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    STF ने पकड़ा था बांग्लादेश से संचालित फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज गिरोह, गोरखपुर में खोला था ऑफिस

    Updated: Thu, 20 Feb 2025 12:44 PM (IST)

    एसटीएफ ने गोरखपुर में एक बड़े फर्जी टेलीकॉम एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह का सरगना बांग्लादेश में बैठकर पूरे नेटवर्क को नियंत्रित कर रहा था। गिरोह अंतरराष्ट्रीय कॉल को भारतीय नंबरों के जरिए लोकल काल में बदलकर सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचा रहा था। इस मामले में कई आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन सरगना अभी भी फरार है।

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    गोरखपुर में गैरकानूनी धंधे को संचालित किया जा रहा था। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एसटीएफ ने चार साल पहले शहर में चल रहे एक फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस गिरोह के सरगना बांग्लादेश में बैठे थे, जबकि देवरिया के रहने वाले दो युवक गोरखपुर में इस गैरकानूनी धंधे को संचालित कर रहे थे।

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    वे अंतरराष्ट्रीय कॉल को भारतीय नंबरों के जरिए लोकल काल में बदलकर सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचा रहे थे। आरोपितों के कब्जे से भारी मात्रा में सिम कार्ड और अन्य टेलीकाम उपकरण बरामद हुए थे। लेकिन सरगना आज तक नहीं मिला। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरोह भी पकड़ा जा चुका है।

    गोरखपुर में विजय चौक के पास किराए के मकान में चल रहे इस फर्जी एक्सचेंज का संचालन सिम बॉक्स टेक्नोलाजी से किया जा रहा था। सिम बाक्स के जरिए विदेशी काल को भारतीय नंबरों में बदल दिया जाता था, जिससे काल ट्रैफिक पर सरकार को मिलने वाला टैक्स बाईपास हो जाता था।

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    गिरोह प्रति मिनट काल के हिसाब से 15 पैसे की दर से कमाई करता था।इनकी पूरी सेटिंग बांग्लादेश से संचालित होती थी, जहां से उन्हें बैंक खाते में रकम ट्रांसफर की जाती थी।इस काम के लिए रेलवेयर के हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा था।आपरेशन का मास्टरमाइंड केटी नामक बांग्लादेशी नागरिक था, जो इस पूरे नेटवर्क को नियंत्रित कर रहा था।

    पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जागरण


    अंतरराष्ट्रीय काॅल सेंटर के नाम पर करोड़ों की ठगी

    गोरखपुर में पकड़े गए इस गिरोह के बाद देश के अन्य हिस्सों में भी फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह सामने आए हैं।15 फरवरी 2024 को आंध्र प्रदेश पुलिस ने शाहपुर, बिछिया (गोरखपुर) से राहुल शाही नामक जालसाज को गिरफ्तार किया, जो गुंटूर जिले में फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। यह गिरोह अंतरराष्ट्रीय काल को भारतीय कॉल में बदलकर सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहा था।

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    इंग्लैंड के नागरिकों से तीन करोड़ की ठगी

    18 अगस्त 2023 को पुलिस ने बिहार और बंगाल के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो फर्जी कॉल सेंटर खोलकर इंग्लैंड (यूके) के नागरिकों से धोखाधड़ी कर रहे थे।आरोपित ब्रिटेन की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी बीटी ओपनरीच का नाम लेकर इंटरनेट की गति धीमी होने की शिकायत दर्ज कराते थे।फिर साफ्टवेयर इंस्टाल कराने के बहाने पीड़ितों के बैंक अकाउंट से लाखों रुपये निकाल लेते थे।यह गिरोह अब तक तीन करोड़ रुपये की ठगी कर चुका था।