कानपुर में पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी का रुपये लेते Video Viral, रिश्वत का आरोप
कानपुर में पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी का रुपये लेते वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया है। अधिकारी पर रिश्वत का आरोप है, जिसके चलते उनके खिलाफ जांच की जा रही है। इस घटना ने सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कभी सिपाही तो कभी क्लर्क रिश्वत लेते धरे जा रहे हैं। वहीं, कानपुर में एक और मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रुपये ले रहे हैं। उन पर रिश्वत का आरोप लगा है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी का पांच हजार रुपये लेते वीडियो प्रसारित हुआ था। इस मामले में अधिकारी ने दो युवकों पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए नवाबगंज थाने में तहरीर दी है। पुलिस अभी मामले की जांच करने में जुटी है। वहीं तहरीर भनक लगते ही आरोपितों ने अधिकारी का वीडियो प्रसारित कर दिया।
गुरुवार को शाम को वाट्सएप ग्रुपों में अचानक पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी वीरपाल का पांच हजार रुपये लेते हुए वीडियो प्रसारित होने लगा। जिसमें दिखाई पड़ रहा है कि वह रिश्वत की रकम ले रहे हैं। वीडियो के प्रसारित होने के बाद जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने इस मामले की रिपोर्ट मांगी।
वहीं पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए बताया कि उनके मित्र ने एक साल साल पहले 25 हजार रुपये लिए थे। जुलाई माह में उन्होंने पहले 20 हजार रुपये घर में आकर दिए थे, वहीं पांच हजार रुपये कार्यालय में देने आए थे। इसी दौरान किसी ने उनका चोरी से वीडियो बना लिया। इसके बाद इसी वीडियो को उनके पास भेजकर दो लोग लगातार अवैध वसूली के लिए दबाव बना रहे हैं।
इस मामले में 18 नवंबर को उन्होंने नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है, लेकिन तहरीर देने के दो दिन बाद ही आरोपितों ने व्यक्तिगत लेनदेने को रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए वीडियो प्रसारित कर दिया। नवाबगंज थाना प्रभारी केशव कुमार तिवारी ने बताया कि इस मामले में जांच के साथ ही पीड़ित पक्ष से इलेक्ट्रानिक साक्ष्य मांगे गए हैं, जल्द ही प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।