Hardoi Murder: धोखे से लगी कॉल से मसीदल के प्रेम जाल में फंसी थी सोनम, दो साल बाद कुएं से मिला कंकाल
हरदोई के संडीला में एक विवाहिता सोनम की धोखे से प्रेम जाल में फंसकर हत्या हो गई। मसीदल नामक व्यक्ति ने उसे फंसाया और बाद में उसकी हत्या कर दी। सोनम का कंकाल बरामद हुआ है और पुलिस ने मामले की जांच कर मसीदल के परिवार को गिरफ्तार किया है। एसपी ने पुलिस टीम को इस जटिल मामले को सुलझाने के लिए पुरस्कृत किया है।

जागरण संवाददाता, हरदोई। संडीला के मारूफपुर की सोनम का भरा पूरा परिवार था, लेकिन एक धोखे से लगी कॉल से वह फरेबी मसीदल के ऐसे प्रेमजाल में फंसी कि घर परिवार ही नहीं उसकी दुनिया ही चली गई। धोखे का अहसास होने पर घर जाने की जिद पर अड़ी सोनम की उसके प्रेमी ने हत्या कर ऐसी जगह फेंका कि उसका कुछ पता ही नहीं चलता। वह तो क्षेत्राधिकारी संडीला की सक्रियता से राजफाश हो गया और सोनम का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस उनका डीएनए परीक्षण कराएगी। वहीं इतने जटिल मामले का राजफाश करने पर एसपी ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया है।
शशीचंद्र की पत्नी सोनम का एक सात वर्ष का पुत्र भी है। परिवार के साथ वह घर में रहती थी, लेकिन एक दिन गलती से उसका फोन मसीदल को लग गया। जैसा कि जांच में सामने आया कि दोनों एक दूसरे को पहचानते नहीं थे, तो सोनम ने फोन काट दिया। मसीदल ने थोड़ी देर बाद फिर फोन कर बात करने की कोशिश की और यही क्रम धीरे-धीरे चलने लगा और फिर दोनों की बातचीत होने लगी।
मसीदल ने सोनम को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। छह अगस्त को सोनम बेटे के लिए बोतल लेने के लिए घर से निकली और संडीला में उसे मसीदल मिल गया, जहां से वह अपने साथ ले गया। मसीदल के जाल में फंसी सोनम की जैसी दो वर्ष से कोई जानकारी नहीं मिली। वैसे उसका कभी पता नहीं चलता। इतने शातिर तरीके से मसीदल ने उसकी हत्या कर कुआं में शव फेंका था।
मोबाइल से ही सोनम प्रेम जाल में फंसी थी और मोबाइल से ही उसकी हत्या का राजफाश हो गया। विवेनाधिकारी सीओ संडीला संतोष कुमार सिंह के दिमाग में दोनों की बातचीत खटती और उन्होंने राजफाश कर लिया। पुलिस के अनुसार कॉल डिटेल निकाली गई तो सोनम और मसीदल की काफी कॉल निकलीं। छह अगस्त को मसीदल की लोकेशन संडीला में मिली। फिर सोनम और उसकी लोकेशन माधौगंज मिली, जिसके बाद दोनों की लोकेशन साथ-साथ दिल्ली और फिर गांव तक मिलती रही।
मोबाइल नंबर से ही पुलिस मसीदल के परिवार तक पहुंच गई। वह तो नहीं मिला, लेकिन उसके पिता अयूब और भाई समीदल पुलिस के हाथ लग गए। पहले वह लोग गुमराह करते रहे, लेकिन फिर पूरा राज खोल दिया, उनकी निशानदेही पर ही सोनम का कंकाल मिला। इतने जटिल हत्याकांड का राजफाश करने पर एसपी अशोक कुमार मीणा ने पुलिस टीम का हौंसला बढ़ाते हुए 20 हजार का नकद पुरस्कार दिया।
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