की नस काटने का प्रयास किया। जिसे पल्लवी ने छीन लिया।
इसके बाद अमन कमरे के अंदर चला गया, फिर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। यह देख पल्लवी ने बेटे के आत्मघाती हमले की आशंका पर डायल 112 पर फोनकर कहा कि मेरा बेटा अपने आप को चाकू से मारने की कोशिश कर रहा है। जल्दी आ जाइए, नहीं तो खुद को मार डालेगा। इसके बाद फोन कट गया। इस दौरान पीआरवी 6357 गाड़ी की लोकेशन पल्लवी के घर से करीब आधा किलोमीटर दूर थी।
सूचना पर वह तत्काल पांच मिनट में तेजी से पल्लवी के घर पहुंचे। फिर उन्होंने घर पहुंचते ही पल्लवी ने बताया कि मेरे बेटा कमरे के अंदर है। उसने दरवाजा बंद कर लिया है। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अमन साड़ी से कुंडे के सहारे फांसी के फंदे से लटक रहा है। इसपर तत्काल पीआरवी में कार्यरत कमांडर चंचल राय और पायलट सुरेंद्र बहादुर सिंह ने उसका पैर पकड़कर उठा लिया। दूसरे कांस्टेबल ने पंखे से फंदा खोला। तब तक अमन अचेत हो गया था।
इसके बाद पुलिस उसे कांशीराम अस्पताल लेकर पहुंची। जहां पर उसकी उपचार किया गया। फिलहाल अमन होश में आ गया। इसके बाद चकेरी पुलिस ने युवक से पूछताछ की। वहीं बेटे को सुरक्षित देखकर पल्लवी ने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया। बताया कि अगर पुलिस के पहुंचने पर दो मिनट भी देरी हो जाती, तो बेटे की जान बचाना असंभव था।
एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय ने बताया कि घरेलू विवाद के चलते युवक ने यह कदम उठाया था। फिलहाल उसकी हालत ठीक है। वहीं पुलिस के इस सराहनीय कार्य का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित हो रहा है।
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