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    UP Crime : हरदोई से हैक की गई सीआरएस आईडी, कुशीनगर से जारी हो रहे थे फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण; दो गिरफ्तार

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 02:55 PM (IST)

    UP Crime अभिषेक गुप्ता पुत्र राजेंद्र गुप्ता निवासी नौबस्ता सहादतगंज लखनऊ को गिरफ्तार किया गया है। राजेंद्र ही आइडी हैक करने वाले मुख्य आरोपी को सिस्टम की आइटी बेचता था। फिलहाल वह अभी गिरफ्त से बाहर है। अभिषेक से पूछताछ के बाद धर्मेंद्र मधेशिया पुत्र जगदीश मधेशिया निवासी ग्राम धुरिया इमलिया थाना शेरवी जनपद कुशीनगर को दबोचा गया जो अभिषेक से आइडी खरीदता था।

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    हरदोई से हैक की गई सीआरएस आईडी

    जागरण संवाददाता, हरदोई : सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) की आईडी हैक कर टड़ियावां की ग्राम पंचायत रावल एवं अलीशाबाद से 742 फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाले गैंग से जुड़े दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही हरदोई पुलिस ने लंब समय से चल रहे गोरखधंधे का राजफाश कर दिया।

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    पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने शुक्रवार को राजफाश के बाद बताया कि अभिषेक गुप्ता पुत्र राजेंद्र गुप्ता निवासी नौबस्ता, सहादतगंज, लखनऊ को गिरफ्तार किया गया है। राजेंद्र ही आइडी हैक करने वाले मुख्य आरोपी को सिस्टम की आइटी बेचता था। फिलहाल वह अभी गिरफ्त से बाहर है। अभिषेक से पूछताछ के बाद धर्मेंद्र मधेशिया पुत्र जगदीश मधेशिया निवासी ग्राम धुरिया, इमलिया थाना शेरवी, जनपद कुशीनगर को दबोचा गया, जो अभिषेक से आइडी खरीदता था।

    धर्मेंद्र एक जनसेवा संचालक है और यह सुविधा शुल्क लेकर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी कर रहा था। इसका साथ रुपेश पुत्र किशन दास निवासी मोहल्ला डीबी रोड, वार्ड नंबर 14, सहरसा, जनपद सहरसा बिहार भी दे रहा था। प्रमाण पत्र मध्यम प्रदेश, बिहार व झारखंड तक के बनाए जा रहे थे।

    आइडी को हैक कर गैंग संचालित करने वाला जहां अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं, लेकिन मुख्य सरगना से आइडी की खरीद करने वाले लखनऊ के सहादतगंज के युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी युवक ने आइडी को कुशीनगर में जनसेवा संचालक को बेच रहा था। इसी आइडी से यही जनसेवा संचालक मध्यम प्रदेश, बिहार व झारखंड तक के लोगों को फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर बेच रहा था।

    डीएम को जून में सचिव राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम पंचायत रावल में सीआरएस पोर्टल के माध्यम से उसने अंतिम बार आवश्यकतानुसार आठ मई 2025 को एक मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया था। इसके बाद 13 जून तक कोई भी मृत्यु प्रमाण पत्र या जन्म प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया गया। आवश्यकता पड़ने पर 13 जून को पोर्टल खोला गया तो पोर्टल पर इनकरेक्ट पासवर्ड लिखकर आने लगा, जिसके बाद सचिव ने फारगेट पासवर्ड किया तो स्क्रीन पर मैसेज टिप्पणी प्रदर्शित हुई, जिसमें मेल आईडी व पासवर्ड फिर से अपडेट कराने को कहा गया।

    सचिव ने पुनः अपने ईमेल पर ओटीपी प्राप्त करते हुए पासवर्ड बदल दिया। इसके बाद पोर्टल को खोला गया तो पता चला कि अत्यधिक संख्या में अनाधिकृत जन्म प्रमाण पत्र व मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किए गए हैं। उ‍न्होंने पांच घंटे बाद जब दोबारा शाम छह बजे पोर्टल को खोलने का प्रयास किया तो फिर से आईडी हैक थी। इसकी जानकारी उसने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात पोर्टल इंचार्ज मधु को दी। उन्होंने ग्राम पंचायत रावल के सीआरएस पोर्टल को नान एक्टिव कर दिया।

    इसी तरह अलीशाबाद का भी प्रकरण सामने आया। सात सौ से अधिक जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र ऐसे जारी होने का पता लगा, जो उनके सिस्टम से नहीं हुए थे। जानकारी के बाद उसने टड़ियावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। डीएम ने इन प्रमाण पत्रों को निरस्त कराया तो पुलिस अपनी जांच में जुट गई।

    हरदोई के टड़ियावां विकास खंड की ग्राम पंचायत रावल और अलीशाबाद से 742 फर्जी प्रमाण पत्र जारी हुए हैं। इस मामले में संबंधित ग्राम सचिव को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम पंचायतों के सचिव राजीव श्रीवास्तव की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। राजीव ने दावा किया था कि उनका सीआरएस पोर्टल हैक कर फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं।