यूपी में डीएल प्रक्रिया में बड़ा बदलाव, अब महीनों में नहीं एक सप्ताह में हाथ में होगा स्मार्ट कार्ड लाइसेंस
डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब आवेदकों को स्मार्ट कार्ड लाइसेंस प्राप्त करने के लिए महीनों इंतजार नहीं करना होगा, बल्कि यह प्रक्रिया केवल एक सप्ताह में पूरी हो जाएगी। परिवहन विभाग के इस नए नियम से लाइसेंस बनवाने वालों को काफी सुविधा होगी।

उप संभागीय परिवहन कार्यालय, सर्वोदय नगर स्थित सारथी भवन में काउंटर के बाहर ड्राइविंग लाइसेंस की आवेदन प्रक्रिया पूरी कराने के लिए आवेदकों की लगी लाइन। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। छोटे व बड़े वाहनों के चालकों को अब स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस (Smart Card Driving Licence) पाने के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। परिवहन विभाग ने आवेदकों की सहूलियत के लिए कानपुर और आगरा जोन के अंतर्गत आने वाले जिलों के पात्र आवेदकों को डीएल जारी करने के लिए स्मार्ट चिप कंपनी को हटाकर फोकाम नेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को अधिकृत कर दिया है। इस व्यवस्था के तहत अब कंपनी का स्टाफ परिवहन विभाग के सारथी पोर्टल पर आने वाले आवेदनों का सत्यापन करके आनलाइन रिपोर्ट दर्ज करेगी। इसके बाद कंपनी एक सप्ताह में स्मार्ट कार्ड डीएल आवेदक के पंजीकृत पते पर भेजेगी। इससे आवेदक को महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा और एक सप्ताह में डीएल उनके हाथ में होगा।
कानपुर नगर से सारथी पोर्टल पर रोजाना लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रोजाना औसतन 100 और स्थायी डीएल के लिए 100 आवेदन किए जाते हैं। लर्निंग लाइसेंस के लिए आनलाइन टेस्ट होता है। ये टेस्ट पास करने वाले आवेदक स्थायी डीएल पाने के लिए आनलाइन आवेदन करते हैं। आनलाइन प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेस्ट के लिए तारीख और समय तय हो जाता है। ड्राइविंग टेस्ट पास करने वाले आवेदक को स्मार्ट चिप कार्ड वाला डीएल पंजीकृत पते पर भेजा जाता है।
परिवहन विभाग ने वर्ष 2019 में स्मार्ट चिप कंपनी को पांच साल के लिए वाहन चालकों को स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए अधिकृत किया था। कंपनी पूरे प्रदेश से आने वाले आवेदनों के चिप आधारित डीएल जारी कर रही थी। तय शर्त के अनुसार, डीएल आपूर्ति समय पर नहीं की जा सकी। इसकी वजह से आवेदकों को इंतजार करना पड़ता था। नियमानुसार एक सप्ताह में डीएल आवेदक के पते पर पहुंचना था। कभी चिप की कमी और कभी तकनीक में गड़बड़ी से बड़ी संख्या में डीएल महीनों बाद तक आवेदकों तक नहीं पहुंच पाए थे। अब नई व्यवस्था के तहत आवेदकों को एक सप्ताह में डीएल मिल सकेगा। बता दें, कानपुर नगर में 18,07,486 से ज्यादा वाहन पंजीकृत हैं।
निजी कंपनी इन जिलों के आवेदकों के बनाएगी डीएल
परिवहन विभाग ने कानपुर और आगरा जोन में स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनाने के लिए फोकाम नेट प्राइवेट लिमिटेड को अधिकृत किया है। ये कंपनी इटावा, बांदा, चित्रकूट, हाथरस, हमीरपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, इटावा, फर्रुखाबाद, औरैया, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी जिले के आवेदकों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाएगी।
स्मार्ट डीएल की ये है खासियत
- स्मार्ट कार्ड डीएल में एक चिप होती है, जिसमें वाहन चालक का पूरा ब्योरा रहता है।
- स्मार्ट डीएल धारक का पूरा ब्योरा आनलाइन रहता है, जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है।
- यह डीएल फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने की संभावना को शून्य कर देता है।
- डीएल खराब होने या फटने की समस्या नहीं रहती है।
स्मार्ट डीएल प्राप्त करने की प्रक्रिया
- आवेदक को परिवहन विभाग के सारथी परिवहन पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करना होता है।
- आनलाइन आवेदन में पूरा ब्योरा देने के लिए तय फीस का भुगतान करना होता है।
- उप संभागीय परिवहन कार्यालय में बायोमीट्रिक और फोटो और टेस्ट प्रक्रिया पूरी करनी होती है।
- आवेदन और टेस्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक सप्ताह में स्मार्ट कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस आवेदक के पंजीकृत पते पर पहुंचता है।
ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए आवेदन किया था। पांच दिन से डीएल आवेदन के सत्यापन का काम बंद चल रहा था। एक दिसंबर से आवेदन प्रक्रिया शुरू होने का पता चलने पर सारथी भवन में पहुंचे तो पता चला सर्वर की समस्या है।
आवेदक अरविंद यादव, शिवराजपुर।
लर्निंग लाइसेंस बना हुआ है। अब परमानेंट कराने के लिए आवेदन किया था। पांच दिन से काम बंद रहने के बाद एक दिसंबर से प्रक्रिया शुरू होने का पता चलने पर कार्यालय पहुंचे। सर्वर की समस्या दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
आवेदक सोनू यादव
परिवहन विभाग ने कानपुर और आगरा जोन से आने वाले आवेदकों को डीएल उपलब्ध कराने के लिए फोकाम नेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को अधिकृत है। ये अच्छी व्यवस्था है और अब आवेदकों को एक सप्ताह में डीएल मिल सकेगा।
आलोक कुमार सिंह, एआरटीओ प्रशासन, कानपुर नगर।
श्रेणी पंजीकृत वाहन संख्या
- थ्री व्हीलर पैसेंजर 12448
- ई रिक्शा 41336
- दोपहिया वाहन 13 लाख
- मोटर कार 2.81 लाख
- गुड्स कैरियर 39,798
स्रोत : उप संभागीय परिवहन कार्यालय।
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