Railway Mega Block: कोविडकाल की याद दिला गया गोरखपुर जंक्शन का सन्नाटा, दस घंटे तक नहीं हुआ एक भी ट्रेन का मूवमेंट
गोरखपुर जंक्शन पर मेगा ब्लॉक के कारण कोविड काल जैसा सन्नाटा छाया रहा। दस घंटे तक कोई भी ट्रेन नहीं चली। रेलवे इंजीनियर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम का परीक्षण कर रहे हैं। रेल संरक्षा आयुक्त निरीक्षण करेंगे और तीसरी लाइन का स्पीड ट्रायल होगा। रविवार से ट्रेनों का संचालन सामान्य होने की उम्मीद है। इस मेगा ब्लॉक से यात्रियों को काफी असुविधा हुई।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर जंक्शन का सन्नाटा कोविडकाल की याद दिला गया। शुक्रवार को जंक्शन पर दोपहर 12 से रात दस बजे तक दस घंटे तक एक भी ट्रेन का कोई मूवमेंट नहीं हुआ। गोरखपुर जंक्शन से बनकर चलने वाली सभी ट्रेनें पहले से ही निरस्त हैं।
गोरखपुर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों का भी मार्ग बदल दिया गया। रेलवे के इंजीनियरों और कर्मचारियों ने देर रात तक नानइंटरलाकिंग के अंतर्गत लगे इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम का परीक्षण किया। शनिवार को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जंक्शन यार्ड का निरीक्षण करेंगे।
इस दौरान वह गोरखपुर जंक्शन- गोरखपुर कैंट थर्ड लाइन का स्पीड ट्रायल कर इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम का परीक्षण करेंगे। रेल संरक्षा आयुक्त की संस्तुति के बाद रविवार से ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार पूर्वोत्तर परिमंडल के रेल संरक्षा आयुक्त गोरखपुर जंक्शन- गोरखपुर कैंट के मध्य (3.5 किमी) का 25,000 वोल्ट एसी क्षमता की नई विद्युतकर्षण लाइन युक्त तीसरी रेल लाइन का संरक्षा परीक्षण करेंगे।
फुर्सत में: शुक्रवार को गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा रहा। प्लेटफार्म संख्या एक व तीन पर गिनती के लोग दिखे तो वहीं चार से लेकर नौ नंबर प्लेटफार्म पर सन्नाटा पसरा रहा। नान इंटरलाकिंग व तीसरी लाइन के विस्तारीकरण को देखते हुए ट्रेनों का संचालन बंद होने के कारण कुली भी फुर्सत में रहे। प्लेटफार्म संख्या दो पर आराम से बैठ कर एक दूसरे को आपबीती सुनाते कुली। -अभिनव राजन चतुर्वेदी
परीक्षण के दौरान मुख्यालय के संबंधित प्रमुख विभागाध्यक्ष, मण्डल रेल प्रबन्धक, लखनऊ गौरव अग्रवाल और शाखाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। परीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त गोरखपुर जंक्शन-गोरखपुर कैंट खण्ड के मध्य आने वाले कर्व, आरयूबी, प्वाइंट्स एवं क्रासिंग, रेलवे लाइन फिटिंग्स, सिग्नल, समपार फाटक तथा पैनल रूम, रिले रूम आदि का निरीक्षण करेंगे।
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गोरखपुर जंक्शन-गोरखपुर कैंट स्टेशन के मध्य स्पेशल ट्रेन द्वारा स्पीड ट्रायल भी करेंगे। तीसरी रेल लाइन का निर्माण हो जाने से लाइन क्षमता में वृद्धि होगी। मांग के अनुरूप अधिक संख्या में गाड़ियां तीव्र गति से चलायी जा सकेंगी। यात्री गाड़ियों का संचालन और अधिक सुचारू रूप से होगा। गाड़ियों के समय पालन में सुधार होगा, जिससे यात्रियों के यात्रा समय में बचत होगी।
इसके साथ ही इस रेल खंड पर चलने वाली मालगाड़ियों के संचलन समय में भी कमी आएगी। गोरखपुर-गोरखपुर कैंट तीसरी लाइन पर आवागमन आरंभ हो जाने से गोरखपुर कैंट सेटेलाइट स्टेशन के रूप में और बेहतर रूप में कार्य करने लगेगा तथा यहां से अधिक गाड़ियां चलाई जा सकेगी।
नान इंटरलाकिंग व तीसरी लाइन के विस्तारीकरण को देखते हुए ट्रेनों का संचालन बंद रहा।-अभिनव राजन चतुर्वेदी
सिस्टम को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के लिए हो रही यार्ड रिमाडलिंग
दस साल बाद सिग्नल सिस्टम को पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड कर डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के लिए गोरखपुर जंक्शन की यार्ड रिमाडलिंग हो रही है। यार्ड रिमाडलिंग के अंतर्गत 12 से 26 अप्रैल तक प्री नानइंटरलाकिंग हुई। 27 अप्रैल से नानइंटरलाकिंग चल रही है। रविवार से गोरखपुर जंक्शन पर भी इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम कार्य करने लगेगा।
ट्रेन परिचालन से संबंधित गोरखपुर जंक्शन के सभी मैनुअल कार्य पूरी तरह डिजिटल प्लेटफार्म पर आ जाएंगे। स्टेशन मास्टर के हाथ बटन की जगह माउस पर होंगे। ट्रेनें कंप्यूटर के माउस से संचालित होंगी। नानइंटरलाकिंग के दौरान गोरखपुर जंक्शन से बनकर चलने वाली गोरखधाम, हमसफर, चौरी चौरा, वंदे भारत, मौर्य, गोरखपुर एलटीटी और गोरखपुर-कोलकाता पूर्वांचल आदि प्रमुख ट्रेनों के अलावा गोरखपुर से बनकर चलने वाली इंटरसिटी व पैसेंजर ट्रेनें निरस्त हैं। दर्जनों ट्रेनें मार्ग बदलकर चलाई जा रही हैं। कई रास्ते में रुक कर चल रही हैं। आम यात्री परेशान हैं।
ट्रेन से हमेशा व्यस्त रहने वाली रेल लाइन तथा यात्रियों से गुलजार रहने वाले प्लेटफार्म व एफओबी पर पर सन्नाटा पसरा रहा।-अभिनव राजन चतुर्वेदी
एनआइ कार्य में लगे स्टेशन मास्टर पर चढ़ा दी मोटरसाइकिल
गोरखपुर जंक्शन के पूर्वी छोर पर कौवाबाग के पास प्वाइंट पर लगी गुमटी में एनआइ कार्य में लगे स्टेशन मास्टर चोटिल हो गए। शाम चार बजे के आसपास स्टेशन मास्टर नए प्वाइंट का परीक्षण कर रहे थे, इसी दौरान दो युवाओं ने उनके ऊपर मोटरसाइकिल चढ़ा दी।
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युवा रेल लाइन के पास वाली सड़क पर मोटरसाइकिल सीख रहे थे। रेलवे सुरक्षा बल ने मोटरसाइकिल को सीज कर युवाओं का चालान कर दिया है।मौके पर पहुंचे स्टेशन डायरेक्टर जेपी सिंह और स्टेशन मैनेजर संजय कुमार शर्मा ने स्टेशन मास्टर का उपचार कराया। कुछ देर के लिए एनआइ कार्य प्रभावित रहा।
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