Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Hapur Pollution News: नोएडा और गाजियाबाद से अधिक दूषित हुई हापुड़ की हवा

    By Gaurav SharmaEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Wed, 26 Oct 2022 07:33 PM (IST)

    दीपावली के दिन हुई आतिशबाजी के बाद वायु प्रदूषण में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा था। इसका मुख्य कारण तेज हवाओं और अधिक तापमान को माना जा रहा था लेकिन जैसे-जैसे हवा की गति धीमी पड़ी तो वायु गुणवत्ता खराब होने लगी है।

    Hero Image
    नोएडा और गाजियाबाद से अधिक दूषित हुई हापुड़ की हवा

    हापुड़, जागरण संवाददाता । दीपावली के दिन हुई आतिशबाजी के बाद वायु प्रदूषण में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा था। इसका मुख्य कारण तेज हवाओं और अधिक तापमान को माना जा रहा था, लेकिन जैसे-जैसे हवा की गति धीमी पड़ी तो वायु गुणवत्ता खराब होने लगी है। दीपावली के दूसरे ही दिन यानि बुधवार को हुई आतिशबाजी के बाद हापुड़ का एक्यूआइ 319 यानी कि खराब श्रेणी में पहुंच गया है, जबकि नोएडा और गाजियाबाद के कई क्षेत्रों से हापुड़ की हवा ज्यादा दूषित हो चुकी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वाट्सएप पर आर्डर लाकर मनचाहे दामों पर होम डिलीवरी 

    एनजीटी ने प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में किसी भी प्रकार के पटाखों की बिक्री और उनके जलाने पर पाबंदी लगा दी थी। इसके अलावा पटाखा बेचते और पटाखा जलाते पकड़े जाने पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की गई, लेकिन बड़ी संख्या में लोग पहले ही आतिशबाजी खरीद चुके थे। पटाखे बेचने वालों ने वाट्सएप पर आर्डर लिए और मनचाहे दामों पर होम डिलीवरी की। जिसका नतीजा यह रहा कि सोमवार को दीपावली के मौके पर रातभर आतिशबाजी हुई। तेज हवा के चलते वायु प्रदूषण उड़ गया। जिससे सभी ने राहत ली।

    वायु प्रदूषण का मुख्य कारण आतिशबाजी है

    दीपावली के अगले दिन मंगलवार और बुधवार को भी आतिशबाजी हुई। यही नहीं बुधवार की अपेक्षा हवा की गति 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से घटकर नौ किलोमीटर प्रति घंटा रही, जबकि हवा के झोके जो 30 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से थे वह घटकर 20 किलोमीटर प्रति घंटा रह गए हैं। जिसके चलते मंगलवार शाम छह बजे हापुड़ का एक्यूआइ 166 अंक पर था, जो बुधवार को बढ़कर 319 पहुंच गया है। पर्यावरणविद् डाक्टर अब्बास अली का कहना है कि हापुड़ में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद की तरह ट्रैफिक जाम नहीं लगता है, साथ ही किसान पंजाब और हरियाणा की तरह पराली भी नहीं जलाते हैं। वर्तमान में वायु प्रदूषण करने के पीछे आतिशबाजी है। साथ ही हवा की गति कम होना भी कारण है।

    स्टेशन का नाम और एक्यूआइ

    गाजियाबाद इंदिरापुरम 280, गाजियाबाद लोनी 362, गाजियाबाद संजय नगर 221, गाजियाबाद वसुंधरा 268, नोएडा सेक्टर-125 226, नोएडा सेक्टर-62 308, नोएडा सेक्टर-एक 238, नोएडा सेक्टर-116 316, ग्रेनो नालेज पार्क-तीन 236, ग्रेनो नालेज पार्क-पांच 222, बुलंदशहर यमुनापुरम 279, मेरठ गंगा नगर 245, मेरठ जयभीम नगर 232, मेरठ पल्लवपुरम 262

    यह आंकड़े सीपीसीबी की वेबसाइट से बुधवार शाम छह बजे तक के हैं।

    यह भी पढे़ं -  Hapur News: कांच की बोतल से हमला कर युवक को किया घायल, विरोध पर भाई को भी पीटा

    यह भी पढे़ं - Hapur: घर के बाहर खेल बच्चे पर आवारा कुत्ते ने किया हमला, सिर में मारे दांत