कानपुर सीएसजेएमयू में अब सात तक होंगे प्रवेश, योग कोर्स में मांगे आवेदन
कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश की अंतिम तिथि 7 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। निजी महाविद्यालयों ने प्रवेश प्रक्रिया को 30 अगस्त तक बढ़ाने की मांग की है क्योंकि अभी भी कई सीटें खाली हैं खासकर कला संकाय में। योग विज्ञान विभाग में भी विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं जिनकी अंतिम तिथि 7 अगस्त है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) से संबद्ध महाविद्यालयों और परिसर में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाकर सात अगस्त कर दी गई है। विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग में भी विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन मांगे गए हैं। दूसरी ओर निजी महाविद्यालयों ने प्रवेश प्रक्रिया को 30 अगस्त तक विस्तार देने की मांग की है।
सीएसजेएमयू के संबद्ध महाविद्यालयों में अभी 50 प्रतिशत प्रवेश होने बाकी हैं। कालेजों की ओर से लगातार पंजीकरण पोर्टल खोलने की मांग की जा रही थी जिसके बाद विश्वविद्यालय ने यह फैसला किया है। कुल सचिव राकेश कुमार ने सात अगस्त तक प्रवेश पोर्टल खोले जाने की जानकारी देने के साथ बताया है कि समर्थ पोर्टल पर इसके बाद प्रवेश तिथि बढ़ाया जाना संभव नहीं है।
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इस बीच उत्तर प्रदेश स्ववित्त पोषित महाविद्यालय संघ के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने कुलपति को पत्र लिखकर कहा है कि छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयो में प्रवेश की स्थिति अब भी अत्यंत चिंताजनक है। अधिकांश महाविद्यालयों में 40 से 50 प्रतिशत सीटें खाली पड़ी हैं। कला संकाय में प्रवेश की स्थिति सर्वाधिक दयनीय है। ऐसे में कम से कम एक महीने तक प्रवेश सीमा का विस्तार किया जाना चाहिए।
योग विज्ञान में प्रवेश आवेदन मांगे
विश्वविद्यालय में संचालित योग विज्ञान के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन जमा कराए जा रहे हैं। कोर्स कोआर्डिनेटर डा. रामकिशोर ने बताया कि बीएससी योग, एमएससी योग, एमए योग और पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सात अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है। विश्वविद्यालय में योग की ओपीडी में हर रोज 15 से 20 रोगी चिकित्सीय सेवाओं के लिए आते हैं और लाभ प्राप्त कर रहे हैं। सरकारी संस्थानों में योग इंस्ट्रक्टर, विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर हो रही भर्तियों के कारण भी इस कोर्स की मांग बढ़ी हुई है।
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