कक्षा 11 की छात्रा बनी एक दिन की थानेदार, कुर्सी पर बैठते ही मारपीट मामले में इंस्पेक्टर को दिया ये आदेश
अरौल थाना परिसर में डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने मिशन शक्ति केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर स्कूली छात्राओं महिलाओं और नागरिकों को सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक किया गया। ज्ञान भारती कन्या इंटर कॉलेज की एक छात्रा को एक दिन की थाना प्रभारी बनाया गया। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई।

संवाद सहयोगी, बिल्हौर। उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति केंद्र योजना के तहत महिलाओं को सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी के तहत बिल्हौर में एक छात्रा को एक दिन का थानेदार बनाया गया। इस दौरान छात्रा ने पुलिसकर्मी की ड्यूटी को समझते हुए समाज में फैले अपराध से कैसे निपटा जाए इसे समझा। साथ ही मारपीट मामले में इंस्पेक्टर को आदेश दिया।
अरौल थाना परिसर में शनिवार को डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने मिशन शक्ति केन्द्र का शुभारम्भ किया। इस दौरान उन्होंने मिशन शक्ति फेज-5 के तहत स्कूली छात्राओं, महिलाओं और क्षेत्रीय नागरिकों को सुरक्षा व आत्मनिर्भरता के प्रति जागरूक किया। इस दौरान कक्षा 11 की एक छात्रा को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया गया।
हेल्पलाइन नंबर के बारे में बताया
पुलिस उपायुक्त ने महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर 1090, 108, 1098, 181, 112, 1076 आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी और मिशन शक्ति केन्द्र की कार्यप्रणाली से लोगों को अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ज्ञान भारती कन्या इंटर कालेज की कक्षा 11 की मेधावी छात्रा गौरी कटियार को एक दिन का थाना प्रभारी बनाया गया।
इस दौरान छात्रा ने लोगों की समस्याएं सुनीं और एक मारपीट के मामले में इंस्पेक्टर से कार्रवाई करने के लिए कहा। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। डीसीपी के मुताबिक मिशन शक्ति केन्द्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपराध और उत्पीड़न की स्थिति में सहायता प्रदान करना है। शक्ति केंद्र में पीड़िताओं को काउंसलिंग, मार्गदर्शन, सहयोग और संरक्षण की सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस मौके पर एसीपी अमरनाथ यादव, एसडीएम संजीव कुमार मिश्रा, इंस्पेक्टर जनार्दन सिंह यादव समेत पुलिस कर्मी व ग्राम प्रधान राजेश पाल, आनंद करन सिंह,नंदलाल पाल समेत क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- Dushra 2025: कानपुर के रावण के पुतले के अंग्रेज भी थे कायल, जानें अंग्रेज लेखक ऐसा क्या लिखा अपनी डायरी में
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।