स्कूल में गणेश की मूर्ति ले गई छात्रा, शिक्षिका ने डांटा तो ट्रेन से कटकर की आत्महत्या
कानपुर में एक छात्रा ने शिक्षिका द्वारा गणेश मूर्ति लाने पर डांटे जाने के बाद ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने शिक्षिका और स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं नर्वल में मां और बाबा की मौत से आहत किशोरी ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

जागरण संवाददाता,कानपुर। कालेज में भगवान गणेश की मूर्ति लेकर आने पर सोमवार को शिक्षिका ने छात्रा की मां को बुलाकर उसे डांटा तो उसने शाम को छुट्टी से घर आने के दौरान गोल चौराहे के पास ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। छात्रा रावतपुर थानाक्षेत्र के आवास विकास केशवपुरम की रहने वाली थी। राहगीरों ने काकादेव पुलिस को जानकारी दी तो छात्रा के बैग से मिले आइकार्ड व कागजात से पुलिस ने स्वजन को इसकी जानकारी दी तो वह रोते बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंचे।
केशवपुरम में रहने वाले प्राइवेटकर्मी मुकुल आनंद की 13 वर्षीय इकलौती बेटी संस्कृति जवाहर नगर स्थित ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज से कक्षा नौ की छात्रा थी। परिवार में पत्नी साधना और बड़ा बेटा अर्णव है जो 11 वीं का छात्र है। स्वजन ने बताया कि सोमवार को संस्कृति भगवान गणेश की मूर्ति लेकर कालेज चली गई थी। इस पर शिक्षिका ने देखा तो उसे डांटा और मां को बुलाने के बाद ही घर जाने देने को कहा। इस पर कालेज से फोन करके मां साधना को बुलवाया गया और संस्कृति को डांट फटकार लगाई गई।
मां साधना का आरोप है कि उनसे प्रार्थना पत्र भी लिखवाया गया। इसके बाद वह घर चली आई। शाम करीब चार बजे छुट्टी होने के बाद संस्कृति घर नहीं गई। वह स्कूल से निकलने के बाद घर जाने के बजाय गोल चौराहा पहुंची और यहां टेंपो से उतरकर रेलवे ट्रैक पर पहुंची करीब 100 मीटर जरीब चौकी की ओर चलने के बाद उसने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली।
काकादेव पुलिस ने छात्रा के बैग से मिले आइकार्ड से स्वजन को जानकारी दी तो वह रोते बिलखते मौके पर पहुंचे। स्वजन का आरोप है कि शिक्षिका और स्कूल प्रबंधन की वजह से उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली। काकादेव थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि छात्रा ने ट्रेन से कटकर जान दी है, स्वजन ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है।
विद्यालय के ऊपर लगाये गये निराधार हैं छात्रा छुट्टी के बाद अपनी मां के साथ घर के लिये निकल गई थी। इसके बाद कैसे घटना घटित हुई संज्ञान में नहीं है। घटना अत्यन्त दुःखद है विद्यालय इस घटना से हतप्रभ है और अपनी संवेदना व्यक्त करता है।
- राममिलन सिंह,प्रधानाचार्य ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कालेज
इधर, मां की मौत से सदमे में चल रही बेटी ने बाबा के निधन के बाद दे दी जान
महाराजपुर। नर्वल में चार माह पहले मां और चार दिन पहले बाबा की मौत से आहत किशोरी ने सोमवार सुबह कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस व फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
नर्वल के टीकरभाऊ निवासी चंद्रपाल कुरील मजदूरी करते हैं। सोमवार सुबह चंद्रपाल की 16 वर्षीय बेटी अंशिका उर्फ खुशी घर पर अकेली थी।उसने अंदर से कमरा बंद कर आत्महत्या कर ली। स्वजन घर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से झांककर देखा तो अंशिका का शव फंदे पर लटक रहा था। दरवाजा तोड़कर जब लोग अंदर पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। पिता चंद्रपाल ने बताया अंशिका दो भाइयों के बाद सबसे छोटी थी और नर्वल स्थित इंटर कालेज में कक्षा नौ की छात्रा थी। मां नीलम की कैंसर से मौत के बाद से वो परेशान थी। शनिवार को बाबा छेदालाल की भी मौत हो गई। उसी से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
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