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    डायल-112 की तरह अब बिजली की शिकायतें 1912 में होंगी दर्ज, दिसंबर से बंद होगा कानपुर केस्को का काल सेंटर

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 06:30 AM (IST)

    केस्को (Kanpur Electricity Supply Company) उपभोक्ताओं के लिए कॉल सेंटर बंद होने जा रहा है जिससे बिजली संबंधी शिकायतों का पंजीकरण अब लखनऊ और नोएडा के केंद्रीकृत सेंटरों से होगा। UPPCL (Uttar Pradesh Power Corporation Limited) द्वारा संचालित इस नई व्यवस्था में 1912 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से शिकायतें दर्ज की जाएंगी। इस बदलाव का उद्देश्य उपभोक्ताओं को त्वरित और पारदर्शी सेवा प्रदान करना है।

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    केस्को मुख्यालय में निवनिर्मित काल सेंटर। जागरण

    रितेश द्विवेदी, जागरण, कानपुर। केस्को (कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी) के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी प्रशासनिक बदलाव की तैयारी फिर शुरू हो गई है। बिजली से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण करने के लिए अब केस्को का अपना काल सेंटर नहीं रहेगा। दिसंबर से उपभोक्ताओं की सभी शिकायतें सीधे 1912 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लखनऊ और नोएडा के केंद्रीकृत काल सेंटरों में दर्ज होंगी।

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    वर्तमान में केस्को मुख्यालय स्थित काल सेंटर में 40 लाइनों पर करीब 135 कर्मचारी कार्यरत हैं, जो रोजाना औसतन तीन हजार से अधिक काल्स रिसीव करते हैं। तीन माह पूर्व ही उपभोक्ताओं की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए काल सेंटर में लाइनों की संख्या बढ़ाई गई थी। लेकिन अब इसे बंद कर राज्य स्तर पर केंद्रीकृत व्यवस्था में शामिल किया जाएगा।

    उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड प्रदेश के पांच डिस्काम में एक बार फिर बड़े बदलाव करने जा रहा है। उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण करने के लिए केंद्रीकृत व्यवस्था लागू होगी। नई व्यवस्था में लखनऊ और नोएडा में दो प्रमुख काल सेंटर बनाए गए हैं। इन दोनों काल सेंटरों में 650 लाइनों में उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण होगा।

    वहीं पुलिस के हेल्पलाइन नंबर डायल-112 की तरह की बिजली विभाग की शिकायतों के लिए केवल 1912 नंबर उपभोक्ताओं को डायल करना होगा। नई व्यवस्था के तहत कानपुर क्षेत्र की लगभग 65 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण नोएडा सेंटर से और 35 प्रतिशत लखनऊ सेंटर से किया जाएगा। दोनों केंद्रों पर अत्याधुनिक तकनीक के साथ आटोमैटिक काल डिस्ट्रिब्यूशन (एसीडी) और उपभोक्ता डेटा मानिटरिंग सिस्टम लागू किया गया है। नई व्यवस्था का उद्देश्य उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी समाधान सुनिश्चित करना है।

    अफसरों का कहना है कि राज्य सरकार चाहती है कि पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ता एक ही नंबर (1912) पर काल करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकें। इससे उपभोक्ता किसी भी जिले में हों, उन्हें एक समान सेवा मिलेगी। अब अगर किसी क्षेत्र का मौसम खराब है, इसके चलते फोन लाइन भी प्रभावित होती हैं, लेकिन नई सेवा में मौसम का असर नहीं होगा।

    यूपीसीएल ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की 30 प्रतिशत काल को नोएडा स्थांतरित कर दिया है, जबकि दिसंबर तक यह व्यवस्था केस्को में भी प्रभावी हो जाएगी। लखनऊ और नोएडा के विद्युत काल सेंटर एकीकृत रूप में काम करेंगे। इसका संचालन ऊर्जा विभाग की निगरानी में होगा। अधिकारियों का दावा है कि एकीकृत काल सेंटर प्रणाली से शिकायतों की मानिटरिंग आसान होगी और जवाबदेही उच्च अधिकारियों के स्तर से तय होगी।

    जुलाई में आठ लाख रुपये के बजट से तैयार हुआ था नया काल सेंटर

    केस्को ने इसी साल जुलाई माह में लगभग आठ लाख रुपये का बजट खर्च करके आधुनिक काल सेंटर बनाने के साथ ही 15 लाइनें और स्टाफ बढ़ाया था। अब काल सेंटर बंद होने के बाद इस कार्यालय का उपयोग मीटरिंग विभाग के लिए किया जाएगा।

    यूपीसीएल की ओर से केंद्रीकृत काल सेंटर संचालन की तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी लिखित रूप से हमें आदेश नहीं प्राप्त हुआ है, लेकिन पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे पश्चिमांचल डिस्काम में लागू कर दिया है, ऐसे में उम्मीद है कि यहां पर भी यह व्यवस्था जल्द लागू होगी।

    सैमुअल पाल एन, प्रबंध निदेशक, केस्को

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