मां के साथ जली मासूम की चिता, ये नजारा देखने वालों के फट गए कलेजे Kanpur News
जयपुर में हत्या के बाद श्वेता तिवारी व उनके 21 माह के बेटे के शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम।
कानपुर, जेएनएन। शादी के सात साल बाद पुत्र श्रेयम के जन्म से श्वेता बेहद खुश थी। पारिवारिक तनाव के बीच में उसे जीने का एक सहारा जो मिल गया था, लेकिन वक्त का फेर देखिए 'दिन दहाड़े' सब कुछ खत्म हो गया। अगर कुछ बाकी था तो केवल मां की ममता, जिसने सांसें रुकने के बाद भी बेटे का साथ नहीं छोड़ा। गुरुवार को जब भैरोघाट पर मां-बेटे की एक साथ चिता जली तो यह दृश्य देखने वाली हर आंख से आंसू छलक पड़े।
भैरोघाट पर किया गया अंतिम संस्कार
सर्वोदय नगर निवासी सुरेश कुमार मिश्रा की बेटी श्वेता तिवारी की सात जनवरी को जयपुर में हत्या कर दी गई थी, जबकि उसका 21 माह का बेटा श्रेयम लापता था। दूसरे दिन फ्लैट से कुछ दूरी पर ही जंगल में श्रेयम का रक्तरंजित शव मिला था। श्वेता वहां पति इंडियन ऑयल में फ्यूल इंचार्ज व जयपुर एयरपोर्ट पर तैनात रोहित तिवारी के साथ एक फ्लैट में रहती थीं। श्वेता के घर वाले दामाद रोहित पर ही हत्या का आरोप लगा रहे हैं। घर वाले गुरुवार सुबह मां-बेटे का शव लेकर कानपुर पहुंचे। इसके बाद भैरो घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
बेटे के शव पर मां का हाथ, मानों दे रही हो सुरक्षा
अंतिम संस्कार का दृश्य वहां मौजूद हर आंख को रुला गया। अंतिम संस्कार से पहले मासूम श्रेयम के शव को मां की गोद में लिटाया गया। इसके बाद पहले श्वेता के शव को चिता पर रखा गया और इसके बाद श्रेयम को मां के बायीं ओर लिटाया गया। श्वेता का एक हाथ बेटे के ऊपर था। ठीक वैसे ही जैसे कोई सो रही मां अपने बेटे को अपनी बाहों की सुरक्षा देती है। श्मशान घाट पर जिसने भी यह दृश्य देखा, उसका कलेजा फट गया। आंखों में झर-झर आंसू बह चले। श्वेता के भाई शुभम मिश्र व अन्य चचेरे-ममेरे चार भाइयों मयंक मिश्र, अंकित मिश्र, मनीष मिश्र और शिखर बाजपेयी ने शव को मुखाग्नि दी।
रोहित पहुंचा कोर्ट, प्रताडि़त करने के आरोप पर पुलिस तलब
जयपुर के जगतपुरा मोहल्ले के यूनिक टॉवर में श्वेता तिवारी और उनके 21 माह के बेटे श्रेयम की हत्या कांड में गुरुवार को नया मोड़ आ गया। श्वेता के पति रोहित तिवारी ने जयपुर की निचली अदालत में प्रार्थना पत्र दे कर पुलिस पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। कोर्ट ने इस मामले में प्रतापनगर थाने के अधिकारी को शुक्रवार सुबह प्रकरण से जुड़े तथ्यों के साथ तलब किया है।
घटना के दिन एयरपोर्ट पर ही था आरोपित
पुलिस ने घटना के दिन के एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो आरोपित पति रोहित तिवारी वहां एक मीटिंग में दिखा। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में सीआइएसएफ कर्मियों ने घटना की जानकारी मिलने पर घर जाने की बात कही है। पुलिस ने गुरुवार दिन भर रोहित तिवारी से पूछताछ की। इंडियन ऑयल कारपोरेशन में कार्यरत रोहित तिवारी जयपुर एयरपोर्ट पर तैनात है। लिहाजा पुलिस अधिकारी गुरुवार दोपहर रोहित तिवारी को एयरपोर्ट लेकर गए, जहां उसके सहकर्मियों से भी पूछताछ की गई। पुलिस ने मंगलवार को एयरपोर्ट की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। श्वेता की हत्या के वक्त रोहित वहां एक बैठक में मौजूद था। सीआइएसएफ के अधिकारियों की सूचना के बाद वह घर गया था। पुलिस ने बताया कि सीआइएसएफ ने पुलिस को जो रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई है, उसमें रोहित सुबह 9 बजे एयरपोर्ट में प्रवेश करते और शाम को श्वेता की हत्या की सूचना के बाद जाते हुए दिखा है। हालांकि रोहित जिस विंग में काम करता है, वहां सीसीटीवी कैमरे 15 दिन से काम नहीं कर रहे थे।
