SIR Updates: कानपुर में जितनी बड़ी विधानसभा उतने ज्यादा कट रहे वोटर, चेक कर लें, कहीं आपका भी नाम तो नहीं..
SIR Updates: कानपुर में विधानसभा के अनुसार वोटर लिस्ट में काफी ज्यादा नाम कट रहे हैं। वोटर लिस्ट अपडेट होने पर कई मतदाताओं के नाम गायब हो सकेते हैं। ए ...और पढ़ें

रितेश द्विवेदी, कानपुर।SIR Updates: विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा मतदाताओं के नाम कटने को लेकर है। घर-घर हुए सत्यापन और गणना फार्म डिजिटाइजेशन अपलोड होने के बाद जिले में नौ लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम सूची में कटने की कतार में हैं। इसके पीछे निधन, पलायन, किरायेदारी, फर्जी पते और वर्षों से बंद पड़े मकान जैसे कई कारण हैं।
बात शहरी इलाकों की करें तो सबसे बड़ी वजह किरायेदारी है। नौकरी बदली, मकान बदला लेकिन वोटर आइडी वहीं का वहीं रह गया। कई जगहों पर एक ही व्यक्ति का नाम दो-दो विधानसभा क्षेत्रों में मिला तो कहीं मृतकों के नाम वोटर लिस्ट में मिले। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तस्वीर अलग लेकिन उतनी ही गंभीर है। रोजगार की तलाश में बाहर गए लोग वापस नहीं लौटे। कई गांवों में पूरा का पूरा परिवार शहरों में बस चुका है लेकिन मतदाता सूची में अब तक पुराने पते पर ही हैं।
इस बार का अभियान इसलिए भी अलग है क्योंकि डिजिटाइजेशन ने गलती छुपाने की गुंजाइश कम कर दी है। हालांकि नाम कटने की खबर से मतदाताओं के साथ ही राजनीतिक पार्टियों में भी चिंता में दिख रही है। हालांकि अधिकारी दावा कर रहे हैं कि बिना पुख्ता सत्यापन और नोटिस के किसी का नाम अंतिम रूप से नहीं हटाया जाएगा।
जनपद की 10 विधानसभा सीटों में कुल 35 लाख 38 हजार 261 मतदाता दर्ज हैं। इनमें से 26 लाख 32 हजार 557 मतदाता डिजिटाइज्ड किए जा चुके हैं। तीन बार से ज्यादा गणना फार्म लेकर पहुंचने के बाद भी नहीं मिलने वाले मतदाताओं की संख्या 32,243 है।
कैंट में सर्वाधिक नाम कटने के लिए चिह्नित
नाम काटने में पहले नंबर कैंट विधानसभा हैं। इस विधानसभा में 366954 मतदाताओं में एसआइआर के बाद एक लाख 26 हजार 338 नाम काटने के लिए चिन्हित किए गए हैं। दूसरे नंबर पर कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र 367699 मतदाताओं में एक लाख 26 हजार 216, महाराजपुर में 4,59,884 मतदाताओं में एक लाख 25 हजार 727 नाम काटने के लिए चिह्नित किए गए हैं। बिल्हौर में 4,06,178 मतदाता हैं लेकिन यहां 84,649, बिठूर विधानसभा क्षेत्र में 3,72,066 मतदाताओं में 46942 नाम कटने के लिए चिन्हित किए गए हैं। यह आंकड़ा दिखाता है कि शहरी विस्तार, किरायेदारी और पलायन का असर मतदाता सूची पर साफ दिखाई दे रहा है। इनमें सबसे बड़ा कारण अनुपस्थित और लापता मतदाता हैं।
मध्यम आबादी, फिर भी भारी कटौती
- किदवई नगर विधानसभा में 3,35,897 मतदाता हैं। यहां 85077 मतदाताओं के नाम कटने के लिए चिन्हित किए गए हैं।
- गोविंदनगर में 3,37,848 मतदाताओं में 99946 नाम काटने के लिए सूची में शामिल किए गए हैं।
- घाटमपुर में 3,29,362 मतदाता हैं, जिनमें से 48 हजार 946 नाम हटाने की प्रक्रिया में हैं।
कम मतदाता, फिर भी प्रतिशत ज्यादा
सबसे कम मतदाता वाली विधानसभा सीसामऊ है, जहां 2,63,498 मतदाता दर्ज हैं, लेकिन यहां करीब 65 हजार 174 नाम कटने के लिए चिन्हित किए गए हैं, आर्य नगर में 2,98,875 मतदाता हैं और यहां 96 हजार 703 नाम काटे जाएंगे।
विधानसभा-वार मतदाता सूची में काटने के लिए चिन्हित संख्या
बिल्हौर
- कुल मतदाता: 4,06,178
- नाम कटने के लिए चिन्हित: 84,649
- प्रतिशत: 20.84
बिठूर
- कुल मतदाता: 3,72,066
- नाम कटने के लिए चिन्हित: 1,26,216
- प्रतिशत: 34.33
कल्याणपुर
- कुल मतदाता: 3,67,699
- नाम कटने के लिए चिन्हित: 1,26,216
- प्रतिशत: लगभग 34
गोविंदनगर
- कुल मतदाता: 3,37,848
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 99946
- प्रतिशत: लगभग 29
सीसामऊ
- कुल मतदाता: 2,63,498
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 65174
- प्रतिशत: लगभग 24
आर्य नगर
- कुल मतदाता: 2,98,875
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 96703
- प्रतिशत: लगभग 32
किदवई नगर
- कुल मतदाता: 3,35,897
- नाम कटने के लिए चिन्हित: 85077
- प्रतिशत: 25
कानपुर कैंट
- कुल मतदाता: 3,66,954
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 1263388
- प्रतिशत: लगभग 34
महाराजपुर
- कुल मतदाता: 4,59,884
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 125727
- प्रतिशत: लगभग 27
घाटमपुर
- कुल मतदाता: 3,29,362
- नाम कटने के लिए चिन्हित: लगभग 48946
- प्रतिशत: लगभग 14
मतदाता सूची में काटने के लिए चिन्हित हुए लोगों को पहले नोटिस भेजा जाएगा। इसके लिए 15 दिन समय भी प्रदान किया जाएगा। अगर इसके बाद भी कोई नहीं आता तो नाम काटने की कार्रवाई की जाएगी।
डा. विवेक चतुर्वेदी, एडीएम वित्त एवं राजस्व

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