कानपुर नगर निगम सदन में भाजपा पार्षदों का हंगामा, महापौर ने दो को किया निलंबित
कानपुर नगर निगम सदन में भाजपा पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ। महापौर के शांत कराने के बावजूद पार्षद आपस में भिड़ते रहे और राष्ट्रगान का भी सम्मान नही ...और पढ़ें
-1766756059835.webp)
महापौर के सख्त तेवर को देखते रहे नगर आयुक्त ...
नगर निगम सदन में भाजपा पार्षदों द्वारा हंगामा करने से नाराज महापौर प्रमिला पांडेय के सख्त तेवर और कड़े शब्दों में कहा कि सदन में शहर के विकास पर चर्चा की जाएं। अगर किसी ने सदन की गरिमा का ध्यान नहीं रखा तो उसको बाहर कर दिया जायेगा। पहली बार सदन में उपस्थित नगर आयुक्त अर्पित उपाध्याय बार-बार महापौर की ओर देखते रहे, मानो हालात की गंभीरता को भांपने की कोशिश कर रहे हो। फोटो: संजय यादव
जागरण संवाददाता, कानपुर। नगर निगम सदन की सत्तारूढ पार्टी भाजपा के पार्षदों ने सदन की गरिमा को तार-तार किया। हंगामे के दौरान पार्षद राष्ट्रगान के सम्मान की गरिमा भी भूल गए। शहर के विकास की चिंता छोड़कर सदन में ही भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए और एक दूसरे से खींचतान व धक्का-मुक्की की। इस दौरान कर्मचारी के साथ ही अभद्रता की।
भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित और महापौर सत्ताधारी पार्षदों को शांत करतीं रही लेकिन पार्षद शोर मचाते रहे। महापौर प्रमिला पांडेय ने साफ कहा कुश्ती का अखाड़ा बना दिया है। महापौर ने कहा कि अब कोई किसी के बीच में बोला तो उनसे बुरा कोई नहीं होगा। यह अखाड़ा नहीं है। इसके बाद भी खींचतान में जुटे रहे। इस दौरान प्रस्तावों भी पास कर दिए गए। प्रस्ताव पास होने के बाद महापौर ने कहा कि सदन समाप्त किया जाता है और राष्ट्रगान शुरू हो गया। इस दौरान भी भाजपा पार्षद शांत नहीं बैठ, एक पार्षद धरने पर बैठ गए। इस दौरान विपक्ष के पार्षद मौज लेते रहे।
भेदभाव का आरोप
महापौर ने भाजपा पार्षद दल के नेता द्वारा भाजपा पार्षद अंकित मौर्या व पवन गुप्ता अमर्यादित आचरण किए जाने पर कार्रवाई को लेकर दिए गए पत्र में अब होने वाले चार सदन के लिए निष्कासित कर दिया है। महापौर ने कहा कि वह संगठन और मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगी। वहीं भाजपा पार्षद दल के दूसरे गुट ने आरोप लगाया है कि उनके साथ भेदभाव बरता जा रहा है। वह भी संगठन से शिकायत करेंगे।
नगर निगम सदन में हंगामा करते भाजपा पार्षद अंकित मौर्या (दाएं से तीसरे) व पवन गुप्ता (दाएं से दूसरे) को शांत करवाते भाजपा पार्षद दल के नेता नवीन पंडित (दाएं) व अन्य साथी पार्षद । जागरण
भाजपा पार्षद पहले बोलने को लेकर भिड़े
शुक्रवार को नगर निगम सदन 12.35 बजे शुरू हुआ। सदन शुरू होते ही भाजपा पार्षद आपस में ही पहले बोलने को लेकर भिड़ गए। इस दौरान महापौर ने कहा कि पहले प्रस्ताव पर चर्चा हो जाए उसके बाद बोलने को दिया जाएगा। इस दौरान हर वार्ड को चार-चार सफाई कर्मचारी दिए जाने के प्रस्ताव को सदन ने स्वीकृति दे दी। इस दौरान फिर पार्षद अंकित मौर्या बोलना शुरू कर दिया। सफाई कर्मचारी कहां मिल रहे है। इसको लेकर भाजपा पार्षद दल के नेता शांत कराने लगे लेकिन वह शोर मचाते रहे।
10 प्रस्ताव सदन में रखे गए
