कानपुर में दहेज की भेंट चढ़ी बेटी, अस्पताल में दम तोड़ा, उसकी तीन साल की बेटी व नौ माह का बेटा
कानपुर के कलक्टरगंज में एक विवाहिता की लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मायकेवालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने पति समेत नौ लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज किया है। मृतका की शादी 2021 में हुई थी और उस पर दहेज के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कलक्टरगंज की एक विवाहिता की लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मायकेवालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर पति समेत ससुरालीजन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और शव उसके ससुराल में रख हंगामा किया। पुलिस ने परिवार को समझाया और तहरीर लेकर पति समेत नौ ससुरालीजन के खिलाफ दहेज मुत्यु समेत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया।
मूलरूप से उन्नाव के माखी सराय गांव निवासी रमेश कुमार के मुताबिक, छोटी बेटी 33 वर्षीय माधुरी राठौर की शादी 14 मई 2021 को कलक्टरगंज धनकुट्टी निवासी व्यापारी कुलदीप राठौर से हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से उसका पति व ससुरवाले कम दहेज का ताना देकर बेटी को प्रताड़ित करने लगे थे। उससे जबरन सोने की जंजीर व बाइक के लिए मांग की गई। किसी तरह से दोनों मांगों को पूरा किया।
इसी बीच माधुरी की तीन साल की बेटी व नौ माह का बेटा हुआ, पर दहेज की मांग कम नहीं हुई। आरोप है कि 21 सितंबर 2025 को माधुरी का पति कुलदीप, ससुर गोपी राठौर, सास आशा देवी, देवर राजा, विनीत, देवरानी अंजली, सुहानी, ननद काजल ने बेटी को इतना पीटा कि उसकी हालत बिगड़ गई।
22 सितंबर को कुलदीप ने फोनकर बताया कि तुम्हारी बेटी नार्थस्थल अस्पताल में भर्ती है। इसे ले जाओ। जब वह वहां पहुंचे तो माधुरी के काफी चोटें थीं। आक्सीजन लगा था। पति ने एक लाख रुपये इलाज के लिए मांगे। उन्हें रुपये दिए। इसके बाद बेटी को लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल रेफर किया गया।
24 सितंबर को बेटी काे वहां भर्ती कराया गया, जहां 26 की सुबह बेटी की मौत हो गई। मामले में पति व ससुरालवालों के खिलाफ मारपीट कर बेटी की जान लेने का आरोप लगा मायकेवालों ने शव लेकर ससुराल पहुंचे और हंगामा किया।
एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कलक्टरगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर गुणदोष के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें- Dushra 2025: कानपुर के रावण के पुतले के अंग्रेज भी थे कायल, जानें अंग्रेज लेखक ऐसा क्या लिखा अपनी डायरी में
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।