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    कल्याणपुर के भूमाफिया का एक और कारनामा, भवन में आफिस दिलाने के नाम पर हड़पे छह लाख

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 08:37 PM (IST)

    कानपुर में भूमाफिया गजेंद्र नेगी के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ है। अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि नेगी ने ऑफिस दिलाने के नाम पर 6 लाख रुपये हड़प लिए और पैसे मांगने पर बंधक बनाकर पीटा। नेगी पर रंगदारी मांगने का भी आरोप है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नेगी के खिलाफ अब तक 18 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

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    कानपुर में भूमाफिया गजेंद्र नेगी के खिलाफ केस।

    संवाद सहयोगी, जागरण, कल्याणपुर(कानपुर)। भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ मुकदमों की संख्या तो बढ़ती जा रही है, लेकिन पुलिस उसे अब तक गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। मंगलवार रात एक अधिवक्ता ने रावतपुर थाने में नेेगी और छह अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पीड़ित का आरोप है कि नेगी ने केशवपुरम स्थित भवन में आफिस के लिए जगह दिलाने का झांसा देकर छह लाख हड़प लिए। रुपये मांगने पर उन्हें बंधक बनाकर पीटा और असहले तान रंगदारी मांगी। नेगी पर अब तक 18 मुकदमे हो चुके हैं, जिसमें आपरेशन महाकाल के तहत आठ मुकदमे दर्ज हुए है।

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    शारदानगर के इंद्रपुरी निवासी अधिवक्ता शिरीष दीवान ने बताया कि गजेंद्र सिंह नेगी से उनकी मुलाकात वर्श 2008 में हुई थी। वर्ष 2016 में नेगी ने उन्हें बताया कि वह रियल एस्टेट का काम कर रहा है। केशवपुरम में एक व्यवसायिक और आवासीय भवन का निर्माा करवा रहा है। इस भवन में उनके भाई आशीष दीवान ने एक दुकान बुक कराई है। उसने मुझे भी आफिस के लिए जगह बुक कराने के लिए कहा। इसके लिए 19 लाख रुपये कीमत बताई।

    उस पर विश्वास कर उन्होंने आफिस की जगह 19 लाख में बुक कराई और छह लाख रुपये चेक से गजेंद्र सिंह नेगी को दे दिए, जबकि बाकी के 13 लाख रुपये रजिस्ट्री करने के समय देने की बात तय हुई। इसके बाद निर्माण कार्य पूरा हो गया, लेकिन नेगी ने रजिस्ट्री नहीं की। हर बार वह किसी न किसी बहाने से टाल मटोल करता रहा।

    शिरीष दीवान ने बताया कि मार्च 2025 में वह अपना आफिस देखने गए तो वह निर्माण कार्य कोई अन्य व्यक्ति करा रहा था। पूछने पर उसने बताया कि ये आफिस उसे नेगी ने बेचा है। जब नेगी से मिलकर 13 लाख रुपये लेकर रजिस्ट्री करने को कहा तो उसने इन्कार कर दिया।

    उसने कहा कि अब अगर इस आफिस को लेकर व्यवसाय करना है तो 20 लाख रुपये तुरंत दो और 50 हजार रुपये प्रतिमाह उसे, भाई शिवशरण व सुमित नेगी को देना पड़ेगा। इस पर उन्होंने नेगी से अपने छह लाख रुपये वापस करने को कहा, जिस पर नेगी भड़क गया और अपने पांच-छह साथियों के साथ मिलकर गाली-गलौज व मारपीट करने लगा। नेगी ने उन पर असलहा तानकर धमकाया।

    कहा कि अगर पैसे मांगे तो हमेशा के लिए चुप करा दूंगा। बड़े भाई आशीष दीवान भी पहले नेगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि गजेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ एक और मुकदमा रावतपुर थाने में दर्ज हुआ है। अब तक कुल 18 मुकदमे नेगी के खिलाफ दर्ज हो चुके हैं।

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