लेखपाल गोशाला में व्यवस्था देखने पहुंचे, ग्राम प्रधान ने कर दिया कैद...फिर हुआ बड़ा ड्रामा
हमीरपुर (Hamirpur) में गोशाला की जांच करने गए लेखपाल छत्रपाल सिंह को ग्राम प्रधान राममिलन निषाद ने बंधक बना लिया। लेखपाल ने शिकायत की थी कि गोशाला में अव्यवस्था फैली है। प्रधान ने बिना अनुमति गोशाला में प्रवेश करने पर आपत्ति जताई। एसडीएम के कहने पर लेखपाल को छोड़ा गया।

जागरण संवाददाता, हमीरपुर। गोशाला में फैली अव्यवस्था की शिकायत पर जांच करने पहुंचे लेखपाल को गांव के प्रधान ने गोशाला के अंदर बंधक बनाकर उसके साथ अभद्रता की। एसडीएम के फोन के बाद प्रधान के लेखपाल को छोड़ा। लेखपाल ने इसकी शिकायत थाने में करते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं ग्राम प्रधान के द्वारा तहसील दिवस पर लेखपाल की शिकायत की गई है। इस घटना से लेखपालों में आक्रोश है।
विकासखंड सुमेरपुर के मौहर गांव में तैनात लेखपाल छत्रपाल सिंह ने थाना सुमेरपुर में दी गई तहरीर में बताया कि वह तीन अक्टूबर को ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत पर गोशाला जांच के लिए शिकायतकर्ताओं के साथ गांव पहुंचा था। इसी बीच चरवाहे की सूचना पर ग्राम प्रधान राममिलन निषाद मौके पर आ धमके और लेखपाल से नाराजगी जाहिर करते हुए बिना अनुमति के गोशाला में दाखिल होने पर आपत्ति जताते हुए गोशाला के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और गोशाला में बंधक बनाकर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की।
वहीं ग्राम प्रधान ने तहसील दिवस में लेखपाल के खिलाफ शिकायत की है। ग्राम प्रधान राममिलन निषाद का आरोप है कि लेखपाल विपक्षियों से सांठ-गांठ करके गांव में राजनीति करके पार्टी बंदी को बढ़ावा दे रहे हैं। विरोधियों के कहने पर लेखपाल उनके गांव में संचालित गोशाला का निरीक्षण करने आए थे। वहीं थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि उन्हें लेखपाल द्वारा अभी तक उन्हें कोई शिकायती पत्र नही मिला है। यदि शिकायती पत्र मिलता है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
लेखपाल ने छत्रपाल सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर वह मौहर गांव स्थित गोशाला जांच के लिए गए थे। जहां प्रधान द्वारा उन्हें बंधक बना लिया गया। एसडीएम से बात करने के बाद उन्हें छोड़ा गया। उन्होंने इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी जानकारी दी है।
इस संबंध में एसडीएम सदर केडी शर्मा ने बताया कि लेखपाल के द्वारा उन्हें मौखिक रूप से जानकारी दी गई है। अभी तक कोई लिखित शिकायत नही मिली है। यदि वह लिखित शिकायत देते हैं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लेखपाल से थाने में तहरीर देने को भी कहा गया है।
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