Delhi Blast: मोबाइल सीडीआर बताएगा कहां हैं IIT Kanpur से कश्मीरी मूल के लापता शोधार्थी, एक श्रीनगर का तो दूसरा पहलगाम से
दिल्ली ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियां आईआईटी कानपुर से लापता हुए कश्मीरी मूल के शोधार्थियों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। इनमें एक श्रीनगर और दूसरा पहलगाम का निवासी है। उनका मोबाइल का डेटा इकट्ठा किया जा रहा था।

जागरण संवाददाता, कानपुर। Delhi Blast: आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) में शोध कर रहे कश्मीरी मूल के दो शोधार्थियों के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद जांच एजेंसियों ने जांच शुरू की। शनिवार को आईआईटी प्रशासन से दोनों छात्रों का डेटा समेत जानकारी ली। इसको लेकर दिनभर आईआईटी में चर्चाएं होती रहीं। जांच एजेंसियां और पुलिस अधिकारी की विशेष टीम दोनों की लोकेशन जानने में जुटी है।
दिल्ली बम धमाके की आरोपित और जीएसवीएम मेडिकल कालेज में पूर्व में प्रवक्ता रही आतंकी डा. शाहीन पहले ही गिरफ्तार की जा चुकी है, जबकि कार्डियोलाजी के डाक्टर आरिफ को भी जांच एजेसियों ने कई दिन पहले यहां से ले जा चुकी है। दोनों शहर में कुछ बड़ा करने की साजिश रच रहे थे। यहां से आतंकियों के लिए फंडिंग की गई और गाड़ियों का इंतजाम किया जा रहा था।
जांच एजेंसियां इन दोनों के करीबियों की तलाश में लगी हुई थी। जांच पड़ताल के दौरान कश्मीरी मूल के नागरिकों व छात्र भी दायरे में आए। पुलिस अधिकारी व जांच एजेंसियां कश्मीरी मूल के छात्रों का ब्योरा जुटा रही थी। इसीबीच पता चला कि आईआईटी से एक शोधार्थी 18 अक्टूबर और दूसरा 10 नवंबर से गायब है। दोनों के बारे में कोई जानकारी न मिलने पर पुलिस आयुक्त द्वारा गठित अधिकारियों की विशेष टीम और खुफिया ने जांच शुरू की।
पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, एक छात्र पहलगाम का तो दूसरा श्री नगर का बताया जा रहा है। आईआईटी प्रशासन से इसको लेकर डेटा मांगा गया। हालांकि आईआईटी प्रशासन का कहना है कि शोध कार्य पूरा करने के बाद रिपोर्ट जमा कर दोनों चले गए हैं। अब ये कभी-कभी आते हैं। जब किसी तरह का पढ़ाई को लेकर किसी तरह का संदेह होने पर या फिर अवार्ड के दौरान आते हैं। शोधार्थी लापता होने की बात नहीं कह रहे हैं। फिलहाल शोधार्थियों के बारे में जांच चल रही है। उनके मोबाइल फोन के नंबरों की सीडीआर भी निकाली जाएगी।

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