श्वेता के भाई को भेजे थे रोहित ने धमकी भरे एसएमएस
श्वेता तिवारी और उसके मासूम बेटे श्रेयम की जयपुर में हुई सनसनीखेज हत्या में भले ही पुलिस अब तक कातिल का सुराग लगाने में नाकाम रही हो, लेकिन श्वेता के घर वालों का आरोप है कि हत्या में उसके पति रोहित तिवारी का हाथ है। मां-बेटे के अंतिम संस्कार के बाद दैनिक जागरण ने जब घर वालों से बातचीत की तो उन्होंने कई राज खोलकर बताया कि हत्या से एक दिन पहले ही रोहित ने श्वेता के भाई शुभम के मोबाइल पर धमकी भरे एसएमएस भेजे थे। शुभम ने बताया कि 24 जनवरी 2011 को हुई शादी के बाद से ही रोहित की तीनों बहनें श्वेता को परेशान करती थीं। एक ननद जिसका नाम नूतन मिश्रा है, वह दिल्ली में अपने मायके में ही रहती है। पहले श्वेता पति के साथ दिल्ली में ससुराल में ही रहती थी, जहां उस पर दहेज लाने के लिए तीनों ननद, सास, ससुर के साथ रोहित भी दबाव डालता था। संतान न होने पर प्रताडऩा और बढ़ गई लेकिन इसी बीच रोहित का तबादला उदयपुर हो गया और यहीं श्वेता ने श्रेयम को जन्म दिया। डेढ़ साल पहले तबादले के बाद रोहित जयपुर आ गया था। शुभम ने बताया कि 2013 में भी एक बार हालात इतने बिगड़ गए थे कि श्वेता को सुसराल छोड़कर मायके में आकर रहना पड़ा था। वह करीब सात महीने तक यहां रही। बाद में समझौता हो गया। हालांकि इस दौरान दोनों के संबंध सामान्य रहे।
22 दिसंबर से जिंदगी में उठा तूफान
शुभम ने बताया कि रोहित 8 से 21 दिसंबर के बीच कंपनी के काम से कोलकाता से मुंबई गया था। इस दौरान श्वेता को वह दिल्ली छोड़ आया था। 22 दिसंबर को जब वह वापस लौटा तो हमेशा की तरह घर वालों ने उसे श्वेता के खिलाफ भड़काया। दोनों का घर पर ही झगड़ा हुआ। इसके बाद कार से वह जयपुर आ गए। बाद में श्वेता ने मां को फोन पर बताया कि 272 किमी के सफर में रोहित ने उसे पानी तक पीने नहीं दिया। पांच जनवरी को मोबाइल रीचार्ज न कर पाने की बात पर रोहित और श्वेता के बीच दोबारा झगड़ा हुआ और मारपीट तक जा पहुंचा। जब श्वेता ने पड़ोसियों व घर वालों को फोन करके घटना के बारे में बताने को कहा तो रोहित घर से चला गया और रात में वापस लौटा। शुभम ने बताया कि इस बीच रोहित ने उसे भी कई एसएमएस कर धमकी दी। एक में उसने लिखा कि श्वेता को ले जाओ, वह उसका मुंह नहीं देखना चाहता। इसके बदले में अगर कुछ पैसा चाहिए तो वह देने को भी तैयार है। धमकी भरा यह एसएमएस शुभम ने जयपुर पुलिस को भी दिया है। इसी झगड़े के बीच ही सात दिसंबर को दोपहर दो बजे फ्लैट के अंदर श्वेता की हत्या कर दी गई।
मेज पर थी चाय और नमकीन
जयपुर पुलिस के मुताबिक फ्लैट में दो कप में चाय और नमकीन मिली है। इसका मतलब है कि हत्यारे परिचित थे, जिसके लिए श्वेता ने चाय भी बनाई।
इसलिए है रोहित पर शक
1-मैसेज भेजा था चेहरा नहीं देखना चाहता और जबड़ा ही टूटा मिला
शुभम ने बताया कि रोहित ने उसे एसएमएस भेजकर श्वेता का चेहरा न देखने को लिखा था और उसके हत्यारे ने जबड़ा तोड़कर उसका चेहरा बिगाड़ दिया।
2-चार दोस्तों पर शक
हत्या की जानकारी मिलने के बाद रोहित के चार दोस्त कार से दिल्ली से जयपुर दो घंटे में पहुंच गए। इतनी जल्दी रोहित के दोस्त जयपुर कैसे पहुंचे, इसे लेकर वह भी शक के घेरे में हैं।
3-रोहित की कार तक गया खोजी कुत्ता
हत्या के बाद खोजी कुत्ते को जब घटनास्थल पर लाया गया तो वह हत्या में प्रयुक्त मूसली को सूंघकर सीधे पार्किंग में पहुंचा, जहां रोहित की कार खड़ी थी।
4-रोहित के चरित्र पर सवाल
श्वेता के घर वालों के मुताबिक शादी से पहले रोहित के एक युवती से अवैध संबंध थे। इसके बाद भी उसके कई लड़कियों से संबंध रहे, जिसकी वजह से भी पति-पत्नी में अक्सर झगड़े होते थे।