कानपुर मेट्रो में सफर से पहले ठगे गए यात्री, ब्लैक में खरीदी टिकट नहीं हुईं स्कैन, यात्रियों का आंकड़ा डेढ़ लाख पार
कानपुर में मेट्रो की शुरुआत पर उमड़ रहे यात्रियों की भीड़ को देखकर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। स्टेशन के बाहर इस्तेमाल टिकट बेचकर यात्रियों को ठग रहे हैं। मेट्रो में प्रयोग हुई टिकटों को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मेट्रो ने शुरू होने के पहले पांच दिन में ही डेढ़ लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। मेट्रो में इतनी अधिक भीड़ हो रही है कि टिकट काउंटर पर लंबी लाइन लगती हैं। इन लंबी लाइनों को देखते हुए मेट्रो के टिकट भी ब्लैक में बेचे जाने लगे हैं। मेट्रो में घूमने के इच्छुक लोगों को अपनी यात्रा पूरी करने के बाद टिकट बेच रहे हैं जिसकी वजह से टिकट स्कैन नहीं हो रहा और ऐसे लोग परेशान हो रहे हैं। मेट्रो अधिकारियों ने कहा कि टिकट काउंटर के अलावा कहीं से टिकट न खरीदें।
मेट्रो ने अपने पहले ही दिन 30 हजार यात्रियों का आंकड़ा पार कर लिया था। नव वर्ष के पहले दिन 45 हजार से दूसरे दिन भी 40 हजार यात्रियों ने मेट्रो का सफर किया। उम्मीद से कहीं ज्यादा यात्रियों ने पहले पांच दिन में यात्रा की है। स्टेशन पर भीड़ को देख बहुत से लोग लौट भी जाते हैं। इसी का फायदा कुछ ऐसे लोगों ने उठाना शुरू कर दिया है जो टिकट लेने के बाद अपनी यात्रा पूरी कर चुके हैं और उसके बाद वे उन टिकटों को ऐसे लोगों को यह कह कर बेच दे रहे हैं कि ट्रेनों में बहुत भीड़ है, इसलिए वे यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।
प्रवेश और निकासी पर पहले ही टिकट स्कैन हो चुका होता है, इसलिए दूसरे यात्रियों से खरीदा गया टिकट आटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट पर स्कैन नहीं हो रहा। मेट्रो के अधिकारियों ने ऐसे अधिकारियों के टिकट के स्कैन न होने पर पूछा तो उन्होंने बताया कि किसी दूसरे यात्री से उन्होंने टिकट खरीदा था। अधिकारियों ने अपने सिस्टम पर उस टिकट को स्कैन किया तो पाया कि उस टिकट पर यात्रा की जा चुकी थी। अधिकारियों ने ऐसे यात्रियों को टिकट काउंटर से ही क्यूआर कोड का टिकट लेने की सलाह दी।