Lumpy Virus: बच्चों में लंपी जैसे त्वचा रोग से फैली दहशत, दूध से संक्रमण फैलने की आशंका, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
Lumpy Virus देश के कई राज्यों में पशुओं में लंपी वायरस कहर बनकर टूटा है। मवेशियों को इस रोग से बचाने के लिए वैक्सीन तैयार करने की जद्दोजहद जारी है। इस बीच अब बच्चों में लंपी रोग के लक्षण दिखने से हड़कंप मच गया है।

हापुड़, जागरण संवाददाता। Lumpy Virus: देश के कई राज्यों में पशुओं में लंपी वायरस कहर बनकर टूटा है। मवेशियों को इस रोग से बचाने के लिए वैक्सीन तैयार करने की जद्दोजहद जारी है। इस बीच अब बच्चों में लंपी रोग के लक्षण दिखने से हड़कंप मच गया है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिला स्थित गढ़मुक्तेश्वर में कई परिवारों के बच्चों के शरीर में लंपी जैले गांठ दिखने के बाद स्वास्थ्य विभाग अल्रट मोड पर है।
बच्चों के शरीर पर निकले गांठ
तहसील क्षेत्र के गांव भोगापुर में छोटे बच्चों के शरीर में पशुओं में लंपी वायरस से होने वाले गांठ निकल आए हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत देखने को मिल रही है। ऐसा एक दो नहीं बल्कि गांव के कई बच्चों के साथ हुआ है। ग्रामीणों को आशंका है कि गाय और भैंस के दूध से बच्चे लंपी रोग से संक्रमित हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से गांव में शिविर लगाए जाने की मांग की है। पिछले दो माह से क्षेत्र में मवेशियों में फैल रही लंबी बीमारी को लेकर पशुपालक पहले से चिंतित हैं। पशु चिकित्सा विभाग की टीम निरंतर संबंधित बीमारी पर नजर रखे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर लंपी बीमारी जैसे लक्षण अब बच्चों में दिखाई देने से सभी परेशान हैं।
दूध से संक्रमण फैलने की आशंका
गांव में रहने वाले विजय कुमार, हरिपाल यादव समेत अन्य लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गांव के करीब आठ, नौ परिवार के बच्चों के शरीर में गांठ हो रही हैं। कुछ दिन बाद ये गांठ छाला बनकर फूट रही हैं। किसानों का कहना है कि गोवंशी में लंपी बीमारी फैल रही है। गांव में दुधारू पशु भी हैं। ग्रामीणों का मानना है कि संक्रमित पशुओं के दूध पीने से कहीं लंपी बीमारी न फैल रही हो।
दूध पीने से पहले रखें ख्याल
ग्रामीणों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में सूचना दी गई है। गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग की गई है। वहीं पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर कुलदीप अहलावत ने बताया कि गाय या भैंस के दूध को पीने से पहले उसको अच्छी तरह उबाल लेना चाहिए, जिससे दूध सुरक्षित हो जाता है। वहीं लंपी से दूध पर कोई फर्क नहीं पड़ता है, उसके बावजूद भी सतर्कता बरतनी चाहिए।
जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डाक्टर दिनेश भारती ने बताया कि गांव में स्वास्थ विभाग की टीम भेजकर स्वास्थ शिविर का आयोजन किया जाएगा। संबंधित बच्चों की बीमारी के सैंपल लेकर जांच को भेजे जाएंगे। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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