श्वेता हत्याकांड : पति ने कबूला सनसनीखेज सच तो दंग रह गए सुनने वाले, सामने आई ये वजह
महिला से अवैध संबंधों में कराई घटना रोहित दूसरी शादी करना चाहता था।
कानपुर, गौरव दीक्षित। क्या कोई पिता इतना निर्दयी हो सकता है कि वह अपने ही बेटे का कत्ल करा दे। यकीनन आपका जवाब न ही होगा, लेकिन रोहित तिवारी ने पिता-पुत्र के आत्मिक रिश्ते को भी कलंकित कर दिया। पत्नी से उसकी नाराजगी थी, लेकिन बेटे का कत्ल उसने केवल इसलिए किया क्योंकि वह अपनी दूसरी शादी में बेटे को बाधा मान रहा था। जयपुर में पत्नी और मासूम बेटे के कत्ल में गिरफ्तार रोहित ने पुलिस के सामने जब सच कबूला तो सुनने वाले भी सन्न रह गए।
महिला से थे अवैध संबंध, करना चाहता था शादी
दिल्ली के गांधीनगर, रघुबरपुरा एक, जय माता दी गली निवासी उमाशंकर तिवारी के बेटे रोहित ने जो कुछ किया, उससे मानवता शर्मसार हो गई। जयपुर पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में रोहित ने बताया है कि एक महिला से उसके अवैध संबंध हैं। वह उसके साथ शादी करके नई तरह से जिंदगी शुरू करना चाहता था। शादी के बाद से ही श्वेता के साथ उसकी अनबन थी, इसलिए उसकी हत्या की योजना बना डाली। उसने बताया कि वह एक पारंपरिक परिवार से आता है और ऐसे परिवार में यदि बच्चा है तो दूसरी शादी मुश्किल होती है। इसीलिए उसने श्वेता के साथ श्रेयम की हत्या कराने का भी फैसला किया ताकि शादीशुदा जिंदगी का नामोनिशां मिट जाए। बकौल रोहित वह जिंदगी की बैक हिस्ट्री को ही डिलीट करना चाहता था।
पंजाब की घटना से आइडिया लेकर दिया साजिश को अंजाम
22 दिसंबर को दिल्ली में पत्नी से झगड़े के बाद उसने श्वेता की हत्या का फैसला लिया। इसी दिन पंजाब में पति द्वारा पत्नी की हत्या करके आत्महत्या करने की एक खबर उसने अखबार में पढ़ी। अखबार की यह कटिंग उसने अपने मोबाइल फोन में सेव कर ली। जब पुलिस ने उसके मोबाइल में यह कटिंग दिखी तो उसका शक पुख्ता हो गया। अब सवाल केवल यह था कि रोहित ने हत्याएं खुद की या करवाईं। पुलिस ने जांच की तो सारा भेद खुलकर सामने आ गया।
इस तरह रची हत्या की साजिश
23 दिसंबर को जब रोहित जयपुर एयरपोर्ट पर आइओसीएल परिसर स्थित अपने कमरे में पहुंचा तो साजिश के तहत सीसीटीवी कैमरे के वायर प्लग को निकाल दिया। यह इसलिए किया ताकि पुलिस को उसकी गतिविधियां पता न चल सकें। हालांकि उसकी जानकारी में नहीं था कि और भी कैमरे यहां लगे हैं। इसके बाद रोहित ने तीन जनवरी को सौरभ को एयरपोर्ट के पास होटल फ्लाइट व्यू बुलाया।
वहां रोहित और सौरभ ने साथ बैठकर हत्या की साजिश रची गई। यहीं तय हुआ था कि सौरभ किस तरह श्वेता और श्रेयम की हत्या को अंजाम देगा। रोहित पर शक नहीं हो, इसलिए वह दिन भर में अपने ऑफिस में मीटिंग में व्यस्त रहा। हत्या की खबर मिलने के बाद घर पहुंचा और बेटे के अपहरण और 30 लाख रुपये फिरौती की मांग का मैसेज कर ड्रामा किया।
यह भी पढ़ें : जयपुर में IOC मैनेजर की पत्नी और बेटे की नृशंस हत्या से परिवार स्तब्ध, सात साल बाद हुई थी संतान
150 पुलिस वाले, 150 लोगों से पूछताछ
डबल मर्डर का खुलासा करने के लिए जयपुर पुलिस ने 150 पुलिसकर्मियों की टीम पड़ताल में लगाई थी। इन्होंने लगभग 150 लोगों से बारीकी से पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज बारीकी से देखे गए। हत्या के बाद सांगानेर में सौरभ ने नया मोबाइल खरीदा और श्वेता के सिम से फिरौती का कॉल किया। पुलिस ने सांगानेर के सीसीटीवी फुटेज देखे तो सौरभ एक जगह नजर आया। यह भी पता चला कि सौरभ का रोहित से संबंध हैं। दोनों का आमना सामना कराया गया तो रोहित टूट गया और सच कबूल कर लिया।
यह भी पढ़ें : जयपुर हत्याकांड : पति ने ही रची थी पत्नी व मासूम बेटे हत्या की साजिश, दो दोस्त थे शामिल
यह भी पढ़ें : मां के साथ जली मासूम की चिता, ये नजारा देखने वालों के फट गए कलेजे