Railway Mega Block: आज पटरी पर आएंगी निलंबित 122 गाड़ियां, CRS की हरी झंडी के बाद शुरू हुआ ट्रेनों का संचालन
CRS की मंजूरी के बाद गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो गया है। यार्ड रिमाडलिंग का काम पूरा होने के बाद 12 अप्रैल से निलंबित 122 ट्रेन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर पूर्व परिमंडल के रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) प्रणजीव सक्सेना की हरी झंडी के बाद शनिवार को शाम 06:40 बजे से गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का संचालन प्रारंभ हो गया। इसके साथ ही गोरखपुर जंक्शन की यार्ड रिमाडलिंग (नान इंटरलाकिंग) पूरी हो गई।
रविवार से 12 अप्रैल से तीन मई तक विभिन्न तिथियों में निलंबित 122 ट्रेनें भी पटरी आ जाएंगी। गोरखपुर से दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और हैदराबाद ही नहीं लखनऊ, नरकटियागंज, छपरा, बनारस और प्रयागराज की राह भी आसान हो जाएगी।
नान इंटरलाकिंग के अंतिम दिन रेल संरक्षा आयुक्त ने 3.5 किमी लंबी गोरखपुर जंक्शन- गोरखपुर कैंट 25,000 वोल्ट एसी क्षमता वाली विद्युतीकृत थर्ड रेल लाइन और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम का गहन निरीक्षण किया। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम भवन का जायजा लेने के बाद उन्होंने जंक्शन यार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सिगनलिंग, बैलास्ट, प्लेटफॉर्म क्लियरेंस, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम एवं अन्य संरक्षा कार्याे का निरीक्षण किया।
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प्लेटफार्म संख्या तीन पर पहुंची अमृतसर-जलपाईगुडी एक्सप्रेस में से यात्रा करने के लिए उमड़े रेल यात्री। जागरण
उन्होंने ट्रेन परिचालन से संबंधित कर्मचारियों से संरक्षा से संबंधित प्रश्न पूछकर उनकी कार्यकुशलता परखी। गोरखपुर से कैंट के बीच ट्राली से थर्ड लाइन और प्वाइंटों का निरीक्षण किया।
गहन निरीक्षण के बाद उन्होंने गोरखपुर जंक्शन से कैंट के बीच थर्ड लाइन पर 65 किमी की गति से स्पेशल ट्रेन चलाकर स्पीड ट्रायल किया। निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के बाद उन्होंने निर्माण कार्यों को लेकर संतुष्टि जताई। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम को लागू करने की संस्तुति प्रदान करते हुए जंक्शन-कैंट नई थर्ड लाइन पर अधिकतम 90 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेन चलाने की भी अनुमति प्रदान कर दी।
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उनकी हरी झंडी मिलते ही इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से ट्रेनों का संचालन शुरू हो गई। थर्ड लाइन पर भी ट्रेनें चलने लगीं। निरीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर (निर्माण) ओपी सिंह, मण्डल रेल प्रबंधक (लखनऊ) गौरव अग्रवाल, उप मुख्य इंजीनियर (निर्माण) रविन्दर मेहरा, मुख्य इंजीनियर (टीएमसी) संजय यादव, स्टेशन डायरेक्टर जेपी सिंह, स्टेशन मैनेजर संजय कुमार यादव समेत लखनऊ मण्डल के संबंधित अधिकारी और इंजीनियर उपस्थित थे।

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