22 घंटे से लगातार हो रही वर्षा, पिछले साल का टूटेगा रिकार्ड
वर्षा किसानों पर कहर बनकर टूटी है। बीते 22 घंटे से लगातार वर्षा हो रही है। अक्टूबर में अब तक 55 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है जबकि पिछले साल इसी माह में 62 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। इस साल बारिश पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ सकती है।

जागरण संवाददाता, हापुड़ : वर्षा किसानों पर कहर बनकर टूटी है। बीते 22 घंटे से लगातार वर्षा हो रही है। अक्टूबर में अब तक 55 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई है, जबकि पिछले साल इसी माह में 62 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। अगर वर्षा ऐसे ही जारी रही ताे पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ सकती है। उधर, वर्षा से धान, दलहन और सब्जी की फसल को भारी नुकसान हुआ है। लगातार वर्षा होने से खेतों में पानी भरने से फसल तैर रही हैं।
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इस बार मानसून के दौरान जिले में जुलाई को छोड़कर जून, अगस्त और सितंबर में नाममात्र की वर्षा हुई थी। सिंचाई के लिए किसानों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ी थी। जिले को सूखागस्त घोषित करने की मांग की जा रही थी, लेकिन ऐसा हो न सका। सितंबर में हुई वर्षा को किसान किसी तरह झेल गए, लेकिन अब अक्टूबर में हो रही वर्षा से किसान परेशान हैं। जिले में शनिवार दोपहर दो बजे से पिछले 22 घंटों में हुई वर्षा ने धान, दलहन और सब्जी की फसल को तबाह कर दिया है।
माह में अब तक हुई 55 मिली मीटर वर्षा
पिछले वर्ष 62 मिली मीटर का रिकार्ड तोड़ सकती है, जबकि अक्टूबर में सामान्य वर्षा के आंकड़े 19.90 मिली मीटर हैं। वर्ष 2018, 2019, 2020 में जिले में इस माह में वर्षा की एक बूंद तक नहीं पड़ी थी। इससे पहले वर्ष 2013 में 33 मिली मीटर वर्षा हुई थी। उधर, लगातार वर्षा के चलते तापमान में भारी गिरावट दर्ज हुई है। रविवार को न्यूनतम तापमान 22 और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत धान की फसल का बीमा कराया है, वह 72 घंटे के भीतर बीमा कंपनी को सूचना अवश्य दे दें। ताकि फसलों का सर्वे कराकर उन्हें मुआवजा दिलाया जा सके।

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