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    Ganga Expressway का 82 प्रतिशत काम पूरा, इस माह से दौड़ने लगेंगे वाहन; 12 की जगह लगेंगे छह से सात घंटे

    Ganga Expressway गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले इस 594 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का 82 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 18 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने शाहजहांपुर से रोजा में शिलान्यास किया था। मार्च के अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है और अप्रैल से इस पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।

    By Pankaj Mishra Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 19 Jan 2025 05:54 PM (IST)
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    Ganga Expressway: अप्रैल से इस पर लोग सफर भी शुरू कर देंगे। जागरण

    जागरण संवाददाता, हरदोई। Ganga Expressway: मेरठ से तीर्थराज प्रयाग को सीधे जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण भले ही महाकुंभ से पहले पूरा नहीं हो सका, लेकिन सब कुछ ठीक रहा तो मार्च के अंत तक काम पूरा हो जाएगा और अप्रैल से इस पर लोग सफर भी शुरू कर देंगे।

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    पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों समेत हरदोई में 82 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। मिट्टी का काम तो 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बड़े पुलों का निर्माण भी अंतिम स्थिति में है, जो शेष है उस पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है।

    शुरू में काम की गति धीमी रही

    594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस वे का 18 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने शाहजहांपुर से रोजा में शिलान्यास किया था, वैसे तो महाकुंभ 2025 तक एक्सप्रेस वे को शुरू हो जाने का ऐलान किया गया था, लेकिन कभी बाढ़ तो कभी अन्य आपदा से काम प्रभावित हुआ और शुरू में काम की गति धीमी रही।

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    पिछले वर्ष से काम ने तेजी पकड़ी और युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया और मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, शाहजहांपुर, बदायूं, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज के साथ हरदोई में निर्माण एजेंसी तेजी से काम कर रही है, जिले मेें पड़ने वाले पुलों का काम भी अंतिम चरण में चल रहा है।

    उन्नाव में जलभराव वाली अधिक जमीन

    सवाजपुर तहसील के उबरिया गांव तक एचडी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड निर्माण कर रही है, जबकि उसके आगे पटेल इंफ्रा इंजीनियरिंग का काम है। कंपनी के प्रतिनिधियों का कहना है कि उन्नाव में जलभराव वाली अधिक जमीन होने के कारण काम कुछ धीमी गति से हुआ, लेकिन अब सभी जिलों में तेजी से काम चल रहा है।

    पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में तो 90 प्रतिशत से अधिक काम हो गया है। हरदोई में 82 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और जो बचा है उसे मार्च के अंत तक समाप्त कर लिया जाएगा, ताकि अप्रैल तक काम पूरा हो सके और वाहनों के लिए यह तैयार हो जाए।

    सड़क निर्माण अधूरा, नहीं निकल पा रहे चार पहिया वाहन

    जगतपुर (रायबरेली): जिंगना गांव के पास गोकुलपुर माइनर पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण कराया जा रहा है। पुल निर्माण पूरा होने के बाद दोनों ओर सड़क दुरुस्त नहीं की गई। इससे वाहनों का आवागमन बंद है। इससे कई गांवों के दस हजार ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

    ग्रामीण प्रदीप कुमार, नीरज कुमार, पंकज त्रिवेदी, अशोक कुमार, उमाशंकर, मुन्ना, अमरेश का आरोप है कि पूरे पंडित गांव के पास गोकुलपुर माइनर पर डेढ़ माह पहले ठेकेदार ने पुराने पुल को तोड़कर निर्माण शुरू कराया। ग्रामीणों के आने-जाने के लिए माइनर में ह्यूम पाइप डालकर डायवर्जन मार्ग बनाया गया। दो दिन बाद एक बड़े वाहन के निकलने पर पाइप टूट गई। जिसकी वजह से चार पहिया वाहनों का निकालना बंद हो गया।

    इतना ही नहीं स्कूली बसों के गांव तक न पहुंचने के कारण रोझइया भीखम शाह, पूरे मती सिंह, पूरे सेमान सिंह, रामगढ़ टिकरिया, पूरे केसरी, पूरे दुर्गा बक्स, पूरे मुराइन, तिवारीपुर, बरगदहा, अपटा, बिंदागंज व अन्य गांवों के विद्यालय जाने वाले नौनिहालों को राजमार्ग तक अभिभावकों को पहुंचाना पड़ता है।

    ग्रामीणों को पांच किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। पुल निर्माण तो करा दिया गया, लेकिन पुल के दोनों ओर सड़क पर खोदाई होने से वाहन नहीं निकल रहे हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी बनी हुई है।

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