आंख में जलन, खुजली और लालपन है तो लापरवाही न करें, हो सकता है इसके लक्षण, तुरंत डाक्टर की लें सलाह
कानपुर में सर्दियों में कंजक्टिवाइटिस के बढ़ते मामलों पर यह लेख केंद्रित है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शालिनी मोहन ने आंखों में ...और पढ़ें

दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में पाठकों के सवालों का जवाब देतीं जीएसवीएम मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभाग की प्रोफेसर डा.शालिनी मोहन। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। सर्दी के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वालों को अपने घेरे में लेता है। जो कंजक्टिवाइटिस का खतरा पैदा करता है। यह समस्या सर्दी के दिनों में उन लोगों में ज्यादा हो रही है, जो लंबे समय से खांसी, जुकाम और छींक की समस्या से ग्रसित हैं। वायरस और बैक्टीरिया की ग्रोथ के कारण कंजक्टिवाइटिस हर उम्र के लोगों को चपेट में ले रहा है। सर्दी की शुरुआत के साथ ही एलएलआर अस्पताल के नेत्र रोग ओपीडी में कंजक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ओपीडी में पहुंच रहे मरीजों की आंख में लालपन, जलन, कीचड़, पानी आना, पलक में सूजन जैसी समस्याएं मिल रही है। इससे बचाव के लिए दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में जीएसवीएम मेडिकल कालेज की वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. शालिनी मोहन ने पाठकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। पेश है बातचीत के मुख्य अंश...
- कंजक्टिवाइटिस सर्दी में क्यों बढ़ने लगता है। इससे बचाव कैसे करें?- राजन शुक्ला, जागेश्वर धाम सोसाइटी।
- सर्दी के दिनों में एडिनो वायरस तेजी से बढ़ता है। यह सर्दी में अनुकूल मौसम में तेजी से प्रसार करता है। यह जुकाम, खांसी और छींक के रूप में आता है, जो आंख में प्रसारित होता है। इसके संक्रमण से आंख में लालपन, सूजन, खुजली, कीचड़ आने की समस्या होती है। इससे बचाव के लिए एंटीबायोटिक ड्राप का प्रयोग चिकित्सक की सलाह पर कर सकते हैं।
- आंख में लालपन, कीचड़ की समस्या है। अब दर्द हो रहा है? - राधेश बाजपेई, श्याम नगर।
- यह कंजक्टिवाइटिस हो सकता है। इससे परिवार के अन्य सदस्यों को बचाव के लिए सतर्कता बरतें। स्वच्छता का ध्यान दें। ड्राप में एंटीबायोटिक का प्रयोग करें। जो ड्राप आप आंख में डाल रहे हैं, उसमें स्टेराइड नहीं होना चाहिए। यह नुकसानदायक हो सकता है।
- नेत्र दान के लिए क्या करना चाहिए? - डा. एके पाहुजा, काकादेव।
- नेत्रदान महादान है। इसके लिए आप जीएसवीएम मेडिकल कालेज के नेत्र बैंक में संपर्क कर सकते हैं। हमारी टीम 24 घंटे नेत्र दान के लिए तत्पर रहती है। नेत्र दान करने से आप समाज में अंधकार को मिटा सकते हैं। अगर आपकी संस्था है तो आप जीएसवीएम मेडिकल कालेज के आई बैंक से संपर्क कर सकते हैं। आप किसी भी बीमारी से ग्रसित हो, आंख का काला भाग स्वस्थ होने पर कोई भी नेत्र दान कर सकते हैं।
- मेरी 70 वर्ष की उम्र है। आंख से पानी आ रहा है और खुजली हो रही है? - कृष्णा द्विवेदी, बालाजी पुरम। आरके भरानी, सिंधी कालोनी। शिव कुमार पांडेय, कल्याणपुर। राकेश कुमार बाजपेई, फजलगंज।
- आंख से पानी सर्दी में आंख की एलर्जी के कारण होती है। आप एलएलआर के नेत्र रोग विभाग में जांच करा लें। आपको अगर मोतियाबिंद हैं और पानी आ रहा और खुजली हो रही है। तो आंख में बार-बार हाथ नहीं लगाएं। साफ और गुनगुने पानी से आंख को धोएं। सर्दी में धूल के कण बढ़ जाते हैं, जो आंख में जाने पर संक्रमण का कारण बनते हैं। इसके साथ ही वायरस और बैक्टीरिया की ग्रोथ अधिक होने से संक्रमण का खतरा बना रहता है।
- आंख के सामने काले धब्बे दिखते हैं। क्या करें? - आरबी सैनी, पंचवटी विनायकपुर। शशि कपूर।
