धूप से दूरी और खराब खानपान से घट रहा विटामिन डी, 80% मरीज प्रभावित, खिसक रही डिस्क, जानें लक्षण और बचाव
हापुड़ में विटामिन डी की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है जिससे 80% मरीजों में हड्डी संबंधित परेशानियां हो रही हैं। डिस्क खिसकने और जोड़ों में दर्द के मामले बढ़ रहे हैं। चिकित्सक मरीजों को दवाई के साथ सही खानपान और धूप में समय बिताने की सलाह दे रहे हैं। फाइबर युक्त आहार और नियमित व्यायाम को जीवनशैली में शामिल करने की सलाह दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, हापुड़। विटामिन डी की कमी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर कर सामने आई है। हालत ऐसी है कि जिला अस्पताल व सीएचसी में हड्डी संबंधित आने वाले 80 प्रतिशत मरीजों में विटामिन डी की कमी पाई जा रही है। विटामिन डी की कमी होने के कारण मरीजों के कमर की डिस्क खिसक रही है। इसके अलावा जोड़ों के बीच में रिक्त स्थान बन रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन डी की कमी होने के पीछे बदलती जीवनशैली और सूर्य के प्रकाश में कम संपर्क रखना मुख्य कारण है। मरीजों को चिकित्सक दवाई देने के साथ खानपान में बदलाव करनी की सलाह दे रहे हैं।
कहीं आप में नहीं तो नहीं ये लक्षण?
सीएचसी के फिजीशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि ओपीडी में प्रतिदिन कमर, पैर और हाथ समेत जोड़ों में दर्द के मरीज आ रहे हैं।
उनके खून की जांच कराने पर ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के 80 प्रतिशत में विटामिन डी की कमी पाई जा रही है। जिन मरीजों के कमर से शुरू होने वाला दर्द पैरों की ओर चलता है, उनमें डिस्क खिसकने के मामले अधिक आ रहे हैं।
इसका भी मुख्य कारण विटामिन डी की कमी ही है। विटामिन डी की कमी से मरीजों के गर्दन की हड्डी भी खिसक रही है। युवा भी इसकी चपेट में अधिक आ रहे हैं। खानपान में पूरा पोषण नहीं लेने और धूप में समय न बिताने के कारण मरीजों में यह समस्या आ रही है। इससे उनकी हड्डियां भी कमजोर हो रही हैं।
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दांतों में शुरू हो सकती है सड़न
उन्होंने बताया कि विटामिन डी को सदनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। यह हड्डियों के साथ-साथ मांसपेशियों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। इसकी कमी से न के वल जोड़ों में दर्द होता है, बल्कि थकान, बार-बार बीमार होना, हड्डियों का टूटना, बालों का झड़ना और मांसपेशियों व हड्डियों में दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। बच्चों में गंभीर कमी से रिकेट्स और दांतों की सड़न हो सकती है।
फाइबर युक्त आहार को दें प्राथमिकता
डाॅ. अशरफ अली ने बताया कि शरीर में पोषण और विटामिन की पूर्ति के लिए अपने आहार में फल, पत्तेदार सब्जियों को अवश्य स्थान दें। गाजर, मूली, खीरा, पपीता, सेब, मौसमी आदि का नियमित सेवन करें। रागी को भी अपने आहार में शामिल करें। धूम्रपान व शराब का सेवन बिल्कुल न करें।
क्या होते हैं प्रमुख कारण?
- गलत खान-पान और अनियमित दिनचर्या।
- धूप में समय न बिताना, जिससे शरीर को पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिलता।
- पौष्टिक आहार का आभाव।
- शारीरिक श्रम व व्यायाम की कमी।
ऐसे करें बचाव
- नियमित सैर व योगा को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
- कैल्शियम और विटामिन डी युक्त भोजन लें, जैसे दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, बादाम आदि।
- समय-समय पर मेडिकल चेकअप जरूर कराएं।
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