Hardoi News: हरदाेई के नवोदय विद्यालय पिहानी में अव्यवस्थाओं से परेशान 78 छात्राओं ने खुद को कमरे में किया बंद, 18 छात्राएं बीमार
Mismanagement in Jawahar Navodhya Vidyalaya in Hardoi चार घंटे तक कमरे में बंद करने पर पहले छह छात्राएं बीमार हुई सीएचसी में उपचार के लिए लाया। सुबह फिर एक-एक कर 12 और छात्राओं की तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी में भर्ती कराया गया। सूचना पर एडीएम प्रियंका सिंह एसडीएम तान्या सिंह ने सीएचसी पहुंचकर छात्राओं से बातचीत की।

जागरण संवाददाता, हरदोई : नवोदय विद्यालय पिहानी में लंबे समय से समुचित बिजली, पानी व सफाई व्यवस्था के साथ गुणवत्ता हीन भाेजन काे लेकर परेशान छात्राओं के सब्र का बांध टूट गया। छात्राएं इन मांगाें काे लेकर बगावत पर उतर आईं।
विद्यालय प्रशासन की अनदेखी से नाराज 78 छात्राओं ने गुरुवार रात खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। इससे पहले लखीमपुर खीरी में भी छात्राें ने हंगामा किया था ताे वहां की एसडीएस काे हटाया गया था।
नवोदय विद्यालय पिहानी प्रशासन के आश्वासन पर शुक्रवार काे छात्राओं ने मांग पूरी होने की बात पर मानी। चार घंटे तक कमरे में बंद करने पर पहले छह छात्राएं बीमार हुई, सीएचसी में उपचार के लिए लाया। सुबह फिर एक-एक कर 12 और छात्राओं की तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी में भर्ती कराया गया। सूचना पर एडीएम प्रियंका सिंह, एसडीएम तान्या सिंह ने सीएचसी पहुंचकर छात्राओं से बातचीत की।
पिहानी के ग्राम इटारा में नवोदय विद्यालय संचालित है। विद्यालय में बिजली, पानी व सफाई के साथ खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं है। इसको लेकर लंबे समय से विद्यालय प्रशासन ने इन अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग कर रहीं हैं। विद्यालय प्रशासन छात्राओं की मांग पर ध्यान नहीं दे रहा है। भीषण गर्मी में बिजली की बदहाल व्यवस्थाएं से छात्राएं परेशान हैं। यहां पर जनरेटर भी नहीं चलाया जाता है।

उमस और गर्मी से हो रही थी उलझन
कई बच्चियों ने बताया कि रात में हॉस्टल में गर्मी काफी अधिक थी। बिजली बार बार आ जा रही थी। बिजली जाने पर जनरेटर नहीं चला जिससे हॉस्टल में उमस और गर्मी हो जाने से उन्हें उलझन और घबराहट होने लगी। कार्यवाहक प्रधानचार्य रमेश सिंह ने बताया कि बिजली नहीं होने पर जनरेटर चलाया जाता है। रात में बिजली की आवाजाही बार बार हो रही थी, जिसके चलते जनरेटर बारह बजे तक जनरेटर चलाया गया।
छात्राओं का गुस्सा गुरुवार की रात फूट गया। कक्षा 10, 11 व 12 की छात्राओं ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। इसकी जानकारी मिलने ही प्रधानाचार्य मौके पर पहुंचे। प्रधानाचार्य के काफी समझाने पर छात्राएं मानने को तैयार नहीं हुईं। आश्वासन पर चार घंटे बाद छात्राएं कमरे से बाहर निकलीं। कुछ ही देर में छह छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। विद्यालय प्रशासन ने सभी को सीएचसी में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार कर चिकित्सक ने छुट्टी कर दी।
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अचार के साथ खाने में पूड़ी
छात्राओं का कहना है कि शुक्रवार सुबह अचार के साथ खाने में पूड़ी दी गईं। पूड़ी अधिक आयली थीं। खाते ही एक-एक कर 16 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में सभी को सीएचसी में भर्ती कराया। वहीं चिकित्सक ने तीन छात्राओं की हालत गंभीर हाेने पर मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया।
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सूचना पर एडीएम, एसडीएम, बीडीओ अरुण कुमार, ब्लाक प्रमुख कुशी बाजपेई सीएचसी पहुंचे। अधिकारियों से छात्राओं से वार्ता की। छात्राओं ने विद्यालय प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया। अधिकारियों से छात्राओं को समझाकर शांत कराया।

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