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    यूपी में सरिया फैक्ट्री में स्क्रैप सप्लाई के नाम पर जालसाजी, तीन करोड़ की लगी चपत

    उत्तर प्रदेश के गीडा स्थित सरिया फैक्ट्री में स्क्रैप सप्लाई के नाम पर तीन करोड़ से अधिक की जालसाजी का मामला सामने आया है। तीन फर्मों और फैक्ट्री के तौल प्रभारी ने मिलकर स्क्रैप के वजन को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया और फर्जी बिलों से भुगतान लिया। जांच के बाद पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है।

    By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 17 May 2025 08:09 AM (IST)
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    गीडा सेक्टर 23 स्थित सरिया फैक्ट्री का मामला।जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

     जागरण संवाददाता, सहजनवां। गीडा सेक्टर 23 स्थित सरिया फैक्ट्री में स्क्रैप सप्लाई के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। तीन अलग-अलग फर्मों के व्यापारियों और फैक्ट्री के तौल प्रभारी की साजिश से कंपनी को 3.21 करोड़ रुपये की चपत लगाई गई। स्क्रैप के वजन को दो-तीन गुणा अधिक दिखाकर फर्जी बिल पर भुगतान ले लिया जाता था।

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    प्रबंधन ने जांच के बाद सहजनवां थाने में पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। गीडा के सेक्टर 23 में स्थापित अंकुर उद्योग लिमिटेड फैक्ट्री सरिया निर्माण करती है, जहां स्क्रैप और आयरन का उपयोग होता है। वर्ष 2023-24 से स्क्रैप की आपूर्ति तीन फर्मों बीके ट्रेडर्स, एके ट्रेडर्स और देव ट्रेडर्स के माध्यम से हो रही थी। तीनों फर्में एक ही परिवार से जुड़ी हैं और इनकी निगरानी वीरेंद्र गुप्ता का पुत्र शिवम गुप्ता करता था।

    फैक्ट्री में इलेक्ट्रानिक कांटे पर स्क्रैप का वजन दर्ज किया जाता था, लेकिन प्रबंधन को संदेह था कि कुछ गोलमाल है। 27 फरवरी 2025 को मिनी ट्रक (यूपी 70 एचटी 8505) पर आए स्क्रैप का वजन बिल में 6450 किलो दर्शाया गया, संदेह के आधार पर दोबारा तौल कराया गया तो वह केवल 2240 किलो निकला।

    पुलिस मामले की जांच कर रही है। जागरण


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    पता चला कि फैक्ट्री के तौल प्रभारी अनूप कुमार सिंह ने बिना तौल सीधे पर्ची बना दी थी। यह भी पाया गया कि तौल मशीन के कंट्रोल बाक्स की सील तोड़कर वजन में गड़बड़ी की जाती थी। इन फर्मों से लगभग 6.42 करोड़ रुपये का स्क्रैप लिया गया था, जिसमें आधे से अधिक स्क्रैप कागजों में बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया।

    इससे फैक्ट्री को 3.21 करोड़ रुपये की चपत लगी। जब प्रबंधन ने रुपये वापस मांगे तो पहले टालमटोल की गई, फिर अनूप नौकरी छोड़कर फरार हो गया और शिवम गुप्ता ने जवाब देना बंद कर दिया।

    उद्योगपति अशोक कुमार जालान की तहरीर पर सहजनवां पुलिस ने बीके ट्रेडर्स के प्रोपराइटर वीरेंद्र गुप्ता, एके ट्रेडर्स के अमित गुप्ता, देव ट्रेडर्स के कैलाश गुप्ता, शिवम गुप्ता व फैक्ट्री कर्मचारी अनूप कुमार सिंह के विरुद्ध साजिश के तहत धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है। एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

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