महापौर ने कहा कि पहले प्रस्ताव पास हो जाए उसके बाद बोलने दिया जाएगा। इसके बाद एक-एक करके 10 प्रस्ताव पर सदन में रखे गए। इस दौरान भाजपा पार्षद पवन गुप्ता ने कहा कि सतलाल हाता में सीवर लाइन नहीं डाली जा रही है। पोस्टर दिखाना शुरू कर दिया। दोनों पार्षदों ने कहा कि उनके यहां कार्य नहीं हो रहे है। भेदभाव बरता जा रहा है। उनको बोलने नहीं दिया जाता है। इसको लेकर नाराज दूसरा गुट के सौरभ देव, आकर्ष बाजपेयी, नीरज बाजपेयी, नीरज रक्सेल मनीष मिश्रा विरोध कर रहे दोनों पार्षदों से भिड़ गए। कहासुनी शुरू हो गयी। खींचतान तक होने लगी।
राष्ट्रगान के दौरान शोर मचाते रहे पार्षद
हंगामा कर रहे हैं पार्षदों को पार्षदों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन जब किसी ने नहीं सुना तो महापौर ने सदन समाप्त करने की घोषणा कर दी और राष्ट्रगान शुरू कर दिया गया। इस दौरान विपक्ष के पार्षद शांत ख़ड़े रहे वहीं भाजपा पार्षद शोर मचाते रहे। इस दौरान पार्षद अंकित मौर्या सदन पटल पर धरने पर बैठ गया। 35 मिनट में सदन समाप्त हो गया।
कार्रवाई को लिखा पत्र
भाजपा पार्षद दल के नेता ने महापौर प्रमिला पांडेय और भाजपा के बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल को पत्र लिखा है कि वार्ड चार ग्वालटोली के अंकित मौर्या और वार्ड 37 अशोक नगर के पवन गुप्ता को बार-बार मना करने के बावजूद सदन में अपने ही दल के साथी पार्षदों से अभद्रता की गयी। राष्ट्रगान के दौरान भी इन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। फोटो खिंचाने के लिए के लिए सत्ताधर के होने के बाद भी विपक्ष का रोल निभा रहे है व पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। इन पर कार्रवाई की जाए। कार्रवाई के लिए तीन दर्जन पार्षदों ने पत्र में हस्ताक्षर किए।
पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप
इस मामले में महापौर ने दोनों पार्षदों को आगामी होने वाले चार सदन के लिए निष्कासित कर दिया है। महापौर ने कहा कि संगठन और मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगी। पार्टी की छवि धूमिल कर रहे है। पार्षद अंकित मौर्य, पवन गुप्ता, विकास जायसवाल, लक्ष्मी कोरी, आलोक पांडे ने आरोप लगाया कि सदन में उनके साथ भेद-भाव किया जाता है। पिछले 3 वर्ष से 15वें वित्त का कार्य नहीं दिया गया, पार्षद निधि के कार्यों की फ़ाइल नगर निगम से गायब हो जाती है। वार्ड 15 मैकराबर्टगंज में चार वार्डों का कार्य जोड़ दिया जाता है। सीसामऊ नाले में साढ़े तीन करोड़ रुपये के कार्य हो रहे है इसमें चार वार्ड शामिल है लेकिन एक ही वार्ड के नाम चढ़े है। इसकी जांच करायी जाए।
जानें किसने क्या कहा
- महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि जो पार्षद कह रहे है कि उनके यहां कार्य नहीं हो रहे है उनके यहां हुए कार्यों की सूची जारी की जाएगी।
- कांग्रेस पार्षद दल के नेता सुहेल अहमद ने कहा कि सदन में शहर के विकास को लेकर चर्चा होनी चाहिए। ऐसे आपस में खींचतान करने से सभी की छवि जनता के सामने धूमिल होती है। जनता ने विकास कार्य के लिए भेजा है।
सदन में ये प्रस्ताव पास
वहीं नामांतरण शुल्क 65 सौ रुपये सदन ने सशर्त पास कर दिया। इसके तहत तय समय पर नामांतरण न कराने पर जुर्माना लगेगा। इसके अलावा मंगल भवन और फजलगंज स्थित गेस्ट हाउस के भी शुल्क तय कर दिया। वहीं कूड़ा निस्तारण करने के लिए अनुबंधित कंपनी वेस्ट टू एनर्जी का अनुबंध भी समाप्त कर जांच के आदेश दिए गए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।