कोंच के गद्दा-फर्नीचर गोदाम में वेल्डिंग से लगी भीषण आग, 15 लाख का नुकसान, दो झुलसे
कोंच, जालौन में एक गद्दा व फर्नीचर गोदाम में वेल्डिंग की चिंगारी से भीषण आग लग गई। इस घटना में करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ। आग बुझाने के प्रयास मे ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, कोंच (जालौन)। गद्दा व फर्नीचर गोदाम में शनिवार की दोपहर को भीषण आग लग गई। टीनशेड की मरम्मत के लिए बेल्डिंग का कार्य कराते समय चिंगारी नीचे आ गिरी। गद्दे की फाम व पालीथिन के बंडल रखे होने से तुरंत ही उसमें आग लग गई। कुछ ही मिनट में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया तो बेल्डिंग कर्मचारी मौके से भाग निकले।
आग लगने की सूचना पर नगर के साथ उरई, जालौन, माधौगढ़ से दमकल गाड़ियां बुलाई गईं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी। आग से करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। समय से दमकल गाड़ियां मौके पर न पहुंचने पर व्यापारियों ने नाराजगी दिखाई जिन्हें एसडीएम व सीओ ने शांत किया। आग बुझाते समय दो युवकों के हाथ भी झुलस गए जिन्हें इलाज के लिए सीएचसी भेजा गया। आग लगने से पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
जवाहर नगर इलाके में मियागंज व स्टेशन मार्ग पर वीरेंद्र अग्रवाल की गद्दा, फर्नीचर व पीबीसी की दुकान अपने ही मकान की पहली मंजिल पर है। दूसरी मंदिर पर गोदाम व आवास बना है। तीसरी मंजिल पर लगे टीन शेड में गद्दे, के साथ फाम की फर्नीचर के लिए सीट बनाए जाते हैं। जिसका सामान भी टीनशेड के नीचे रखा रहता है। शनिवार को वह अपने टीनशेड की मरम्मत के लिए बेल्डिंग का काम करवा रहे थे। इसी दौरान 12 बजे के आसपास बेल्डिंग से निकली चिंगारी वहां फैले लकड़ी और फाम, प्लास्टिक के ढेर पर गिर गई। इससे कुछ ही मिनट में चारों तरफ आग फैल गई।
आग लगने के कारण टीनशेड की मरम्मत में लगे कर्मचारी वहां से भाग लिए। आग फैलते ही इलाके में रहने वाले लोग घरों से बाहर निकल आए और अपने अपने घरों की सबमर्सिबल चलाकर आग बुझाने की कोशिश करने लगे। आग दूसरी मंजिल पर बने गोदाम पर न फैल जाए इसके लिए इलाके के लोगों ने वहां रखे गद्दे नीचे सड़क पर फेंक दिए जिससे बाहर गद्दों का भारी ढेर लग गया। आग की सूचना पाकर एसडीएम ज्योति सिंह, सीओ परमेश्वर प्रसाद मौके पर पहुंचे।
आग बुझाने के लिए उरई, माधौगढ़, जालौन, कोंच से फायर ब्रिगेड की दमकल गाड़ियीं मौके पर पहुंचीं। कोंच फायर ब्रिगेड में इस समय 300 लीटर की छोटी ही गाड़ी थी इस दौरान दूसरे जगह से गाड़ियां बुलाई गई थीं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। दुकानदार वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आग से करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
दो युवकों के झुलसे हाथ
गद्दा व फर्नीचर के गोदाम में आग धधक उठने के बाद मुहल्ले के लोग भी निजी प्रयास से आग बुझाने में जुट गए। इस कारण मुहल्ले के ही अजय व जितेंद्र यादव के हाथ आग बुझाते समय झुलस गए। इसके बाद लोगों ने दोनों युवकों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया।
तीन साल पहले भी लगी थी आग
तीन साल पहले भी वीरेंद्र अग्रवाल की दुकान पर आग लगी थी। तब यह आग दुकान के ऊपर दूसरी मंजिल पर स्थित उसके गोदाम में लगी थी। इसी गोदाम में वह अपने परिवार सहित रहते हैं। उस समय आग रात के समय लगी थी तब दुकान से कूदकर उसने अपनी जान बचाई थी। शनिवार को जब तीसरी मंजिल पर बने टीनशेड में आग लगी तब दुकानदार का परिवार घर पर नहीं था।
गोदाम में नहीं थे फायर बिग्रेड के उपकरण
रिहायशी आबादी के बीच स्थित मियागंज इलाका लकड़ी और हैंडलूम, गद्दों का सबसे बड़ा बाजार है। यहां पर दुकानों और फायर ब्रिगेड उपकरणों का अभाव दिखाई देता है। शनिवार को व्यापारी वीरेंद्र अग्रवाल की दुकान में जब आग लगी तब फायर ब्रिगेड उपकरण वहां नहीं थे। अन्यथा बेल्डिंग से गिरी चिंगारी को तुरंत बुझाया जा सकता था। टीनशेड में रखा अधिकतर सामान अत्यंत ज्वलनशील था। गद्दों पर चढ़ाई जाने वाली पालीथिन का भंडार भी रखा था।
दमकल का तुरंत खत्म हुआ पानी
दमकल स्टेशन की बड़ी दमकल वाहन प्रयागराज में लगे माघ मेले में गई है। फायर स्टेशन पर वर्तमान में एक छोटी 300 लीटर क्षमता की दमकल गाड़ी ही मौजूद है। घटना स्थल पर दमकल की गाड़ी आधा घंटे देरी से पहुंची और तुरंत ही उसका पानी खत्म हो गया जिससे व्यापारी नाराज होने लगे। शासन प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए। एसडीएम ने व्यापारियों को समझा बुझाकर शांत किया।
गोदाम में आग लगने की सूचना पर चार दमकल की गाड़ियां बुलाई गई थीं। जिससे करीब दो घंटे में आग बुझ सकी। कोई जानमाल की सूचना नहीं है।
परमेश्वर प्रसाद, सीओ कोंच

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।