- यह आंख का फ्लोटस होते हैं। इसमें पर्दे की जांच कराएं। यह सामान्य समस्या है। इसे ठीक किया जा सकता है। धूल और प्रदूषण युक्त वातावरण में जाने से बचें। इस प्रकार की समस्या को लेजर तकनीक से दूर किया जा सकता है।
- कंजक्टिवाइटिस से सर्दी में कैसे बचाव करें? - जय प्रकाश तिवारी, बर्रा एक। प्रशांत शुक्ला, बर्रा एक। माया रावत, नानकारी।
- सर्दी में कंजक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ जाता है। सर्दी के सीधे संपर्क में आने से बचें। वायरस और बैक्टीरिया का खतरा अधिक रहता है। इसलिए बार-बार आंख में हाथ न लगाएं। सर्दी में सिर और कान को गर्म कपड़ों से ढकें और आंख में चश्मा लगाएं। अगर किसी को कंजक्टिवाइटिस है तो उसके संपर्क में आने से बचें। उसके कपड़े, रुमाल और तौलिया का प्रयोग नहीं करें। कंजक्टिवाइटिस छींक, जुकाम वालों में होने का खतरा रहता है।
- 59 उम्र का हूं, अभी भी धुंधला दिखता है? - आशीष अरोड़ा, पांडुनगर।
- धुंधला दिखने के कई कारण हो सकते हैं। मोतियाबिंद, पर्दे की समस्या के कारण ऐसा हो सकता है। एक बार आप एलएलआर अस्पताल में दिखा लें। समय पर जांच से समस्या की गंभीरता को देखा जा सकता है। इसे दवा से दूर किया जा सकता है।
- आंख में खुजली और भारीपन हो रहा है। ड्राईनेस क्यों बढ़ जाती है? - सती यादव, कल्याणपुर। संजय यादव, स्वरूप नगर। निर्मल सिंह सिसोदिया, अन्ना चौराहा।
- सर्दी के कारण ऐसा हो सकता है। सर्दी में आंख का पानी सूखने लगता है। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है, जो लंबे समय तक स्क्रीन में समय बिताने हैं। इसके साथ ही हीटर के सामने ज्यादा समय तक बैठने से बचें। इसके साथ ही ड्राईनेस को कम करने के लिए लूबीकेंट का प्रयोग करें।
- आंख की रोशनी कम हो रही है। क्या करें? - रामा अग्रवाल, किदवई नगर।
- एक बार आप मोतियाबिंद और पर्दे की जांच कराएं। नसों में सूजन और सूखने के कारण ऐसा हो सकता है। अगर आप लंबे समय से किसी मर्ज की दवा खा रही हैं तो यह समस्या हो सकती है। खासतौर पर टीबी रोग की दवा में इस प्रकार की समस्या हो सकी है। एक बार विटामिन और खून की जांच कराकर एलएलआर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में दिखा लें।
- मोतियाबिंद का आपरेशन किस मौसम में कराना चाहिए? - देवेश द्विवेदी, साकेत नगर।
- मोतियाबिंद का आपरेशन हर सीजन में कराया जा सकता है। अब तकनीक की मदद से कुछ देर में ही मोतियाबिंद का आपरेशन किया जा सकता है। पहले चीरा लगाकर आपरेशन किया जाता था। अब ऐसा नहीं है। विशेष लेंस और मशीन की मदद से बिना चीरा के अब मोतियाबिंद सर्जरी की जा रही है।
- आंख में कई महीनों से सूजन है। यह क्या समस्या है? - सुरेंद्र नाथ मिश्रा, नौबस्ता।
- बरौनी की समस्या के कारण पलक में सूजन आ जाती है। इसे आपरेशन के द्वारा ठीक किया जा सकता है। एक बार एलएलआर अस्पताल में दिखा लें। जांच के बाद आपकी सर्जरी की प्लानिंग की जाएगी।
इन्होंने किए प्रश्न
सुनील कुमार गुप्ता, किदवई नगर। अनिरुद्र कुमार, उत्तरीपुरा। प्रमोद मिश्रा, मंधना। हरि सिंह, रमईपुर। एके सिंह, रामकृष्ण नगर। आरके बरानी, शास्त्री नगर। टीएन चतुर्वेदी, निराला नगर।
इन बातों का रखें ध्यान
- कंजक्टिवाइटिस वाले व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
- सर्दी-जुकाम वालों में कंजक्टिवाइटिस का खतरा हो सकता है।
- वायरस से बचाव के लिए सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- कंजक्टिवाइटिस वाले आंख में लेंस का प्रयोग कतई नहीं करें।
- कंजक्टिवाइटिस के लक्षण दिखने पर स्टेराइड का प्रयोग नहीं करें।
- अगर सफेद रंग की ड्राप है तो इसमें निश्चित ही स्टेराइड है। इसकी पहचान के लिए ड्राप का रंग अगर दूधिया है तो उसे आंख में डालने से बचें।

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