मखाने की खेती से किसानों की बढ़ेगी आय...सरकार देगी अनुदान, यहां मिलेगी पूरी जानकारी
मखाना की खेती किसानों के लिए आय का एक नया स्रोत बन सकती है। सरकार इस खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदान प्रदान करेगी साथ की तकनीकी सहयोग भी देगी। अधिक ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, कानपुर। जनपद में किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने मखाना की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में अहम पहल की है। उद्यान विभाग के माध्यम से संचालित इस योजना के तहत किसानों को मखाना उत्पादन के लिए अनुदान के साथ-साथ तकनीकी सहयोग भी उपलब्ध कराया जाएगा। खासतौर पर निचले और जलभराव वाले क्षेत्रों के किसानों के लिए मखाना की खेती लाभकारी होगी।
योजना के अनुसार मखाना की खेती के लिए एक हेक्टेयर क्षेत्रफल पर 71 हजार 821 रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। एक किसान अधिकतम दो हेक्टेयर में मखाना की खेती कर सकेगा, जिससे उसे कुल एक लाख 43 हजार 643 रुपये तक का अनुदान मिलेगा। इससे खेती की शुरुआती लागत कम होगी और किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
मखाना की खेती मुख्य रूप से पानी में की जाती है, ठीक उसी तरह जैसे सिंघाड़े की फसल उगाई जाती है। जिन इलाकों में जलभराव रहता है या जहां पारंपरिक फसलें सफल नहीं हो पातीं, वहां मखाना किसानों के लिए बेहतर विकल्प साबित होगा।
बाजार में मखाना की अच्छी मांग है और इसके दाम भी किसानों को अच्छा लाभ दिलाने वाले हैं। उद्यान विभाग किसानों को मखाना की उन्नत किस्में, बुआई की विधि, फसल की देखरेख और कटाई से जुड़ी तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराएगा।
विभाग का मानना है कि सही तकनीक और सरकारी सहयोग से किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। साथ ही मखाना की खेती से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
जिला उद्यान अधिकारी उमेश चन्द्र उत्तम ने बताया कि सरकार की मंशा परंपरागत खेती के साथ-साथ वैकल्पिक और लाभकारी फसलों को बढ़ावा देने की है। इसी क्रम में लगभग 70 लाख रुपये की कार्ययोजना बनाकर निदेशालय भेजी गई है, जिसकी स्वीकृति मिलते ही अग्रिम कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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इस नंबर पर मिलेगी योजना की जानकारी
इच्छुक किसान उद्यान विभाग के इस मोबाइल नंबर 9151066897 पर भी योजना की जानकारी और प्रशिक्षण प्राप्त करने की जानकारी ले सकते हैं। इसके साथ ही विकास भवन स्थित उद्यान विभाग में इसकी जानकारी ली जा सकती है।

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